पीएम मोदी के वाराणसी से निकलते ही यूपी भाजपा की राजनीति में होने जा रहा है बड़ा उलटफेर, संगठन के बड़े नेताओं पर गिर सकती है गाज
Big Reshuffle in UP BJP: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी दौरे पर थे. इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी समेत बीजेपी (BJP) के कई अन्य नेता मौजूद थे. इस बीच एक बड़ी खबर यह सामने आ रही है कि आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए यूपी बीजेपी (BJP) की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है.
कभी भी जारी हो सकती है नई कार्यकारिणी
ऐसी संभावना है कि प्रदेश में बीजेपी (BJP) के कई नई चेहरों को अहम और बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है तो वहीं, कई नेताओं को उनके पद से हटाया भी जा सकता है. सूत्रों से खबर सामने आई है है कि फेर-बदल की पूरी लिस्ट लखनऊ पहुंच चुकी है और किसी भी वक्त नई कार्यकारिणी को जारी किया जा सकता है.
गौरतलब है कि आज से छह महीना पहले भूपेंद्र चौधरी को बीजेपी (BJP) प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था. हालांकि अभी तक उनके कार्यकारिणी का विस्तार नहीं हुआ है. लेकिन खबरों के मुताबिक भूपेंद्र सिंह ने, सीएम योगी आदित्यनाथ और दोनों उपमुख्यमंत्री से विचार विमर्श कर पैनल को तैयार कर लिया है.
इन्हें मिल सकता है लोकसभा चुनाव में मौका
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक लोकसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी (BJP) प्रदेश कार्यकारिणी की संरचना में अगड़े पिछड़े और दलितों को उचित स्थान दे सकती है. जिसमें, जेपीएस राठौर, प्रियंका रावत को हटा कर उनकी जगह प्रदेश महामंत्री पद के लिए तीन नए नामों को शामिल किया जा सकता है. वही, कनौज से सांसद सुब्रत पाठक को पदोन्नति मिल सकती है और उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी सकती है. इसके लिए उन्हें उनके संगठन के कार्यभार से मुक्त करने का फैसला लिया गया है.
अश्वनी त्यागी पर गिर सकती है गाज
जानकारी के अनुसार बीजेपी प्रदेश महामंत्री अश्वनी त्यागी को उनके पद से हटाया जा सकता है. उनकी जगह प्रकाश पाल को प्रदेश महामंत्री बनाया जा सकता है. उनके अलावा प्रदेश महामंत्री पद की दौड़ में कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, विधायक श्रीकांत शर्मा व पूर्व मंत्री सुरेश राणा भी शामिल हैं.
वहीं, प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रज बहादुर और संतोष सिंह की जिम्मेदारी भी बदली जा सकती है. इसके अलावा प्रदेश समिति, जिला अध्यक्षों की नियुक्ति और सभी भाजपा क्षेत्रिय अध्यक्ष को बदलकर उनके स्थान पर नये कार्यकर्ताओं (BJP) को मौका दिया जा सकता है.