“विदेशी मीडिया नहीं तय करेगी भारत की दशा और दिशा- अनुराग ठाकुर”, कहा- भारतीय मीडिया आजाद थी, आजाद है और आजाद रहेगी
Anurag Thakur on Indian Media: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने विदेशी मिडिया पर जमकर भड़ास निकाली है. उन्होंने रविवार 2 अप्रैल को नागपुर में आयोजित लोकमत नेशनल मीडिया कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए भारती मीडिया की जमकर तारीफ की. अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने कहा कि- “भारतीय मीडिया काफी मजबूत है और दुनिया भर में एक नैरेटिव सेट करने की क्षमता रखता है.”
‘विदेशी मीडिया नहीं तय करेगी देश की दिशा’
Watch LIVE – Union Minister @ianuragthakur address at Lokmat National Media Conclave https://t.co/AeqPgXZkjB
— Office of Mr. Anurag Thakur (@Anurag_Office) April 2, 2023
कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए अनुराग ठाकुर(Anurag Thakur) ने कहा कि- “विदेशी मीडिया संस्थान भारत की दिशा और दशा नहीं तय करेगा.” प्रसारण मंत्री ने आगे कहा कि- “कुछ विदेशी मीडिया घरानों ने कोविड-19 महामारी के दौरान भारत के बारे में “झूठी” खबरें चलाईं. उनका एजेंडा देश की छवि खराब करने की थी.” उन्होंने कहा कि- “कुछ विदेशी मीडिया संस्थान भारत के बढ़ते प्रभाव से चिंतित हैं, और एजेंडा-प्रोपगंडा के तहत भारत को बदनाम करने का कुचक्र रच रहे हैं.”
अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने यह भी आरोप लगाया कि- “उनके इस एजेंडे को न केवल दे देश के बाहर से चलाया जा रहा था, बल्कि कई भारतीय नेताओं ने उस अवसर का अपने स्वार्थ के लिए उपयोग किया.” बता दें कि केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर लोकमत नेशनल मीडिया कॉन्क्लेव में ‘क्या भारतीय मीडिया पूरी तरह ध्रुवीकृत है?’ विषय पर अपनी बातों को रख रहे थे.
‘भारतीय मीडिया स्वतंत्र है और रहेगी’
लोकमत अखबार की स्थापना के स्वर्ण जयंती अवसर पर पूरे समूह को मेरी हार्दिक शुभकामनाएँ।
पूर्ण विश्वास है कि लोकमत समूह इसी तरह जनसरोकार की पत्रकारिता अनवरत जारी रखेगा। pic.twitter.com/gguB3a25Tl
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) April 2, 2023
इस दौरान कॉन्क्लेव में मौजूद पत्रकारों और बुद्धिजीवियों को संबोधित करते हुए अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने कहा कि- “सरकार की ओर से, मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि भारतीय मीडिया पहले भी स्वतंत्र था, आज भी स्वतंत्र है और भविष्य में भी रहेगा.”
उन्होंने कहा कि- “किसी को फंसाना किसी की मंशा नहीं है. लेकिन सवाल उठता है कि जब कुछ राजनीतिक दल अपने बजट का एक बड़ा हिस्सा लोगों के विकास और कल्याण के बजाय अपने कल्याण और आत्म-प्रशंसा के लिए इस्तेमाल करते हैं. इन सबका असर कभी-कभी देखने को मिलता है.”
पीएम की शैक्षणिक योग्यता पर कही ये बात
अनुराद ठाकुर (Anurag Thakur) ने आगे कहा कि- “न्यूज रिपोर्ट्स में जब आठ से नौ अखबारों की सुर्खियां एक जैसी होती हैं और ऐसा एक बार नहीं 50 बार होता है. इस दौरान उन्होंने अरविंद केजरीवाल द्वारा पीएम मोदी के शैक्षणिक योग्यता पर उठाए जा रहे सवालों को गलत करार दिया.”
उन्होंने कहा कि- “2016 में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने पीएम मोदी की शैक्षणिक डिग्रियों के बारे में जानकारी दी थी. लेकिन 2023 में यह मुद्दा उठाया गया और मीडिया ने बिना जांचे और शोध किए इसे फिर से दिखाना शुरू कर दिया कि इसकी जानकारी 2016 में ही दी गई थी.”
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