Akash Anand: पार्टी से बर्खास्त के बाद आकाश आनंद ने मायावती को लेकर क्या कुछ कहा? जानें यहां
Akash Anand: बहुजन समाज पार्टी BSP के राष्ट्रीय संयोजक पद से निकाले जाने के बाद आकाश आनंद ने मायावती के फैसले पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। पद से हटाए जाने के बाद आकाश ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि आप हमारी सर्वमान्य नेता हैं। आपका आदेश सिर माथे पे। आकाश आनंद ने सीतापुर में जनसभा के दौरान भाजपा नेताओं की तुलना आतंकवादियों से की थी। साथ ही, उन्हें जूतों से मारने की बात कही थी। इस पर उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था। कहा जा रहा है कि इसी लिए मायावती ने आकाश आनंद के भड़काऊ भाषण के आरोप में उन्हें पार्टी से निकाला था।
समाज आज सम्मान से जीना सीख पाया
आनंद ने X पर लिखा कि, ”आदरणीय बहन @mayawati जी, आप पूरे बहुजन समाज के लिए एक आदर्श हैं, करोड़ों देशवासी आपको पूजते हैं। आपके संघर्षों की वजह से ही आज हमारे समाज को एक ऐसी राजनैतिक ताकत मिली है जिसके बूते बहुजन समाज आज सम्मान से जीना सीख पाया है। आप हमारी सर्वमान्य नेता हैं। आपका आदेश सिर माथे पे। भीम मिशन और अपने समाज के लिए मैं अपनी अंतिम साँस तक लड़ता रहूँगा। जय भीम, जय भारत”!
आदरणीय बहन @mayawati जी, आप पूरे बहुजन समाज के लिए एक आदर्श हैं, करोड़ों देशवासी आपको पूजते हैं। आपके संघर्षों की वजह से ही आज हमारे समाज को एक ऐसी राजनैतिक ताक़त मिली है जिसके बूते बहुजन समाज आज सम्मान से जीना सीख पाया है।
आप हमारी सर्वमान्य नेता हैं। आपका आदेश सिर माथे पे।…
— Akash Anand (@AnandAkash_BSP) May 9, 2024
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BJP के खिलाफ बिगड़े थे बोल
बता दें कि आकाश आनंद ने सीतापुर में जनसभा के दौरान भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की तुलना आतंकवादियों से की थी। उन्हें जूतों से मारने की बात कही थी। आकाश आनंद के इस भड़काऊ भाषण के बाद उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था, जिसमें पार्टी के तीन प्रत्याशियों के नाम भी शामिल किया गया था। बसपा सुप्रीमो मायावती ने इसके बाद आकाश आनंद की रैलियों के आयोजन पर रोक लगा दी थी। इसके बाद भी वह विपक्षी नेताओं को लगातार हमला बोलते रहे।
आकाश आनंद को लेकर कहा….
फिर मायावती ने मंगलवार 8 मई को एक्स पर बयान करते हुए ”आकाश आनंद को नेशनल कोआर्डिटनेटर के पद और अपने उत्तराधिकारी की जिम्मेदारी से हटाने का ऐलान किया”। उन्होंने ”आकाश आंनद के पिता और अपने भाई आनंद कुमार को पार्टी के हित में पहले की तरह अपनी जिम्मेदारी निभाने की बात कही”। उन्होंने कहा कि ”बसपा का नेतृत्व पार्टी व मूवमेंट के हित में एवं डॉ. आंबेडकर के कारवां को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग व कुर्बानी देने से पीछे हटने वाला नहीं है”।
महज पांच माह में राजनीति से बाहर का रास्ता
राजनीति में आकाश आनंद की शुरुआत अच्छी नहीं रही। केवल 5 महीने में ही बसपा सुप्रीमो मायावती ने उनसे नेशनल कोऑर्डिटनेटर पद के साथ अपना उत्तराधिकारी होने की जिम्मेदारी छीन ली। आकाश आनंद को बीते साल दिसंबर में लखनऊ में हुए पदाधिकारियों के सम्मेलन में मायावती ने अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। आकाश को यूपी और उत्तराखंड से दूर रखने का निर्णय भी लिया था।