स्टुअर्ट ब्रॉड ने हासिल की ख़ास उपलब्धि, ग्लेन मैक्ग्रा को पीछे छोड़ बने टेस्ट क्रिकेट के दुसरे सबसे सफल तेज गेंदबाज

ENG vs SA: जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड (Stuart Broad) की तेज गेंदबाजी जोड़ी पिछले कई सालों से टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड के लिए लगातार कमाल कर रही हैं. एंडरसन टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाल तेज गेंदबाज है. वही, ब्रॉड (Stuart Broad) ने भी साउथ अफ्रीका के खिलाफ जारी तीसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन एक ख़ास रिकॉर्ड को अपने नाम कर लिया है. अफ़्रीकी टीम के कप्तान डीन एल्गर को आउट करने के साथ ही ब्रॉड अब टेस्ट क्रिकेट में दुसरे सबसे सफल तेज गेंदबाज बन गए हैं.
ग्लेन मैक्ग्रा को छोड़ा पीछे
स्टुअर्ट ब्रॉड (Stuart Broad) ने टेस्ट क्रिकेट में विकेट चटकाने के मामले में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा को पीछे छोड़ दिया है. मैक्ग्रा ने 124 टेस्ट में 563 विकेट अपने नाम किए थे. 1993 में डेब्यू करने वाले मैक्ग्रा ने 2007 में संन्यास लिया था. ब्रॉड अब उनसे आगे निकल गए हैं. ब्रॉड के नाम अब 159 मैचों में 566 विकेट दर्ज हो गए हैं. इस मैच से पहले स्टुअर्ट ब्रॉड को मैक्ग्रा का रिकॉर्ड तोड़ने के लिए 5 विकेट की जरूरत थी.
दायें हाथ के इस गेंदबाज ने एनरिच नॉर्ट्जे का विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी समेटी और ग्लेन मैक्ग्रा के रिकॉर्ड की बराबरी की. और दूसरी पारी में कप्तान एल्गर को आउट करके मैक्ग्रा से आगे निकल गए. ब्रॉड (Stuart Broad) से आगे अब केवल उनके हमवतन जेम्स एंडरसन है. एंडरसन के नाम 667 विकेट दर्ज है.
टॉप 5 में बनायी जगह
टेस्ट क्रिकेट में ओवरऑल सबसे ज्यादा विकेट चटकाने के मामले में ब्रॉड (Stuart Broad) ने टॉप-5 में अपनी जगह बना ली है. टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड श्रीलंका के पूर्व महान ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन के नाम दर्ज है. मुरली ने 800 विकेट लिए हैं. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व महान लेग स्पिनर दिवंगत शेन वॉर्न 708 विकेट के साथ दूसरे स्थान पर काबिज हैं. तीसरे नंबर पर जेम्स एंडरसन (667) और चौथे नंबर पर भारत के अनिल कुंबले (609) हैं. स्टुअर्ट ब्रॉड (Stuart Broad) 566 विकेटों के साथ पांचवें नंबर पर काबिज हैं.
जीत के करीब इंग्लैंड
बात मैच की करें तो, पहली पारी में केवल 118 रनों के स्कोर पर सिमटने के बाद साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों ने टीम को वापसी करवा दी थी. पहली पारी में मेजबान टीम 158 रन पर ऑलआउट हुई और केवल 40 रनों की ही बढ़त ले पायी. लेकिन, साउथ अफ्रीकन बल्लेबाजों का शर्मनाक प्रदर्शन दूसरी पारी में भी जारी रहा.
साउथ अफ्रीका की पूरी टीम दूसरी पारी में भी केवल 169 पर ही ऑलआउट हो गयी और इंग्लैंड को जीत के लिए केवल 130 रनों का ही लक्ष्य दे पायी. जवाब में मेजबान टीम ने चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक बिना किसी नुकसान के 97 रन बना लिए हैं. मैच के आखिरी दिन उन्हें जीत के लिए केवल 33 रन बनाने हैं और उनके 10 विकेट शेष है.
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