World Tribal Day: पूरे विश्व भर में आज हर्षो उल्लास से मनाया जा रहा आदिवासी दिवस, आइए जानते है इससे जुड़ी कुछ खास बाते

World Tribal Day 2023 : आज यानि की 9 अगस्त का दिन विश्व आदिवासी दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन आदिवासी लोगों के संरक्षण और उनके अधिकारों के प्रति जागरुकता दर्शाने का दिन है. आइए हम आपको बताते हैं, इस दिन को मनाने की शुरुआत कैसे हुई। हर साल 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के तमाम हिस्सों में आदिवासी दिवस रुप मनाया जाता हैं, इनके रहन-सहन, खानपान, रीति-रिवाज की बात करे तो वो दूसरे लोगों के मुकाबले भिन्न है।
समाज से अलग होने के कारण ये पिछड़ गए हैं। इसीलिए भारत के साथ तमाम देशों में इनके विकास के लिए, इनको बढ़ावा दिया जाता है और इनके अधिकारों को ध्यान में रखते हुए इनको दुनिया में प्रकाशित करने के लिए कई तरह के कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते है। देश में शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में आदिवासीओ की क्या स्थिति है,इसका अंदाजा हम दो दिन पहले ही लग गया था जब सरकार ने अपनी राय व्यक्त की थी।
क्या है आदिवासियों का वेरोजगारी दर
आदिवासियों के लिए बेरोजगारी दर ग्रामीण, शहरी और ग्रमीण+शहरी तरीके से बांटा गया है। इसमें बताया गया है कि पीएलएफएस 2020-21 की रिपोर्ट की माने तो आदिवासियों के लिए बेरोजगारी दर ग्रामीण क्षेत्र में काफी ज्यादा है। उनको काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है ये भी बताया जा रहा है की उनको सोशल में ज्यादा सामान नहीं मिलता इसलिए ये दिवस हम उनके बारे में जानने के लिए मनाते है।
आदिवासीओ के लिए चलाए गए कार्यक्रम
इस दिन विकास कार्य योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में भी बताया गया है, जैसे महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम, प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण, समग्र शिक्षा, जल जीवन मिशन/राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल मिशन, आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण, दीन दयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम, 10,000 एफपीओ का गठन और संवर्धन, पीएम-किसान, आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना आदि जैसे ही कई योजना करवाई गयी है।
इस आदिवासी युवक का छाया रहा मामला
आंकड़ों के हिसाब से देश में सबसे ज्यादा ट्राइबल आबादी मध्य प्रदेश में ही रहती है।बीते दिनों आदिवासी लोगों पर अत्याचार के कई मामले सामने आए हैं और इस पर लोगो ने काफी गुस्सा भी जाहिर किया है। जिसमें मध्य प्रदेश का पेशाब कांड भी शामिल है। एमपी के एक आदिवासी दशमत रावत पर पेशाब करते हुए का वीडियो काफी वायरल हुआ था। पीड़ित ने बताया था कि यह वीडियो तीन साल पुराना है।
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