अयोध्या के लिए चली फ्री ट्रेन, सालाना 20 हजार यात्रियों को मौका, इस राज्य से मिली सौगात
Ayodhya: काफी ज़ोरों शोरों से नए साल का आगाज हो चुका है। नए साल पर पूरा देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया राम नाम से गूंजी हुई है। एक तरफ पूरी दुनिया भगवान राम में लीन है तो ऐसे में सरकारें भी भक्तों की आस्था को देखते हुए उनके लिए कुछ खास इंतजाम कर रही हैं। सरकारें भक्तों को भगवान राम के दर्शन के लिए सेवाएं दे रहे हैं। इसी क्रम में राम जी के ननिहाल वालों को भी छत्तीसगढ़ सरकार ने सौगात दी है। छत्तीसगढ़ सरकार ने राम जन्मभूमि अयोध्या जाने के लिए फ्री ट्रेन चलाने का ऐलान किया है।
सालाना 20 हजार यात्रियों को रामलला दर्शन
छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में एक योजना की शुरुआत करने जा रही है जिस योजना का नाम है (अयोध्या धाम) योजना। खबरों से पता चला है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में श्री रामलला दर्शन (अयोध्या धाम) योजना का फैसला लिया गया है। इस योजना के तहत सालाना 20 हजार यात्रियों को रामलला दर्शन करने का मौका मिलेगा। इस योजना की सारी देख-रेख का जिम्मा छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल और बजट पर्यटन विभाग के हाथों में है।
इस वर्ग के लिए यात्रा का मौका
छत्तीसगढ़ के मूल निवासियों को यात्रा की सुविधा मिलेगी। पहले 18 से 75 आयु वर्ग के लोग शामिल होंगे, दूसरा दिव्यांगजनों के लिए लेकिन इनके साथ परिवार का कोई एक सदस्य होना चाहिए जो इनकी देखभाल अच्छे से कर सके। वहीं पहले चरण में 55 साल से अधिक उम्र के लोगों को यात्रा द्वारा रामलला के दर्शन करने का मौका मिलेगा। इसके बाद अन्य वर्ग के लोगों को यह मौका दिया जाएगा। इसके अंतर्गत पहले प्रत्येक जिले में कलेक्टर की अध्यक्षता में श्री रामलला दर्शन के लिए समिति बनाई जाएगी, प्रत्येक समिति द्वारा अनुपातिक कोटे के अनुसार यात्रियों का चयन किया जाएगा।
IRCTC के साथ यात्रा होगी पूरी
इस यात्रा की दूरी लगभग 900 किलोमीटर है। इसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) के साथ मिलकर काम करेगी। यात्रा के दौरान यात्रियों को सुरक्षा, स्वास्थ्य, भोजन, स्थलों के दर्शन तथा स्थानीय परिवहन की भी सुविधा दी जाएगी। यात्रियों को उनके निवास से रेलवे स्टेशन तक ले जाने और वापस लाने का इंतजाम जिला कलेक्टर करेगी, इसके लिए उन्हें बजट उपलब्ध कराया जाएगा, प्रत्येक जिले से यात्रियों के साथ एक सक्षम शासकीय अधिकारी अथवा एक छोटा दल साथ भेजा जाएगा।