सुक्खा दुनेके : आतंकवादियों ने कर दी थी पिता की हत्या, बेटा खुद बन गया आतंकी

Sukkha Duneke Murder : पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनेके (Sukkha Duneke) का बुधवार को कनाडा के विनिपेग में गोलियों से भुनकर हत्या कर दी गयी. यह हत्या दो गैंगों के बीच चल रही खींचातानी का परिणाम है. सुक्खा की हत्या की जिमेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग (Lawrence Bishnoi Gang) ने ली है.
इस बात की जानकारी उसने फेसबुक पोस्ट के जरिए दी है. दुनेके एक शार्प शूटर था और खालिस्तानी मुहिम का समर्थक था. सुक्खा मोगा के दुनेके कलां गांव का रहने वाला था. उसने अपने गांव के नाम पर ही अपने नाम के पीछे दुनेके लगा लिया था.
आतंकियों ने कर दी थी पिता की हत्या
बता दें कि सुक्खा दुनेके के पिता नायब सिंह बिजली विभाग में ड्राइवर थे. 1988 में उनकी आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. सुक्खा का असली नाम सुखदूल सिंह हैं. अपराध की दुनिया में घुसने से पहले वह मोगा के डीसी दफ्तर में काम करता था. बताया जाता है कि गाँव में हुए एक आपसी झगड़े में एकबार उसके नाम पर एफआईआर दर्ज हुई थी. इसके बाद 2017 में वह फर्जी पासपोर्ट और दस्तावेजों की मदद से कनाडा भाग गया. तब से वह वहीं रहता था. उसकी माँ, बड़ा भाई सुखचैन सिंह और दो बहनें भी उसके साथ कनाडा में रहते हैं. मोगा में उसके ताया और ताई ही रहते हैं.
अर्श डल्ला का दाहिना हाथ माना जाता था सुक्खा
कनाडा में सेटल होने के बाद सुक्खा का नाम अपराध की दुनिया में काफी तेजी से उभरा. वही से बैठकर वो पंजाब में वसूली, रंगदारी जैसे अपराधों को अंजाम देने लगा. उसे खालिस्तान मूवमेंट (Khalistani Movement) का समर्थक भी माना जाता था. वह खालिस्तानी आतंकी गैंगस्टर अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला (Arsh Dalla) का दाहिना हाथ था. बंबीहा गैंग से भी उसकी काफी नजदीकी थी. कबड्डी प्लेयर संदीप नंगल अंबिया की हत्या में भी उसका नाम सामने आया था.
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