Agra: मेयर के भतीजे ने फाड़ी पुलिस वाले की वर्दी, गिरफ्तार किया तो लगाया उल्टा आरोप
Agra: लोकसभा चुनाव के बीच आगरा से मेयर के भताजे के खिलाफ गुंडागर्दी का मामला सामने आया है। यह घटना बुधवार 24 अप्रैल की है। आगरा की मेयर हेमलता दिवाकर के भतीजे ने ई-बस परिचालक से मारपीट की। इतना ही नहीं पुलिसकर्मी से भी मेयर के भतीजे का विवाद इस हद तक बढ़ गया की उनकी वर्दी तक फाड़ डाली। पुलिस ने मारपीट, सरकारी कार्य में बाधा डालने और तोडफोड़ के साथ-साथ कई धाराओं के साथ केस दर्ज किया है। आरोपी का नाम आकाश चौधरी है। महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाह का कहना है कि पुलिस ने झूठा केस बनाया है।
भतीजे ने मेयर बुआ के दम पर की गुंडागर्दी
इस घटना को अंजाम बुधवार दोपहर को दिया गया। आरोपी थाना रकाबगंज के आदर्श नगर का रहना वाला है। आकाश चौधरी मेयर हेमलता दिवाकर कुशवाह का भतीजा है। बुधवार दोपहर वह अपने दोस्त सोहेल और दो अन्य के साथ बिजलीघर चौराहे गया। वहां से उसने ई-बस ली। जब आकाश बस में चढ़ रहा था तभी उस दौरान उसके हाथ में चोट लगी और खून निकालने लगा। इस बात पर उसकी ई बस परिचालक शिवकुमार से कहासुनी हो गई। देखते ही देखते बातों ही बातों में मामला इतना बढ़ गया की मारपीट शुरु हो गई।
फिर ई-बस चालक ने बस को सड़क पर रोक दिया। उसके थोड़ी देर बाद ट्रैफिक पुलिसकर्मी राजेश वहां पहुंच गए। आकाश ने पुलिस वाले के साथ भी विवाद किया यहां तक की फिक पुलिसकर्मी राजेश की शर्ट की कॉलर फाड़ दी। खबर मिलने पर पुलिस वहां पहुंच गई। आकाश और सोहेल को पुलिस वहां से पकडकर थाने ले गई। अभी वह जेल में बद है।
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एक अकेला व्यक्ति कैसे लड़ेगा?
महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने इस मामले में एक बयान जारी करते हुए पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि पुलिस ने झूठा केस बनाया है। आकाश के साथ थाने में मारपीट की गई है। जिससे उसके हाथ में चोट लगी थी। उसे तोडने का प्रयास किया गया। आकाश ने खुद को मेयर का भतीजा बताया तो उसे गालियां दी गईं। सोचने वाली बात है एक अकेला व्यक्ति पुलिस वाले की वर्दी कैसे फाड़ सकता है? आकाश के साथ 9 पुलिसकर्मियों ने मारपीट की। झूठे केस लगा कर फंसाया गया है।
सब पुलिस की साजिश
हेमलता ने भतीजे की सफाई में कहा कि ”मेरा भतीजा आकाश बस में घायल हो गया था। इस पर बस में बैठे सवारियों ने परिचालक को डांटा था। परिचालक के साथ उसका झगड़ा हुआ। चालक परिचालक उसे पकडकर थाने ले गए हैं। वहां पुलिस वालों ने उसके साथ मारपीट की। पुलिसकर्मी ने अपना कॉलर खुद फाड़ा है। इसकी जानकारी उन्होंने पुलिस कमिश्नर को दी, लेकिन उन्होंने एक बार भी फोन नहीं उठाया। बार-बार फोन करने पर भी उन्होंने फोन नहीं उठाया। यह अच्छी स्थिति नहीं है”।