NCP-SCP Manifesto: शरद पवार ने किया घोषणा पत्र का ऐलान, किसान आत्महत्या,महंगई जैसे कई मुद्द शामिल
NCP-SCP Manifesto: आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए पार्टियां अपने घोषणा पत्र का ऐलान करने लगी हैं। कांग्रेस, भाजपा, सपा,टीमसी के बाद अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी- शरद चंद्र पवार (NCP-SCP) ने भी अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। यह घोषणा पत्र महिलाओं, युवा वर्ग, किसानों को ध्यान में रख कर बनाया गया है। इस पत्र के अंतर्गत महंगाई, बेरोजगारी, किसान आत्महत्या, आरक्षण मेन मुद्दा है। इस बीच पार्टी ने जमकर भारतीय जनता पार्टी को अड़े हाथों लिया। शरद पावार पीएम मोदी और अमित शाह पर जमकर बरसे।
जयंत पाटिल का पक्ष पर हमला
घोषणापत्र को जारी करते समय NCP-SCP नेता जयंत पाटिल ने बयान देते हुए कहा कि ”हम आज अपना घोषणापत्र जारी कर रहे हैं। घोषणापत्र में जो भी मुद्दे हमने शामिल किए हैं, हमारे नेता इन सभी मुद्दों को संसद में उठाएंगे। हमारा घोषणापत्र ‘शपथ पत्र’ है। महंगाई बढ़ रही है, किसान परेशान हैं और बेरोजगारी चरम सीमा पर है।”
10 सालों में एजेंसियों का दुरुपयोग
जयंत पाटिल ने आगे कहा कि ”पिछले 10 सालों में एजेंसियों का दुरुपयोग और निजीकरण जैसे मुद्दे बढ़े हैं। हम पहले ही इन सभी मुद्दों पर अपनी बात पहले ही रक चुके हैं। हमारी सरकार LPG गैस के दाम, पेट्रोल और डीजल के दामों को कम करेगी। अगर हमारी सरकार चुनाव जीत कर सत्ता में आती है तो हम सरकारी नौकरी देंगे जो भी खाली जगह हैं सबसे पहले पदों पर नौकरियां देंगे। हम महिला आरक्षण पर भी काम करेंगे। महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त कानून लाए जाएंगे।”
हम BJP पर हमलावर रहेंगे
केवल जयंत पाटिल ही नहीं शरद पावर भी बीजेपी पर जमकर बरसे। प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए बयान पर शरद पवार ने कहा कि ”लोग उम्मीद करते हैं कि देश का प्रधानमंत्री जाति, धर्म, भाषा आदि से अलग हटकर सभी के लिए सोचे। लेकिन वह ऐसा नहीं करते हैं। अपने एक भाषण में उन्होंने देश में अल्पसंख्यकों को लेकर अलग रुख अपनाने की कोशिश की। चुनाव प्रचार के दौरान हम उनके पक्ष को लोगों के बीच ले जाएंगे और लोगों को यह समझाने की कोशिश करेंगे कि उनकी सोच से देश की एकता को ठेस पहुंच सकती है और इसकी निंदा की जानी चाहिए।”
प्रधानमंत्री अपना भला सोचते हैं
केवल जयंत पाटिल ही नहीं शरद पावर भी बीजेपी पर जमकर बरसे। प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए बयान पर शरद पवार ने कहा कि ”लोग उम्मीद करते हैं कि देश का प्रधानमंत्री जाति, धर्म, भाषा आदि से अलग हटकर सभी के लिए सोचे। लेकिन वह ऐसा नहीं करते हैं। अपने एक भाषण में उन्होंने देश में अल्पसंख्यकों को लेकर अलग रुख अपनाने की कोशिश की। चुनाव प्रचार के दौरान हम उनके पक्ष को लोगों के बीच ले जाएंगे और लोगों को यह समझाने की कोशिश करेंगे कि उनकी सोच से देश की एकता को ठेस पहुंच सकती है और इसकी निंदा की जानी चाहिए।”
किसानों की आत्महत्याों में बढ़ोतरी
शरद पवार ने अमित शाह को लेकर भी तंज सका है। उन्होंने कहा कि ”पिछले 10 सालों में किसानों की आत्महत्याएं बढ़ी हैं। अमित शाह को पहले बताना चाहिए कि उन्होंने पिछले कुछ सालों में आत्महत्या रोकने के लिए क्या किया है। दरअसल सल हाल ही में चुनाव प्रचार के दौरान अमित शाह के कहा था कि शरद पवार के कृषि मंत्री रहते हुए कई किसानों ने खुद की जान दे दी थी,न्हें माफी मांगनी चाहिए।”