कांग्रेस-वामदल गठबंधन ने चुनाव से ठीक पहले खेला बड़ा दांव, इस आदिवासी युवा को बना सकती है त्रिपुरा का नया मुख्यमंत्री
Tripura Assembly Elections 2023: त्रिपुरा विधानसभा चुनाव (Tripura Assembly Elections) में अब महज कुछ दिन ही बचे हैं. ऐसे में सभी राजनीतिक दल प्रचार-प्रसार को लेकर जोरों शोरों से जुटी हुई हैं. इस बीच कांग्रेस और वामदल गठबंधन ने बड़ा दांव चला है. कांग्रेस नेतृत्व ने ऐलान किया है कि अगर राज्य में उनके गठबंधन की जीत होती है तो आदिवासी चेहरे को ही त्रिपुरा (Tripura Assembly Elections) का मुख्यमंत्री बनाया जाएगा.
जितेंद्र चौधरी बन सकते हैं नए मुख्यमंत्री
कांग्रेस महासचिव का कहना है कि यदि त्रिपुरा विधानसभा चुनाव (Tripura Assembly Elections) में कांग्रेस और वामदल गठबंधन जीतती है तो माकपा के एक बड़े आदिवासी नेता को त्रिपुरा का मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. इसमें सबसे ज्यादा चर्चा आदिवासी समुदाय से आने वाले जितेंद्र चौधरी की है. त्रिपुरा में जितेंद्र चौधरी सीपीआई (एम) के बड़े नेताओं में से एक हैं.
सीताराम येचुरी ने कही थी ये बात
त्रिपुरा चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबले से वाम-कांग्रेस गठबंधन को मदद मिलेगी: येचुरी
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि छोटे किंतु राजनीतिक रूप से अहम त्रिपुरा में होने वाले त्रिकोणीय मुकाबले से वाम-कांग्रेस गठबंधन को मदद मिलेगी।. pic.twitter.com/EZpVYUlfD4— sanjay kumar sahay (@sksahay) February 11, 2023
बता दें कि कांग्रसे महासचिव के बयान से एक दिन पहले माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने भी इस मुद्दे को लेकर अपनी बात रखी थी. उन्होंने कांग्रेस- वामदल गठबंधन की ओर से त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद के दावेदार को लेकर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा था कि- इसका फैसला चुनाव (Tripura Assembly Elections) के बाद विधायक तय करेंगे.
गौरतलब है कि त्रिपुरा के चार बार मुख्यमंत्री रहे दिग्गज वामपंथी नेता माणिक सरकार इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. ऐसे में चुनाव में बहुमत मिलने पर सीपीआई (एम) के नए और तेज तर्रार नेता जितेंद्र चौधरी को राज्य का नया मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है.
कांग्रेस और सीपीएम के साथ लड़ रही हैं चुनाव
बता दें कि इस बार त्रिपुरा विधानसभा चुनाव 2023 (Tripura Assembly Elections) में कभी धुर विरोधी रही कांग्रेस और सीपीएम एक साथ मैदान में हैं. वहीं, पिछले चुनाव की बात करे तो साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी.
बीजेपी ने राज्य में 25 साल से शासन कर रहे लेफ्ट-कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया था. वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बिप्लब देब को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया था. गौरतलब है कि आगामी 16 फरवरी को त्रिपुरा में 60 विधानसभा सीटों चुनाव के लिए मतदान होना है. वहीं, 2 मार्च को विधानसभा चुनाव का परिणाम सामने आएगा.
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