Maharashtra: भूस्खलन से 22 लोगों की मौत, 86 अब भी लापता; एनडीआरएफ द्वारा बीच-बचाव का काम जारी

Maharashtra: महाराष्ट्र (Maharashtra) के रायगढ़ जिले में इरशालवाड़ी गाँव में राहत और बीच-बचाव का काम शनिवार को भी जारी है. अधिकारियों के अनुसार, यहाँ भूस्खलन (Landslide) से अबतक 22 लोगों की जान चली गई है, जबकि 86 ग्रामीण अब भी लापता हैं. आपको बता दें, मुंबई से लगभग 80 किमी दूर स्थित खालापुर तहसील के अंतर्गत एक पहाड़ी ढलान पर एक अदिवासी गाँव में बुधवर रात को भूस्खलन (Landslide) हुआ था. जिसमें 229 निवासियों में से 22 की मृत्यु हो गई, 10 घायल हैं और 111 सुरक्षित हैं जबकि 86 लोगों का अब भी पता नहीं चल पाया है, उनकी तलाश जारी है.
एक ही परिवार के नौ सदस्यों की मौत
महाराष्ट्र (Maharashtra) में भूस्खलन (Landslide) की घटना वाली घटना में यहाँ एक ही परिवार के नौ लोगों की मृत्यु हो गई. आपको बता दें, भुस्खलन से गुरुवार तक मारने वालों की संख्या 16 थी, लेकिन शुक्रवार को यह सख्या बढ़ कर 22 हो गई. मृतकों में नौ पुरुष, नौ महिलाएं और चार बच्चे शामिल हैं. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और अन्य सरकारी एजेंसियों द्वारा खोज और बचाव अभियान शनिवार सुबह तीसरे दिन फिर से शुरू किया गया है.
एनडीआरएफ (NDRF) के एक अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश के कारण शुक्रवार शाम करीब छह बजे तलाशी अभियान रोक दिया गया था। लेकिन एनडीआरएफ की चार टीमों और अन्य एजेंसियों द्वारा शनिवार सुबह ऑपरेशन फिर से शुरू किया गया है. उन्होंने बताया कि पहाड़ी ढलान पर स्थित गांव के 48 में से कम से कम 17 घर पूरी तरह या आंशिक रूप से भूस्खलन के मलबे के नीचे दब गए हैं.
जीवित बचे लोगों के उपयोग के लिए 60 कंटेनरों की हुई है मांग
एनडीआरएफ (NDRF) के अधिकारियों ने बताया कि पहाड़ी के निचले इलाके से इरशालवाड़ी गांव तक पहुंचने में लगभग डेढ़ घंटे का समय लगता है. लोकप्रिय ट्रैकिंग स्थल इरशालगढ़ किले की अनदेखी की वजह से इस गांव में पक्की सड़क नहीं है, इसलिए अर्थ मूवर्स और खुदाई करने वाली वाली मशीनों को आसानी से नहीं ले जाया जा सकता है. इसलिए बचाव अभियान मैन्युअल रूप से चलाया जा रहा है.
आपको बता दें, कोंकण डिवीजन के सूचना उप निदेशक के कार्यालय द्वारा शुक्रवार को बताया गया कि भुस्खलन (Landslide) में जीवित बचे लोगों के लिए पारगमन शिविरों के रूप में उपयोग करने वाली 60 कंटेनरों की मांग की गई है और उनमें से 40 पहले ही स्थान पर पहुंच चुके हैं। इसके अलावा, साइट पर 20 अस्थायी शौचालय और इतनी ही संख्या में बाथरूम तैयार किए गए हैं.
इस घटना पर मुख्यमंत्री शिंदे ने ये कहा
महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने शुक्रवार को विधानसभा में बताया कि भूस्खलन (Landslide) की घटना के मद्देनजर महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के सभी भूस्खलन-संभावित क्षेत्रों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने का फैसला किया है. उन्होंने (Eknath Shinde) कहा, इरशालवाड़ी गांव भूस्खलन संभावित क्षेत्रों की सूची में नहीं था, लेकिन हम यहाँ लोगो को बचाने क काम में सफल हो रहे हैं.
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