शौच के लिए घरों का दरवाजा खटखटाती हैं छात्राएं, परेशानी से बचने के लिए खाना-पीना छूट गया
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बड़े-बड़े वादे किए थे,सरकार में आने से पहले लेकिन अब लगता है कि राजनीती में फेल होते नजर आ रहे हैं।
झारखंड में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं शौचालय तक नहीं दे पाई सरकार शौचालय के लिए महिलाओं को दूर खेतों में जाना पड़ता है। महिलाओं को लगता है, डर छेड़ते हैं मनचले। लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगती। सरकार वोट के समय बड़े -बड़े वादे करती है असल जिंदगी में करती कुछ नहीं है।
अब बच्चियों को भी बिना शौचालय के तमाम दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है उन्हें स्कूल जाने के लिए या तो सोचना पड़ रहा है या फिर अन्न -जल का त्याग करना पड़ रहा है। एक तो बच्चिया पहले से ही शिक्षा प्राप्त करने के लिए अपने घरों से मिलों दूर जाती है। ऊपर से स्कूल में शौचालय की दिक्क्त ऐसे में वह कैसे अपना भविष्य बनाए।
झारखंड के चतरा में स्कूल की बदहाली की तस्वीर सामने आई है। यहां छात्राओं को शौच के लिए स्कूल के बगल के घरों में जाना पड़ता है। नया शौचालय बनाए बिना पुराने शौचालय को तोड़ दिया गया। करीब छह महीने से अधिक समय बीत जाने के बावजूद शौचालय का निर्माण नहीं कराया जा सका है। न ही कोई दूसरी व्यवस्था की गई है।
विद्यालय की बारहवीं कक्षा की छात्राओं को शौचालय के संकट का सामना करना पड़ रहा है ।छात्राएं घर से कम खाना और कम पानी पीकर आती हैं। ताकि स्कूल में उन्हें शौचालय के संकट का सामना न करना पड़े। मयूरहंड में राजकीय विवेकानंद प्लस टू उच्च विद्यालय में कक्षा एक से बारहवीं तक में 1090 छात्र-छात्राओं का नामांकन है। छात्राओं का कहना है कि शौचालय नहीं होने के कारण उन्हें स्कूल के बगल के घरों के दरवाजे खटखटाने पड़ते है। शौचालय के लिए स्कूल के बगल वाले घर जाते समय स्कूल के स्टेडियम में शराब और जुआ खेलने वाले मनचले तंग करते हैं।
और प्रभारी प्रधानाध्यापक राजेंद्र कुमार दास ने बताया कि विद्यालय में शौचालय के साथ अन्य समस्याएं भी हैं। बारहवीं कक्षा में एक भी शिक्षक नहीं है 1 से 8 तक के छात्रों को पढ़ाने के लिए विद्यालय में महज पांच ही शिक्षक हैं। विद्यालय के चारों ओर दीवार न होने के कारण असामाजिक तत्वों से भय बना रहता है।
वहीं, इस मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी दिनेश कुमार मिश्रा ने बताया कि नए भवन में शौचालय निर्माण हो रहा है। भवन निर्माण के बाद कुछ समस्या हुई है, जल्द उसका निपटारा किया जाएगा।
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