West Bengal News: Mamta Banerjee ने शेख शाहजहां को दिखाया पार्टी से बाहर का रास्ता, 10 दिनों की पुलिस रिमांड
West Bengal News: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली मामले में महिलाओं के यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने के आरोपी शाहजहां शेख पर कार्रवाई करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने गुरुवार यानी आज 29 फरवरी को शेख शाहजहां को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। शाहजहां शेख को 6 साल के लिए पार्टी से सस्पेंड किया गया है। वहीं पुलिस ने शाहजहां शेख को गिरफ्तार कर कोर्ट के सामने पेश किया। इसी बीच टीएमसी लीडर डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि एक पार्टी है, जो सिर्फ बोलती रहती है। तृणमूल जो कहती है, वो करती है।
#WATCH | TMC leader Derek O'Brien in Kolkata announces, "TMC has decided to suspend Sheikh Shahjahan from the party for six years." pic.twitter.com/AYq3wtktBR
— ANI (@ANI) February 29, 2024
10 दिनों की पुलिस रिमांड
शेख को बंगाल पुलिस ने गुरुवार सुबह नॉर्थ 24 परगना के मीनाखान इलाके से गिरफ्तार किया। शाहजहां 55 दिन से फरार था। पुलिस ने उसे बशीरहाट कोर्ट में पेश किया है। जहां से उसे 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। साथ ही कहा जा रहा है कि ED की टीम पर हमले में शेख शाहजहां ने अपनी भूमिका कबूल कर ली है।
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शेख शाहजहां को गिरफ्तार ही रहने दो
बता दें कि गिरफ्तारी के तुरंत बाद शेख शाहजहां के वकील जमानत के लिए हाईकोर्ट पहुंचे लेकिन कोर्ट ने कहा कि, “उसे गिरफ्तार ही रहने दो। अगले 10 साल तक ये आदमी आपको बहुत व्यस्त रखेगा। आपको इस केस के अलावा कोई और चीज देखने का मौका नहीं मिलेगा। उसके खिलाफ 42 केस दर्ज हैं। वो फरार भी था। जो कुछ भी आपको चाहिए, आप सोमवार को आइए। हमारे पास उसके लिए कोई सहानुभूति नहीं है।”
जांच-पड़ताल में थोड़ा समय लगेगा
वहीं कलकत्ता हाईकोर्ट सोमवार 4 फरवरी 2024 को संदेशखाली मामले की जांच CBI को सौंपे जाने की याचिका पर सुनवाई करेगा। साउथ बंगाल के ADG सुप्रतिम सरकार ने अपने बयान में कहा कि ”इस गिरफ्तारी में सेक्शुअल असॉल्ट का कोई मामला नहीं है लेकिन शाहजहां के खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए हैं। 7, 8 और 9 फरवरी को जो मामले दर्ज हुए हैं, वे सभी 2-3 साल पहले की घटनाओं के हैं, जांच-पड़ताल में थोड़ा समय लगेगा।”
4 मार्च को अगली सुनवाई
शाहजहां शेख की गिरफ्तारी को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस टीएस शिवज्ञानम ने सोमवार को आदेश दिए थे कि पुलिस हर हाल में 4 मार्च को अगली सुनवाई में शाहजहां को कोर्ट में पेश करे। उसकी गिरफ्तारी पर कोई स्टे नहीं है।
कोर्ट ने हैरानी जताते हुए कहा कि ”संदेशखाली में अत्याचार की घटनाओं की सूचना 4 साल पहले पुलिस को दी गई थी। यौन उत्पीड़न समेत 42 मामले हैं, लेकिन उनमें चार्जशीट दायर करने में चार साल लगा दिए गए।”
सरकार गिरफ्तारी को मजबूर हुई
