Yogi Adityanath ने भ्रष्टाचार में लिप्त सीओ सीटी पर की बड़ी कार्रवाई, डिमोशन कर बनाया सब इंस्पेक्टर, घूस लेते हुए वायरल हुआ था वीडियो
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने एक बार फिर भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है. सीएम योगी ने रिश्वत लेने के आरोपी पुलिस अधिकारी को डिमोशन करते हुए सब इंस्पेक्टर बना दिया है. गृह मंत्रालय की ओर से ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी गई है.
दरअसल, रामपुर सदर के तत्कालीन क्षेत्राधिकारी/उपाधीक्षक विद्या किशोर शर्मा (Vidya Kishore Sharma) को रिश्वत लेने के मामले में उनके मूल पद (सब इंस्पेक्टर) पर प्रत्यावर्तित कर दिया गया है.
क्या है पूरा मामला?
According to official sources, DSP Vidya Kishore Sharma, has been demoted after the government took cognisance of a video of him accepting a bribe of Rs 5 lakh.#MunsifDigital#UttarPradeshCM#YogiAdityanath#DemotionCorrupt#PoliceOfficial https://t.co/kzrgK6rWEh
— The Munsif Daily (@munsifdigital) November 2, 2022
बता दें कि पूरा मामला साल 2021 का है, इस समय विद्या किशोर शर्मा (Vidya Kishore Sharma) रामपुर के तत्कालीन सीओ सीटी थे. इस दौरान अन पर एक अस्पताल संचालक से लाखों की रिश्वत लेने का आरोप लगा था. मामले से जुड़ा उनका एक वीडियो भी वायरल हुआ था. जिसके बाद उसे निलंबित कर दिया गया था.
वहीं, जांच में वह दोषी पाया गया है. जिसके बाद योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की सरकार ने उन्हें उनके पद से डिमोशन करते हुए सब इंस्पेक्टर पद पर प्रत्यावर्तित कर दिया है.
#UPCM @myogiadityanath जी ने अनुशासनहीनता के आरोपी तत्कालीन क्षेत्राधिकारी/उपाधीक्षक, जनपद रामपुर को मूल पद पर प्रत्यावर्तित करने का निर्णय लिया है। @UPGovt @spgoyal @sanjaychapps1 pic.twitter.com/0jLcwsyBmz
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) November 1, 2022
दरअसल रामपुर में सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की जनसभा में एक महिला ने आत्मदाह की चेतावनी दी थी. जिसके बाद यह मामला प्रकाश में आया. महिला का आरोप था कि कि स्वामी विवेकानंद अस्पताल के संचालक विनोद यादव और तत्कालीन इंस्पेक्टर गंज रामवीर यादव ने उसके साथ गैंगरेप किया.
इस दौरान जब उसने मामले की शिकायत पुलिस से की तो, पुलिस ने भी कोई कार्रवाई नहीं कि. जिसके बाद विद्या किशोर शर्मा का अस्पताल संचालक से 5 लाख की रिश्वत लेने का वीडियो सामने आया था. जिसके बाद मामले की जांच की गई, जिसमें शर्मा पर लगाए गए सभी आरोप सही साबित हुए. जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है.
भ्रष्टाचार के खिलाफ सीएम की जीरो टॉलरेंस की नीति
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने की बात कही थी. जिसपर वह पूरी तरह से अमल भी करते है. विद्या किशोर शर्मा (Vidya Kishore Sharma) के खिलाफ लिए गए फैसले ने यह साबित कर दिया है कि सीएम भ्रष्टाचार को लेकर कितने सख्त हैं.
उनके इस फैसले को एक मिसाल के रुप में देखा जा रहा है. यहि कारण है कि प्रदेश में कभी बाहुबली का रौब दिखाकर लोगों का शोषण करने वाले आज सीएम योगी की जय जयकार करते नजर आते है. बता दें कि हालही में अतिक अहमद और उसकी पत्नी ने योगी को इमानदार सीएम बताते हुए उनकी जमकर तारीफ की थी.