Nehru Museum Renamed: कांग्रेस के दिए नामों को बदलने में लगी है भाजपा, अब बदला यह नाम
Nehru Memorial Renamed: भाजपा सरकार के 9 साल के अंतराल में ऐसे कई जगहों व शहरों के नाम हैं जो बदले गए. इन नामों की सूचि में इलाहाबाद से लेकर फैजाबाद और गुडगाँव तक शामिल है. इसके अलावा कांग्रेस सरकार द्वारा चले गए ऐसी कई योजनाएं हैं. जिसके नाम मोदी सरकार ने बदल दिए. जिसमें इंदिरा आवास योजना से लेकर इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना भी लिस्ट में हैं.
अब, सरकार द्वारा एक और बड़ा कदम उठाते हुए ‘नेहरू स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय सोसायटी‘ (Nehru Memorial Museum and Society) का नाम बदलकर ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय सोसाइटी’ (PM Memorial Museum and Society) कर दिया गया. जिससे सियासत एक बार फिर गरमा गई है.
क्यों बदला गया नाम?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने शुक्रवार (16 जून) को दिल्ली के तीन मूर्ति भवन परिसर स्थित नेहरू स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय सोसायटी (Nehru Memorial) का नाम बदल दिया. अब इसका नाम ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय सोसाइटी’ कर दिया गया है.
दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने 2016 में तीन मूर्ति परिसर में भारत के सभी प्रधानमंत्रियों को समर्पित एक संग्रहालय स्थापित करने का विचार रखा था. NMML की कार्यकारी परिषद ने 25नवंबर 2016 को अपनी 162वीं बैठक में इसे मंजूरी दी थी.
आपको बता दें, इस परियोजना के पूरा होने के बाद प्रधानमंत्री संग्रहालय 21 अप्रैल 2022 को जनता के लिए खोल दिया गया था. अब, NMML की एक विशेष बैठक में इसका नाम बदला गया जिसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने की. वे सोसाइटी के उपाध्यक्ष हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने साधा निशाना
नेहरु मेमोरियल (Nehru Memorial) का नाम बदलने से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun kharge) ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है और ट्वीट किया है कि जिनका कोई इतिहास ही नहीं है, वो दूसरों के इतिहास को मिटाने चले हैं ! नाम बदलने से पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की शख़्सियत को कम नहीं किया जा सकता.
जिनका कोई इतिहास ही नहीं है, वो दूसरों के इतिहास को मिटाने चले हैं !
Nehru Memorial Museum & Library का नाम बदलने के कुत्सित प्रयास से, आधुनिक भारत के शिल्पकार व लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की शख़्सियत को कम नहीं किया जा सकता।
इससे केवल BJP-RSS की ओछी…
— Mallikarjun Kharge (@kharge) June 16, 2023
इसके अलावा कांग्रेस नेता जयराम रमेश (Congress Leader Jairam Ramesh) ने ट्वीट किया, “संकीर्णता और प्रतिशोध का दूसरा नाम मोदी है. 59 वर्षों से अधिक समय से नेहरू स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय (Nehru Memorial) एक वैश्विक बौद्धिक ऐतिहासिक स्थल और पुस्तकों एवं अभिलेखों का खजाना घर रहा है. अब से इसे प्रधानमंत्री म्यूजियम और सोसायटी कहा जाएगा. पीएम मोदी भारतीय राष्ट्र-राज्य के शिल्पकार के नाम और विरासत को विकृत करने, नीचा दिखाने और नष्ट करने के लिए क्या नहीं करेंगे.”
संकीर्णता और प्रतिशोध का दूसरा नाम मोदी है। 59 वर्षों से अधिक समय से नेहरू स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय एक वैश्विक बौद्धिक ऐतिहासिक स्थल और पुस्तकों एवं अभिलेखों का ख़ज़ाना घर रहा है। अब से इसे प्रधानमंत्री म्यूजियम और सोसायटी कहा जाएगा। पीएम मोदी भारतीय राष्ट्र-राज्य के…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) June 16, 2023
इन ऐतिहासिक जगहों के भी बदले जा चुके हैं नाम
बीजेपी सरकार के 2014 से विभिन्न जगहों, योजनाओं व शहरों के नाम बदलने की लिस्ट बहुत हीं लम्बी है, इनमें कुछ प्रसिद्ध नाम इस प्रकार है:
- 28 जनवरी 2023 को भारत सरकार ने राष्ट्रपति भवन स्थित ‘मुगल गार्डन’ का नाम बदलकर ‘अमृत उद्यान’ कर दिया था.
- 8 सितंबर 2022 दिल्ली के राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ कर दिया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया था.
- 2015 में दिल्ली के रेसकोर्स रोड का नाम बदलकर लोक कल्याण मार्ग कर दिया गया था. इसी मार्ग पर प्रधानमंत्री आवास है.
- 2015 में हीं औरंगजेब रोड का नाम बदलकर एपीजे अब्दुल कलाम मार्ग कर दिया गया था.
- 2017 में डलहौजी रोड का नाम बदला गया और इसे दारा शिकोह मार्ग कर दिया गया.
- दिल्ली के फिरोजशाह कोटला क्रिकेट स्टेडियम का नाम बदलकर, 12 सितंबर 2019 को अरुण जेटली स्टेडियम कर दिया गया था.
- जनवरी 2019 में उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया गया था.
- इलाहाबाद के नाम बदलने के दौरान हीं फैज़ाबाद जिले का नाम भी बदलकर अयोध्या करने का निर्णय लिया गया था.
- 5 अगस्त 2018 को उत्तर प्रदेश के मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलकर ‘पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन’ कर दिया गया था. वहीं, मुगलसराय शहर का नाम पंडित दीन दयाल उपाध्याय नगर कर दिया गया था.
- 12 अप्रैल 2016 को हरियाणा के गुड़गांव शहर का नाम गुरुग्राम कर दिया गया था.
- 7 फरवरी 2022 को मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले का नाम नर्मदापुरम कर दिया गया था.
- होशंगाबाद जिले में स्थित बाबई का नाम माखन नगर कर दिया गया था. महान कवि माखन लाल चतुर्वेदी के नाम पर माखन नगर नाम पड़ा था.
- 2017 में इंग्लैंड के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर आधारित ‘इंधिरा गांधी सेंटर ऑफ सस्टेनेबल डेवलपमेंट’ का नाम केंद्र सरकार ने बदल दिया था. इसे बदलकर ‘ऑक्सफोर्ड इंडिया सेंटर सस्टेनेबल डेवलपमेंट’ कर दिया गया था.
- 6 अगस्त 2021 को राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलकर इसे मेजर ध्यानचंद खेल रत्न कर दिया गया था.
इन योजनओं के बदले गए नाम
मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान कई योजनाओं के भी नाम बदले गए, जिनमें ये प्रमुख योजनाएं भी शामिल हैं:
- इंदिरा आवास योजना का नाम बदलकर प्रधानमंत्री आवास योजना कर दिया गया था.
- इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना का नाम बदलकर प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना कर दिया गया.
- राजीव ग्रामीण विद्युतीकरण योजना का नाम बदलकर दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना कर दिया गया.
- राजीव आवास योजना का नाम बदलकर सरदार पटेल राष्ट्रीय शहरी आवास मिशन कर दिया गया.
- जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीकरण मिशन को अब प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) कायाकल्प- शहरी बदलाव अटल मिशन कर दिया गया है.
- राजीव गांधी पंचायत सशक्तिकरण योजना का नाम बदलकर पंचायत सशक्तिकरण योजना किया गया है.
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