शेख शाहजहां की गिरफ्तारी को लेकर बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने एक बयान देते हुए कहा कि ”भाजपा की तरफ से लगातार इस मुद्दे पर प्रदर्शन किए गए, जिसकी वजह से बंगाल सरकार उसे गिरफ्तार करने को मजबूर हुई। सरकार तो अब तक शेख शाहजहां को आरोपी मानने से ही इनकार कर रही थी।”
फाइव स्टार होटल जैसी सुविधाएं
पश्चिम बंगाल से भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि ”शेख शाहजहां को गिरफ्तार तो कर लिया गया है, लेकिन वह एक डील के तहत कल रात 12 बजे से ममता पुलिस की सुरक्षित कस्टडी में है। कल रात पुलिस उसे बेरमजूर-II में ग्राम पंचायत इलाके में ले गई थी, जहां उसने प्रभावशाली मध्यस्थों की मदद से ममता की पुलिस से डील की कि पुलिस कस्टडी और ज्यूडिशियल कस्टडी में उसकी अच्छे से देखभाल की जाएगी। जेल में उसे फाइव स्टार होटल जैसी सुविधाएं भी दी जाएंगीं। यहां तक कि उसे मोबाइल फोन भी दिया जाएगा जिसकी मदद से वह तोलामूल पार्टी को वर्चुअली चला सकेगा।”
इस मामले में हुई गिरफ्तारी
दरअसल संदेशखाली में शेख शाहजहां और उसके दो साथियों शिबू हाजरा और उत्तम सरदार पर यह आरोप है कि वे महिलाओं के साथ लंबे समय से गैंगरेप कर रहे थे। इस केस में शिबू हाजरा और उत्तम सरदार समेत 18 लोगों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। शाहजहां शेख TMC का डिस्ट्रिक्ट लेवल का नेता है। ED ने 5 जनवरी राशन घोटाले में शेख के घर पर रेड की थी। तब उसके 200 से ज्यादा सपोर्टर्स ने ED की टीम पर अटैक कर दिया था। फिर अफसरों को जान बचाकर भागना पड़ा। तभी से शाहजहां फरार था।
संदेशखाली में भयानक साजिश
बता दें कि नॉर्थ 24 परगना जिले के संदेशखाली में महिलाओं ने TMC नेता शेख शाहजहां और उनके समर्थकों पर यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने का आरोप लगाया था। उसके बाद संदेशखाली में स्थानीय महिलाओं ने प्रदर्शन किया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की थी। वहीं पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना जिले के संदेशखाली में महिलाओं से यौन उत्पीड़न मामले में CM ममता बनर्जी ने गुरुवार (15 फरवरी) को विधानसभा में अपनी बात रखी। ममता ने कहा कि ”संदेशखाली में तनाव पैदा करने की भयानक साजिश चल रही है। संदेशखाली RSS का गढ़ है। वहां 7-8 साल पहले भी दंगे हुए थे। यह संवेदनशील स्थलों में से एक है।”
शाहजहां कहां से आया नहीं पता
आरोपी शाहजहां संदेशखाली में कहां से आया, ये बात किसी को नहीं पता। 2000-2001 में वो मत्स्य केंद्र में मजदूर था। यहां तक की शेख ने सब्जी भी बेची है। फिर ईंट-भट्ठे पर काम करने लगा। यहीं उसने मजदूरों की यूनियन टीम बनाई उसके बाद सीपीएम से जुड़ा गया।
करोड़ों की संपत्ति का मालिक
सिंगूर और नंदीग्राम आंदोलन 2012 में वो तृणमूल के तत्कालीन महासचिव मुकुल रॉय और उत्तर 24 परगना जिले के नेता ज्योतिप्रिय मलिक के सहारे पार्टी से जुड़ गया। जिस राशन घोटाले में ED शाहजहां को खोज रहा है, उसी केस में मलिक जेल में हैं। गांव वालों को ऐसा कहना है कि शाहजहां के पास सैकड़ों मछली पालन केंद्र, ईंट भट्ठे, सैकड़ों एकड़ जमीन हैं। वो 2 से 4 हजार करोड़ की संपत्ति का मालिक है।
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