‘बंगाल में साधुओं की पिटाई पर मचा बवाल’, BJP ने TMC नेता को घेरा
West Bengal: बंगाल में पालघर जैसी घटना को अंजाम दिया गया है। आज से लगभग तीन साल पहले पालघर में साधुओं को बच्चा चोर समझ पीटा गया और लोगों की मार से मोके पर ही उन साधुओं की मौत हो गईू थी। ठीक वैसी ही वारदात गुरुवार यानी 12 जनवरी की शाम को पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में देखने को मिली है। जहां भारी भीड़ ने यूपी के 3 साधुओं को बच्चा चोर समझकर बेरहमी से पीटा है। इस मामले में पुलिस ने 12 लोगों को हिरासत में ले लिया है। साधुओं को पीटने का 30 सेकंड का एक वीडियो भी सामने आया है और यह वीडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है।
इस वीडियो में एक ग्रुप को साधुओं को पीटते हुए देखा जा सकता है। इस मामले में बीजेपी ने बंगाल की टीएमसी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए उन पर निशाना साधा है। हालांकि इस वीडियो और भाजपा के आरोपों पर टीएमसी की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस मामले पर अपना पक्ष रखते हुए बयाना जारी किया है कि “तुष्टीकरण की राजनीति करके ये माहौल पैदा किया गया है। हिंदुओं को जश्न तक नहीं मना सकते। अब हिंदू साधुओं को मारने पीटने और हत्या करने का प्रयास किया जा रहा है और राज्य सरकार मुखदर्शक बनी सब कुछ देख रही है।
टीएमसी पर भाजपा ने साधा निशाना
Also Read: अयोध्या के लिए चली फ्री ट्रेन, सालाना 20 हजार यात्रियों को मौका, इस राज्य से मिली सौगात
भारतीय जनता पार्टी के IT सेल प्रमुख अमित मालवीय ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा कि “ममता बनर्जी को चुप्पी पर शर्म आनी चाहिए! क्या ये हिंदू साधु आपकी मान्यता के योग्य नहीं हैं? यह अत्याचार जवाब की मांगता है। पश्चिम बंगाल के पुरुलिया से बिल्कुल चौंकाने वाली घटना सामने आई है जिसमें मकर संक्रांति के लिए गंगासागर जा रहे साधुओं को सत्तारूढ़ TMC से जुड़े अपराधियों ने निर्वस्त्र कर पीटा है। यह दावा करते हुए कि पश्चिम बंगाल में हिंदू होना अपराध है। ममता बनर्जी के शासन में, शाहजहां शेख जैसे आतंकवादी को राज्य संरक्षण मिलता है और साधुओं की हत्या कर दी जाती है।
बंगाल में पालघर जैसी घटना
अखिल भारत हिंदू महासभा के स्वामी चक्रपाणि ने भी इस मामले में अपनी राय रखते हुए कहा कि ”बंगाल में पालघर जैसी घटना दोहराई जा रही है। ये कितना दुर्भाग्यपूर्ण बात है। जब भगवान राम का मंदिर बन रहा है उस समय भी साधु-संत सुरक्षित नहीं है ममता सरकार को चाहिए की वह आरोपियों को गिरफ्तार करके तुरंत सजा सुनाए।”