निराश्रित गोवंश को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की उच्चस्तरीय बैठक, अंतिम संस्कार में गाय के उपले प्रयोग करने का दिया निर्देश
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कल 3 अप्रैल सोमवार को उच्चस्तरीय बैठक की. जिसमें उन्होंने निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों के प्रबंधन और प्रदेश में दुग्ध उत्पादन/संग्रह की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की. इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने निराश्रित गोवंश और दुग्ध उत्पादन/संग्रह को लेकर अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिया.
अंतिम संस्कार में इस्तेमाल हो गाय के उपले
सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि- “राज्य के श्मशान घाटों में अंतिम संस्कार में इस्तेमाल होने वाले कुल ईंधन में 50 प्रतिशत अवारा गाय संरक्षण केंद्र से गाय के उपले का उपयोग किया जाए. यह उपला/गोइठा निराश्रित गोवंश स्थल से उपलब्ध कराया जाएगा. इससे होने वाली आय उस गोवंश स्थल के प्रबंधन में उपयोग हो सकेगी.”
इन जिलों में खुलेंगे डेयरी प्लांट
इसके साथ ही सीएम योगी (Yogi Adityanath) ने कहा कि- “प्रदेश में दुग्ध समितियों ने दुग्ध उत्पादन, संग्रह, विक्रय आदि में अभूतपूर्व कार्य किए हैं. इससे हमारे पशुपालकों की आय में बढ़ोतरी हुई है. बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर जैसी संस्थाओं ने अनुकरणीय कार्य किया है.”
उन्होंने कहा कि- “सभी जनपदों में दुग्ध समितियों के गठन को और विस्तार दिया जाए. इसमें महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है. इसके तहत जनपद कानपुर, मुरादाबाद, गोरखपुर, आजमगढ़ और प्रयागराज में निजी क्षेत्र के सहयोग से नए डेयरी प्लांट स्थापित करने का निर्णय लिया गया है.”
केयर टेकर तैनात करने का निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि- “गोवंश संरक्षण के लिए प्रदेश में वृहद संरक्षण केंद्र बनाए जा रहे हैं. यह सुखद है कि अब तक 274 वृहद गोवंश संरक्षण केंद्र क्रियाशील हो गए हैं. वहीं, आगामी 6 माह में शेष 75 वृहद गोवंश स्थल तैयार कर लिए जाएं, इससे आमजन को बड़ी सुविधा मिलेगी. इसके अलावा सभी गोवंश संरक्षण स्थलों पर केयर टेकर तैनात किए जाएंगे. गोवंश की बीमारी/मृत्यु की दशा में यह केयर टेकर सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करेगा.”
आमजन को सौंपे गए 17 लाख से अधिक गोवंश
सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि- “गोवंश संरक्षण के लिए संचालित मुख्यमंत्री सहभगिता योजना के आशातीत परिणाम मिले हैं. अब तक 17.74 लाख+ गोवंश इस योजना के तहत आमजन को सौंपे गए हैं. इसके अलावा कुपोषित बच्चों वाले परिवार को दूध की उपलब्धता के लिए पोषण मिशन के अंतर्गत 3,598 गोवंश दिए गए हैं.”
उन्होंने कहा कि- “गोवंश की सेवा कर रहे सभी परिवारों को ₹900 प्रतिमाह की राशि DBT के माध्यम से हर महीने उपलब्ध कराई जाएगी. यह सुनिश्चित करना होगा कि यह धनराशि गोवंश के लिए है, उसका सदुपयोग हो. इसके अलावा गोवंश को केवल सूखा भूसा ही नहीं, हरा चारा भी दिया जाना चाहिए. स्थानीय जनता का सहयोग लें. पैसा मिलते ही चोकर/भूसा खरीद का भुगतान किया जाए.”