हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी में शामिल राजभवन, बोले राजनीति छोड़ दूंगा!
Jharkhand: झारखंड की राजनीति ने नया मोड़ ले लिया है। अब झारखंड को नया मुख्यमंत्री मिल गया है। हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया गया। हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद चंपई सोरेन ने 2 फरवरी को बतौर मुख्यमंत्री शपथ ली थी। इसी के साथ ही चंपई सोरेन ने सोमवार को विधानसभा में बहुमत हासिल कर लिया है। विधानसभा के विशेष सत्र में सीएम चंपई सोरेन की ओर से विश्वास मत का प्रस्ताव सदन में पेश किया गया। गठबंधन दलों के 47 विधायकों ने उन्हें समर्थन दिया। वहीं विपक्ष को 29 वोट मिले। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी सदन में मौजूद रहे। फ्लोर टेस्ट के नतीजे का ऐलान झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने किया है। चंपई सोरेन की जीत के बाद विधानसभा में सीएम चंपई के समर्थन में जमकर नारेबाजी हुई। इसके बाद विधानसभा को आज के लिए स्थगित कर दिया गया। अगली बैठक मंगलवार को होगी।
50 पहुंच सकता है विधायकों के समर्थन का आंकड़ा
बता दें कि 82 सदस्यीय विधानसभा में गांडेय विधानसभा सीट जेएमएम विधायक सरफराज अहमद के त्यागपत्र के कारण खाली है। इसके बाद से ही ये सदस्य 81 रह गए। जबकि जेएमएम रामदास सोरेन और बीजेपी के इंद्रजीत महतो विधानसभा नहीं पहुंचे। घाटशिला के जेएमएम विधायक रामदास सोरेन किडनी की समस्या के कारण दिल्ली के अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं बीजेपी विधायक इंद्रजीत महतो लंबे समय से हैदराबाद के एक अस्पताल में हैं, और उनका इलाज चल रहा है। आज के विश्वास प्रस्ताव के दौरान चंपई सोरेन के मत में 47 वोट आए हैं। फ्लोर टेस्ट से पहले ही सीएम चंपई सोरेन ने बता दिया था कि ”उनके पास 47 विधायकों का समर्थन है।” उन्होंने दावा किया था कि ”झारखंड मुक्ति मोर्चा के समर्थक विधायकों का आंकड़ा 50 तक भी पहुंच सकता है।”
इन पार्टियों का चंपई को समर्थन
हेमंत सोरेन को कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल के विधायकों ने समर्थन दिया है। वहीं चंपई सरकार को CPMIL के विधायकों ने भी अपना समर्थन दिया है। राज्य विधानसभा में बीजेपी के 26 विधायक हैं और AJSU पार्टी के तीन विधायक भी विपक्षी खेमे में शामिल हैं।
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बीजेपी विधायकों को ईडी कुछ नहीं कहती
विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पेश करते हुए सीएम चंपई सोरेन ने कहा कि ”केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर हेमंत सोरेन को फंसाने का काम किया है।” चंपई ने आगे कहा कि ”ईडी ने हेमंत सोरेन को उस मामले में गिरफ्तार किया है, जिसका कोई बही- खाता नहीं हैं। वहीं जबकि ईडी ने बीजेपी विधायक भानू प्रताप शाही की 7 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही।”
मैं राजनीति छोड़ दूंगा
बता दें कि हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किए जाने से पहले इस्तीफा देना पड़ा था। केंद्रीय एजेंसी ईडी उनके खिलाफ कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही है। उन पर जमीन घोटाले में शामिल होने का आरोप है। पूर्व सीएम सोरेन PMLA कोर्ट की इजाजत के बाद विधानसभा में विश्वास मत के लिए पहुंचे थे। विधानसभा में अपने भाषण में उन्होंने ईडी को उनके खिलाफ मामलों को साबित करने की चुनौती भी दी है। हेमंत सोरेन ने यहां तक कहा कि ”यदि उनके नाम की 8.5 एकड़ जमीन के कागजात को सामने रख दिया जाए, तो वे राजनीति से सन्याय ले लेंगे। इतना ही नहीं वे झारखंड छोड़ कर चले जाएंगे।” उन्होंने ईडी के सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
मेरी गिरफ्तारी में राजभवन भी शामिल
पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने अपनी बातों को सदन में रखते हुए बीजेपी पर गंभीर आरोप भी लगाए। उन्होंने 31 जनवरी की रात को काली रात बताते हुए कहा कि ”देश के लोकतांत्रिक इतिहास में एक काला अध्याय बन गया है।” उन्होंने कहा कि ”31 जनवरी की रात को देश में पहली बार किसी सीएम या पूर्व सीएम या किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी राजभवन में हुई।” हेमंत सोरेन ने आरोप लगाया कि ”उनकी गिरफ्तारी में राजभवन भी शामिल रहा है।”
हेमंत सोरेन ने आगे कहा कि ”मैं आंसू नहीं बहाऊंगा, वक्त के लिए बचा कर रखूंगा।” उन्होंने कहा कि राजभवन में पहली बार किसी की गिरफ्तारी हुई है। अब यह देखना कि राष्ट्रपति भवन, लोकसभा अध्यक्ष के आवास से गिरफ्तारी की शुरुआत कब होगी।”
”हम एक हैं, हमारा भारत एक हैं”
विधानसभा में मनोनीत विधायक ग्लेन जोसेफ गॉलस्टन ने भी सदन में अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि” साजिश के जरिए हमारे जैसे लोगों के सदन पहुंचने का रास्ता बंद कर दिया गया।” उन्होंने कहा- ‘मैं देश का अंतिम मनोनीत विधायक हूं।” उन्होंने आगे कहा कि ”हम एक हैं, हमारा भारत एक है, हमें धर्म के नाम पर अलग न करें, राम के नाम को बदनाम न करें। भाजपा पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि ”बीजेपी ने हमारा हक छीन लिया है।”
कांग्रेस के साथ जो सटा, वह जेल गया
बीजेपी विधायक दल के नेता अमर कुमार बाउरी ने कहा कि ”कांग्रेस देश और झारखंड विरोधी है।” उन्होंने यह भी कहा कि ”कांग्रेस के साथ जो भी गया, वो जेल गया।” अमर बाउरी ने कहा कि ‘‘कांग्रेस ने ही शिबू सोरेन और पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा को जेल भिजवाया। अब हेमंत सोरेन जेल गए, इसलिए सीएम चंपई सोरेन भी सावधान रहें, कांग्रेस से बच के रहें।” उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि “4 सालों के कार्यकाल में जेएमएम-कांग्रेस गठबंधन सरकार ने झारखंड को दीमक की तरह से चाटने का काम किया है।“
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