Jaya Prada: फरार घोषित हुईं तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री की लोकप्रिय एक्ट्रेस, जानें क्यों भाजपा सांसद को ढूंढ रही पुलिस?
Jaya Prada: पूर्व सांसद और एक्ट्रेस जयाप्रदा (Jaya Prada) की बढ़ती मुश्किलें थमने का नाम ही नहीं ले रही हैं। मंगलवार 27 फरवरी को अदालत ने जया को पेश होने की तारीख दी थी लेकिन जया हाजिर नहीं हुई। उनकी गैर हाजिरी पर रामपुर की एमपी एमएलए कोर्ट ने धारा 82 के तहत कार्यवाही करने के आदेश देते हुए उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया है। जया के खिलाफ अब-तक सात बार गैर जमानती वारंट जारी हो चुके हैं लेकिन जया एक बार भी अदालत में पेश नहीं हुई।
आचार संहिता का उल्लंघन
बता दें कि 2019 में भाजपा सरकार ने जयाप्रदा को लोकसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया था। जया के सामने सपा की तरफ से कैंडिडेट आजम खान चुनावी मैदान में उतरे थे। जया पर आरोप यह है कि चुनाव के प्रचार के दौरान आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए उन्होंने नूरपुर गांव में सड़क का निर्माण कर दिया था। इसी मामले के तहत जयाप्रदा के खिलाफ स्वार थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी। आचार संहिता उल्लंघन मामला अभी भी मजिस्ट्रेट ट्रायल कोर्ट में चल रहा है।
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आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला
वहीं इसी चुनाव प्रचार के दौरान जयाप्रदा कैमरी थाना क्षेत्र के पिपलिया मिश्र गांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए एक आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी। उसके बाद वह मामला भी थाने पहुंचा था और एफआईआर दर्ज की गई। इस पूरे मामले में जयाप्रदा ने अब-तक कोई बयान दर्ज नहीं कराया है।
एक्स-रे जैसी हैं आजम खान की आंखें
एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए 18 अप्रैल 2019 को जया ने आजम खान की आंखों को एक्स-रे जैसा बताया था। जयाप्रदा ने कहा था कि, ”आजम खान ने मेरे खिलाफ जो टिप्पणी की है, उसे देखते हुए मायावती जी आपको सोचना चाहिए, उनकी एक्स रे जैसी आंखें आपके ऊपर भी कहां-कहां डाल कर देखेंगे। ”20 अप्रैल 2019 को कैमरी थाने में आजम और मायावती के खिलाफ व्यक्तिगत बयान देने और आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन के आरोप में भी जयाप्रदा के खिलाफ आईपीसी की धारा 171-जी के तहत मामला दर्ज हुआ था।
जया प्रदा पर विवादित टिप्पणी
इससे पहले आजम खान ने चुनावी रैली के दौरान जया प्रदा पर विवादित बयान दिया था। आजम खान ने कहा था, ”आपको (जया प्रदा) 10 साल तक प्रतिनिधित्व मिला। रामपुर के लोग, उत्तर प्रदेश के लोग और देश के लोगों को आपकी हकीकत समझने में 17 साल लग गए। लेकिन मैं 17 दिन में पहचान गया कि वह खाकी अंडरवियर पहनती हैं।” उसके बाद उस मामले में चुनाव आयोग ने आजम को नोटिस भेजा था।
खुद को बचाने की साजिश
दरअसल अब इस मामले में रामपुर पुलिस ने कोर्ट में एक रिपोर्ट पेश की है और उस रिपोर्ट में बताया है कि ”अभियुक्त जया प्रदा खुद को बचाने की कोशिश में लगी हैं। इसलिए वो बार-बार समन भेजने के बावजूद कोर्ट में पेश नहीं हो रही हैं। साथ ही उनका मोबाइल भी बंद आ रहा है।” इसके तहत कोर्ट ने जयाप्रदा के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 82 के तहत एक्शन लिया है और पुलिस अधीक्षक को एक डिप्टी एसपी की अगुवाई में टीम बनाकर 6 मार्च 2024 को अदालत में पेश करने के आदेश भी जारी किए हैं।
फरार घोषित की गईं जयाप्रदा
सीआरपीसी की धारा 82 के तहत कोर्ट तब एक्शन लेता है, जब अभियोग्यता या अभियुक्त हाजिर नहीं होते हैं। ऐसे में हाजिरी सुनिश्चित कराए जाने के लिए कोर्ट की तरफ से सीआरपीसी की धारा 82 के तहत कार्रवाई की जाती है। इसका मतलब है कि जयाप्रदा फरार घोषित हो चुकी हैं।
जयाप्रदा की गिरफ्तारी के आदेश
अदालत ने विशेष पुलिस निरीक्षक की तैनाती के आदेश जारी कर दिए हैं। साथ ही अदालत ने पुलिस अधीक्षक को जयाप्रदा की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित करने के आदेश भी दिए हैं। आचार संहिता उल्लंघन में जयाप्रदा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अब मामले की सुनवाई एक बार फिर 6 मार्च को होगी।
तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री की लोकप्रिय एक्ट्रेस
आज भी जया प्रदा हिंदी और तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री में सबसे लोकप्रिय और एक्ट्रेस के तौर पर जानी जाती हैं। हालांकि जब से जयाप्रदा ने राजनीति में कदम रखा तब से उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री छोड़ दी है। 1994 में वे तेलुगु देशम पार्टी (TDP) में शामिल हो गईं थीं। उसके बाद फिर वह सपा और फिर 2019 में बीजेपी में शामिल हो गई थीं। जयाप्रदा राज्यसभा और लोकसभा सांसद भी रह चुकी हैं।