May 15, 2024

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खूबसूरत घाटियों को बयां करता Badalta Kashmir, कौन हैं रैपर रसिक और हुमैरा?

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Kashmir

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Badalta Kashmir: कश्मीर की खूबसूरत और शांत घाटियों में, बदलाव की लहर गूंज रही है। इस लहर के कारण वहां खुशियां नजर आ रही हैं। वहां के युवा अब अपनी मर्जी से गा सकते हैं नाच सकते हैं और घूम सकते हैं। कुछ युवा देश तक बदलाव की लहर की गूंज पहुंचाने के लिए रैप का सहारा ले रहे हैं। दरअसल रैप आर्टिस्ट रसिक एहमद शेख और हुमैरा जान इन दिनों सुर्खियां बटोर रहे हैं। सुर्खियों की वजह है “बदलता कश्मीर” रैप, जो इस समय इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसके पीछे के आर्टिस्ट और कोई नहीं बल्कि यही रसिक अहमद शेख यानी एमसी रा और एक 14 साल की टैलेंटेड लड़की हुमैरा जान हैं। इस रैप में इन दोनों ने कश्मीर की बदलती तस्वीर के बारे में बताया है।

रैपर रफ्तार के फैन हैं रसिक

21 साल की उम्र वाले, एमसी रा, जिन्हें रसिक अहमद शेख के नाम से भी जाना जाता है, इस शैली के प्रति अपने प्यार का श्रेय पॉपुलर रैपर रफ्तार को देते हैं। आर्थिक तंगी के कारण शेख सिर्फ 12वीं कक्षा तक ही पढ़ाई कर पाए थे। इसके बाद उन्हें उच्च शिक्षा को अलविदा कहना पड़ा। इन चुनौतियों के बीच रैप उनका सहारा बन गया और वे रैप करने लगे। वहीं गांदरबल की 14 साल की हुमैरा जान के लिए, भारतीय रैप ही उनका मोटिवेशन है। रैपिंग ने उनका परिचय कविता लिखने और उसे धुनों के साथ बनाने में मदद की। इन दोनों ने मिलकर बदलता कश्मीर नाम की रैप बनाई।

सोशल मीडिया पर जमकर हो रहा वायरल

तीन मिनट का “बदलता कश्मीर” अब तेजी से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल हो रहा है और काफी लोकप्रियता हासिल कर रहा है। वीडियो को जीओसी 15 कोर के लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना और अभिनेता अनुपम खेर जैसी बड़ी हस्तियों से सपोर्ट मिला है। इससे पता चलता है कि इंटरनेट पर इस रैप को लेकर कितना क्रेज है।

क्या कहता है बदलता कश्मीर

दक्षिण कश्मीर में रहते हुए, एमसी रा जब भी श्रीनगर आते हैं तो बदलते कश्मीर पर विचार करते हैं। वो स्वतंत्रता और आशा की नई भावना का अनुभव करते हैं। उनके मुताबिक अब कश्मीर एक ऐसी जगह है जहां बेहतर भविष्य की उम्मीद की जा सकती है। बदलता कश्मीर की बात करें, तो यह कश्मीर में जी20 सम्मेलन, स्मार्ट सिटी परियोजनाओं जैसी हालिया घटनाओं को लेकर बात करता है। इसके अलावा, शांति, शासन और विकास के विषयों की पड़ताल करता है। दोनों कलाकारों ने जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग कार्यक्रमों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है।

कैसे बीता बचपन

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शेख का बचपन काफी परेशानियों में गुजरा। वो पुलवामा और शोपियां के सरकारी स्कूलों में पले-बढ़े थे। शेख के पिता, एक सूफी गायक थे। वे सफाईकर्मी के रूप में काम करते थे, और गुजारा करने के लिए भी उन्हें संघर्ष करना पड़ता था। आर्थिक तंगी के कारण रसिक को अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी। परिवार का सपोर्ट करने के लिए 12वीं कक्षा के बाद अपनी पढ़ाई बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा।

शिक्षकों ने किया प्रोत्साहित

साल 2017 में रसिक ने अपने स्कूल के एक समारोह में रैप गीत गाया। इस रैप को उनके शिक्षकों ने सुना और रसिक को प्रोत्साहित किया कि वे रैप करना जारी रखें। कश्मीर में रैप के लिए किसी तरह की ऑफिशियल ट्रेनिंग नहीं होती थी जिसके कारण रसिक ने एक लैपटॉप उधार लिया और कॉपीराइट-फ्री बीट्स का इस्तेमाल करके यूट्यूब पर म्यूजिक प्रोडक्शन का काम शुरू किया। पिछले कुछ गानों में उन्हें काफी पॉजीटिव रिस्पॉन्स मिला जिसके कारण वो किसी महिला कलाकार के साथ कॉलेबोरेशन करने के बारे में सोचा। उन्होंने अपना पहला इंडिपेंडेंट प्रोजेक्ट “बदलता कश्मीर बनाना शुरू किया। तभी उन्हें हुमैरा जान के बारे में पता चला।

हुमैरा रैप सर्च में नहीं आतीं नजर

हुमैरा जिस समाज से आती हैं वहां के लोगों को ये सब रास नहीं आता और उन्हें काफी नेगेटिव कमेंट का सामना करना पड़ता है। जिसके कारण सामाजिक प्रतिक्रिया के डर से, हुमैरा रैप सर्च में ज्यादा नहीं आती हैं। हालांकि परिवार का साथ होने की वजह से हुमैरा आगे बढ़ती जा रही हैं।
वहीं अब रसिक अपनी वीडियो का काम करने के लिए श्रीनगर आते-जाते रहते हैं। उनके परिवार में आठ लोग हैं जिनकी जिम्मेदारी रसिक पर है। रसिक का कहना है कि वे पहले पारिवारिक जिम्मेदारियां पूरी करेंगे और इसके बाद अपनी पढ़ाई पूरी करेंगे।

 

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