इस राज्य में कांग्रेस को बड़ा झटका, एकलौता विधायक भी पार्टी को छोड़ इस पार्टी में हुआ शामिल
WEST BENGAL: हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक चुनाव में जीत के बाद जहां कांग्रेस (Congress) अपने आप को मजबूत बताने में लगी हुई है वहीं पश्चिम बंगाल में कांग्रेस (Congress) के इस दावे को तब झटका लगा जब उसका एकमात्र विधायक और बिजनेसमैन बायरन बिस्वास (Bayron Biswas) ने कांग्रेस को छोड़ ममता बनर्जी (Mamata Banarjee) की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) का दामन थाम लिया।
कांग्रेस को एकमात्र सीट दिलाने में हुए थे कामयाब
Today, during the ongoing #JonoSanjogYatra in the presence of Shri @abhishekaitc, INC MLA from Sagardighi Bayron Biswas joined us. We wholeheartedly welcome him to the Trinamool Congress family!
To strengthen your resolve to fight against the divisive and discriminatory… pic.twitter.com/CyCaUKTyRs
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) May 29, 2023
दरअसल बायरन बिस्वास कांग्रेस (Congress) के एक मात्र विधायक थे जिन्होंने पश्चिम बंगाल की मुर्शिदाबाद जिले की सागरदिघी सीट से कांग्रेस की टिकट पर उपचुनाव में जीत दर्ज की थी। इस सीट पर उन्हें वामदलों का भी समर्थन मिला था जिसकी मदद से उन्होंने टीएमसी के प्रत्याशी को भारी मतों के अंतर से हराया था और कांग्रेस को एकमात्र सीट दिलवाने में कामयाब रहे थे।
गौरतलब है कि बायरन बिस्वास इस समय टीएमसी को ज्वाइन किया है जब टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि बंगाल में कांग्रेस हमारा सहयोग करे इसके बदले में टीएमसी देशभर की लगभग 200 सीटों पर कांग्रेस का समर्थन करने को तैयार है।
2024 से पहले फॉर्मूला तय कर रही हैं ममता बनर्जी
बता दें कि कर्नाटक चुनाव के बाद ममता बनर्जी ने कांग्रेस (Congress) को समर्थन देने की बात करते हुए कहा था कि टीएमसी उन राज्यों में कांग्रेस का सर्मथन करने को तैयार है जहां पर कांग्रेस मजबूत है पर इसके बदले में कांग्रेस को बंगाल जैसे राज्यों में हमारी मदद करनी होगी।
जहां कांग्रेस मजबूत वहां हम देगें समर्थन- ममता
सुत्रों की माने तो टीएमसी प्रमुख आने वाले 2024 के लोकसभा के चुनाव से पहले एक फॉर्मूला तय करने के लिए सभी विपक्षी दलों के बीच बातचीत शुरू करना चाहती है। एक प्रेस वार्ता में बात करते हुए ममता बनर्जी ने कहा था कि ‘मैं कोई जादूगर नहीं हूं, न ही ज्योतिषी. मैं नहीं कह सकती कि भविष्य में क्या होगा। लेकिन मैं आपको एक बात बता सकती हूं, जहां क्षेत्रीय पार्टी मजबूत हैं, वहां बीजेपी नहीं लड़ सकती है। और जहां लोग निराश हैं, वहां भी। कर्नाटक में डाला गया वोट बीजेपी सरकार के खिलाफ एक जनादेश है।’
ममता बनर्जी ने आगे कहा था कि जिन सीटों पर कांग्रेस पार्टी मजबूत है, वहां वो भाजपा से लड़ सकती है. उन्होंने कहा था, ‘मजबूत पार्टी को प्राथमिकता दी जानी चाहिए और जहां भी कांग्रेस पार्टी मजबूत है उन्हें लड़ने दो, हम समर्थन देंगे. लेकिन इसके लिए कांग्रेस को भी दूसरी पार्टियों का समर्थन करना होगा.’
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