मोदी सरनेम मामले में बुरे फंसे राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द, 2024 का लोकसभा चुनाव भी नहीं लड़ पाएंगे कांग्रेस नेता
Rahul Gandhi Disqualified: राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को मोदी सरनेम पर टिप्पणी मामले में आज दूसरा बड़ा झटका लगा है. कल गुरुवार को 2 साल की सजा होने के बाद आज शुक्रवार 24 मार्च को लोकसभा सचिवालय ने उनकी लोकसभा सदस्यता को रद्द कर दिया है. सचिवालय ने इसको लेकर एक नॉटिफेकिकेशन भी जारी किया है.
गौरतलब है कि कल 23 मार्च को मोदी सरनेम एक मानहानि मुकदमे में सूरत कोर्ट ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को दोषी ठहराते हुए दो साल की सजा औऱ 15 हजार रुपये का जुर्माना लगाया था. हालांकि फैसले के कुछ देर बाद ही राहुल गांधी को बेल दे दी गई थी. राहुल गांधी केरल के वायनाड से सांसद थे.
लोकसभा चुनाव 2024 लड़ने पर भी संशय
आपको बता दें कि मोदी सरनेम मामले में सजा और सदस्यता रद्द होने के बाद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) बड़ी मुसिबत में फंस गए हैं, दरअसल प्रावधान के मुताबिक यदि किसी सांसद को 2 साल या उससे अधिक दिनों की सजा होती है. तो उसकी सदस्यता को रद्द कर दिया जाता है.
इसके साथ ही वह सजा को पूरा करने के बाद भी अगले 6 साल के लिए चुनाव नहीं लड़ सकता है. ऐसे में अब राहुल गांधी के लोकसभा 2024 का चुनाव भी नहीं लड़ पाएंगे. हालांकि वह (Rahul Gandhi) इस मामले को सेशन कोर्ट में चुनौती दे सकते हैं.
लोकतंत्र बचाने की हरसंभव कोशिश-कांग्रेस
राहुल गांधी जी की लोकसभा सदस्यता ख़त्म कर दी गई।
वह आपके और इस देश के लिए लगातार सड़क से संसद तक लड़ रहे हैं, लोकतंत्र को बचाने की हर सम्भव कोशिश कर रहे हैं।
हर षड्यंत्र के बावजूद वह यह लड़ाई हर क़ीमत पर जारी रखेंगे और इस मामले में न्यायसंगत कार्यवाही करेंगे।
लड़ाई जारी है✊️ pic.twitter.com/4cd9KfG3op
— Congress (@INCIndia) March 24, 2023
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की सदस्यता रद्द होने पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए कहा कि- राहुल गांधी जी की लोकसभा सदस्यता ख़त्म कर दी गई. वह आपके और इस देश के लिए लगातार सड़क से संसद तक लड़ रहे हैं, लोकतंत्र को बचाने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं. हर षड्यंत्र के बावजूद वह यह लड़ाई हर क़ीमत पर जारी रखेंगे और इस मामले में न्यायसंगत कार्यवाही करेंगे. लड़ाई जारी है.
‘मोदी के खिलाफ करूंगी मानहानि का मुकदमा’
This classless megalonaniac referred to me as Surpanakha on the floor of the house.
I will file a defamation case against him. Let's see how fast courts will act now.. pic.twitter.com/6T0hLdS4YW
— Renuka Chowdhury (@RenukaCCongress) March 23, 2023
मोदी सरनेम पर आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को दो साल सजा पर लगभग सभी विपक्षी दलों ने अपना विरोध जताया है. इन सबके बीच कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रेणुका चौधरी (Renuka Chowdhary) ने गुरुवार (23 मार्च) को एक ट्वीट करते हुए कहा कि- वह कथित शूर्पणखा वाले कमेंट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगी.
उन्होंने ट्वीट में लिखा कि देखते हैं कि ‘अब अदालतें कितनी तेज काम करती हैं.’ रेणुका चौधरी ने ट्वीट के साथ ही एक वीडियो भी साझा किया है जिसमें, पीएम नरेंद्र मोदी पीएम मोदी ने राज्यसभा के अध्यक्ष को रेणुका चौधरी को हंसने देने को कहा था. उन्होंने कहा था कि रामायण सीरियल के बाद आज ऐसी हंसी सुनाई दी है.
कांग्रेस नेता रेणुका ने पीएम मोदी को स्तरहीन और बददिमाग कहते हुए लिखा कि उन्होंने (नरेंद्र मोदी) मुझे सदन में शूर्पणखा कहा. मैं उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करूंगी. देखते हैं कि अदालतें अब कितनी तेज काम करती हैं.
मार्च निकाल रहे विपक्षी सांसद गिरफ्तार
अडानी महाघोटाले में JPC की मांग कर रहे सांसदों को मोदी सरकार की पुलिस ने हिरासत में लिया।
𝐖𝐄 𝐖𝐀𝐍𝐓 𝐉𝐏𝐂 pic.twitter.com/GBwgNz2PSl
— Congress (@INCIndia) March 24, 2023
एक तरफ आज जहां राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की लोकसभा सदस्यता रद्द हुई है. तो वहीं, दूसरी ओर दिल्ली पुलिस ने विजय चौक पर प्रर्शन कर रहे विपक्षी दलों के सांसदों को हिरासत में ले लिया है. दरअसल अडानी मामले में जेपीसी जांच की मांग को लेकर आज भी संसद में हंगामा हुआ. जिसके कारण राज्यसभा की कार्यवााही को 2:30 बजे तक के लिए स्थगित किया गया.
तानाशाही नहीं चलेगी pic.twitter.com/n5sMjzsdMK
— Congress (@INCIndia) March 24, 2023
जिसके बाद संसद भवन में मल्लिकार्जुन खड़गे के दफ्तर में विपक्षी दलों के सांसदों की मीटिंग हुई. मीटिंग के बाद कांग्रेस ने विपक्षी सासंदों के साथ जेपीसी जांच की मांग और राहुल गांधी को मोदी सरनेम मामले में सजा को लेकर विजय चौक तक मार्च निकाला. वहीं, दिल्ली पुलिस ने विजय चौक पर धारा 144 लगाकर विपक्षी सांसदों से वहां न आने की अपील की. जिसके बाद वहां मार्च कर रहे सांसदों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.