April 26, 2024

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दुस्साहस: चीन की खोखली चाल अरुणाचल प्रदेश के 11 इलाकों का बदला नाम, भारत का पलटवार- मनगढंत नाम रखने से नहीं बदलेगी हकीकत

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China changed the names of 11 areas in Arunachal Pradesh

China renames Arunachal Pradesh: अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा करने के लिए चीन (China) ने एक बार फिर खोखली चाल चली है. चीन ने अपने नक्शे में अरुणाचल प्रदेश के 11 जगहों के नाम को बदल दिया है. चीन के इस हरकत पर विदेश मंत्रालय ने इसे सिरे से खारिज करते हुए कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अटूट अंग है.

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, चीन (China) के नागरिक मामलों के मंत्रालय ने 1 अप्रैल को अरुणाचल प्रदेश के लिए 11 जगहों के मानकीकृत नाम जारी किए, जिसे वह स्टेट काउंसिल, चीन की कैबिनेट की जारी भौगोलिक नामों पर नियमों के अनुसार ‘तिब्बत का दक्षिणी भाग ज़ंगनान’ बताता है.

इस लिस्ट में दो रिहाइशी इलाक़े, पांच पर्वत चोटियां, दो नदियां और दो अन्य इलाक़े शामिल हैं. बीते छह सालों में ये तीसरी बार है जब चीन ने अरुणाचल प्रदेश की जगहों के नाम बदले हैं. लिस्ट के साथ मैप भी जारी किया गया है.

अरुणाचल भारत का अभिन्न हिस्सा

चीन (China) द्वारा किए गए इस हरकत पर भारत सरकार ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने कहा कि- “मनगढंत नाम रखने से यह हकीकत बदल नहीं जायेगी.”

बागची ने कहा कि- “हमने ऐसी खबरें देखी हैं. यह पहली बार नहीं है जब चीन ने ऐसा प्रयास किया है. हम इसे सिरे से खारिज करते हैं.” उन्होंने कहा कि- “अरूणाचल प्रदेश हमेशा से भारत का अभिन्न और अटूट हिस्सा था और रहेगा. ‘गढ़े’ गए नाम रखने से यह हकीकत बदल नहीं जायेगी.”

खरगे ने केंद्र पर साधा निशाना

वहीं, चीन (China) द्वारा मनगढ़ंत बदले गए नामों को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने ट्वीट करते हुए कहा कि- “चीन ने तीसरी बार अरुणाचल में हमारे इलाक़ों के “नाम बदलने” का दुस्साहस किया है. 21 अप्रैल 2017 में 6 जगह, 30 दिसंबर 2021 में 15 जगह और 3 अप्रैल 2023 को 11 जगह.”

उन्होंने आगे लिखा कि- “अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा. गलवान के बाद, मोदी जी द्वारा चीन को क्लीन चिट देने का नतीजा, देश भुगत रहा है.”

 

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