योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ का नाम बदलने को लेकर दिया ये जवाब, कहा- मैं आज भी वही हूं जो, 2017 से पहले था. जानें पूरा मामला?
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने राजधानी लखनऊ का नाम बदलने को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने एक निजी चैनल को इंटरव्यू देते हुए कहा कि- हम नाम बदलने की पूर्व घोषणा नहीं करते हैं. जब करना होगा, तो दमदार तरीके से करेंगे. उन्होंने कहा कि लखनऊ अपने आप में एक ऐतिहासिक नाम है. लखनऊ हमारे प्रदेश की राजधानी है. इसकी पहचान पौराणिक भी है.
सांसद ने नाम बदलने को लेकर लिखा था पत्र
गौरतलब है कि प्रतापगढ़ के सांसद संगम लाल गुप्ता (Sangam Lal Gupta) ने हाल ही में लखनऊ का नाम बदलकर लक्ष्मण नगरी या फिर लक्ष्मणपुरी करने की मांग की थी. बीजेपी सांसद ने लखनऊ का नाम बदलने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi), गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को पत्र लिखा था. जिसपर सीएम योगी ने प्रतिक्रिया दी है.
केशव मौर्य ने दिया था ये सुझाव
बता दें कि कुछ दिनों पहले राज्य के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी लखनऊ का नाम लाखन पासी रखने का सुझाव दिया था. जिसपर सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा- “हां, लाखन पासी एक पराक्रमी राजा थे. यहां बिजली पासी भी थे, वे भी अच्छे पराक्रमी राजा थे. लखनऊ की परंपरा पुरानी और ऐतिहासिक रही है. बेगम जहरत महल 1857 के क्रांति की बहुत बड़ी वीरांगना थीं. उन्होंने उस समय ब्रिटिश के खिलाफ आजादी की लड़ाई में प्रमुख भुमिका निभाई थी. लेकिन अगर हम उससे पहले भी जाएं तो लखनऊ की पहचान पुरानी रही है.”
खुद के बारे में कही ये बात
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने आगे कहा कि वह आज भी वही हैं, जो वर्ष 2017 से पूर्व थे. उन्होंने कहा कि- “उनके रूप में तीसरी पीढ़ी राजनीति में है. हमारा हर कार्य राष्ट्रीय एकत्व की भावना तथा राष्ट्र प्रथम की भावना से होता है. हमारा जीवन देश तथा प्रदेश की जनता के लिए समर्पित है. गोरखपुर के सांसद के रूप में मैने गोरखपुर सहित पूर्वांचल की उन समस्याओं को उठाया, जिनका समाधान अरसे से नहीं हो पाया था.”
योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि- “आज पूर्वांचल में इंसेफेलाइटिस बीमारी पर 96 प्रतिशत तक नियत्रंण कर लिया गया है. जब हम निर्णय करते हैं, तो उसे निष्कर्ष तक भी पहुंचाते हैं. मुख्यमंत्री के रूप में उन्हें सेवा का विस्तृत आयाम मिला है और वे इसका भरपूर उपयोग प्रदेशवासियों की समृद्धि के लिए कर रहे हैं.”
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