पापा को किया बर्थडे विश और मौत को लगा लिया गले, छात्र मनजोत के परिवार ने लगाया ह्त्या का आरोप
Kota Suicide Case 2023 : राजस्थान के कोटा में बच्चों की आत्महत्या की खबरें लोगों को झकझोर देती हैं। हाल ही में एक और छात्र की मौत की खबर सामने आई है जिसका नाम मनजोत सिंह है। मनजोत सिंह उत्तर प्रदेश के रामपुर का रहने वाला 18 साल का छात्र था और उसने कथित तौर पर गुरुवार को आत्महत्या कर ली लेकिन इस पूरे मामले ने एक नया मोड़ तब ले लिया जब मनजोत के माता-पिता हॉस्टल पहुंचे। उन्होंने कहा कि मनजोत ने आत्महत्या नहीं की है बल्कि उसकी हत्या की गई है.
परिजनो ने किया जमकर हंगामा
बता दें कि मनजोत के मरने की खबर पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और पुलिस बॉडी को हॉस्टल से बाहर लेकर नहीं गई। परिवार वालों का इंतजार करती रही कि वे आएंगे, उन्हें दिखाने के बाद ही बॉडी को मोर्चरी ले जाया जाएगा. जब परिवार आ गया तो बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए कोटा के एमबीएस अस्पताल ले जाया गया. स्टूडेंट के परिजनों और रिश्तेदारों ने मोर्चरी पर हंगामा किया और कोचिंग संस्थान पर गंभीर आरोप लगाए. उनका कहना है कि ये कोचिंग संस्थानों की मिलीभगत है।
माता-पिता ने लगाया ह्त्या का आरोप
मृतक छात्र के माता-पिता का आरोप है कि उनके बच्चे ने आत्महत्या नहीं की बल्कि उसकी हत्या की गई है। दरवाजा तो बंद था, लेकिन पीछे की खिड़कियां टूटी हुई थीं. इसके अलावा शक इस बात पर भी है कि छात्र के मुंह पर पॉलीथीन बंधी थी। इतना ही नहीं ये भी कहा जा रहा है कि मनजोत के हाथ भी पीछे की तरफ बंधे हुए थे। माता पिता का कहना है कि बच्चे के मुंह पर पॉलीथिन डालकर गले में रस्सी बंधी थी। पीछे से हाथ बंधे थे तो वह सुसाइड कैसे कर सकता है। उसकी हत्या की गई है और सुसाइड नोट तो कोई भी लिख सकता है।
एक छात्र की मां ने कहा कि पुलिस के आने से पहले ही हॉस्टल स्टॉफ और संस्थान से कुछ लोग आए थे, उन्होंने दरवाजा तोड़ दिया था। वहीं मृतक के पिता ने इस पूरे मामले में कहा है कि मनजोत की मां से उसकी हाल ही में बात हुई थी और वो काफी खुश था वो आत्महत्या कर ही नहीं सकता, किसी ने उसका मर्डर किया है। इस मामले को पुलिस आत्महत्या का मामला बनाने में लगी हुई है।
बता दें कि मनजोत के पिता ने हॉस्टल के मालिक और दोनों मैनेजर के खिलाफ नामजद शिकायत की है। इसके अलावा हरजोत सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है। इसके अलावा उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि उनके बेटे की हत्या की गई है और जानबूझकर उसे आत्महत्या का रूप दिया जा रहा है।
इस साल 19 छात्र कर चुके हैं आताम्हात्या
कोटा में सिर्फ मई और जून के महीने में 9 छात्रों ने आत्महत्या की। वहीं इस साल जनवरी से अब तक की संख्या देखें तो आत्महत्या करने वाले छात्रों की गिनती 19 पहुंच गई है। सवाल यह उठता है कि इतनी दुखद घटनाओं का यह सिलसिला आखिर थम क्यों नहीं रहा है। अभी डेढ़ महीने पहले उत्तर प्रदेश के जौनपुर से 17 साल के छात्र आदित्य सेठ ने आत्महत्या कर ली थी। मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट की तैयारी के लिए उसने विद्यापीठ कोचिंग संस्थान में एडमिशन लिया था। फिर 27 जून को आदित्य ने आत्महत्या कर ली और एक सुसाइड नोट लिखा जिसमें लिखा कि वो अपनी मर्जी से मौत को गले लगा रहे हैं।
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