May 8, 2024

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गोगामेड़ी हत्याकांड में नया मोड़, गैंगस्टर रौनी का नाम आया सामने

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Sukhdev-Singh-Gogamedi

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राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के मामले में हर रोज नई कड़ी जुड़ रही है। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की जयपुर में बीते मंगलवार को उनके घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। गुरुवार को गोगामेड़ी का हनुमानगढ़ में उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया लेकिन अभी तक दोनों शूटर पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।

गोगामेड़ी ने राजपूत करणी सेना का संगठन स्वंय किया

गोगामेड़ी फिल्म पद्मावत और गैंगस्टर आनंदपाल एनकाउंटर मामले के बाद राजस्थान में हुए विरोध प्रदर्शन के चलते सुर्खियों में आए थे। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। करणी सेना का गठन 2006 में हुआ था। लोकेंद्र सिंह कालवी ने एक अलग संगठन राजपूत करणी सेना बनाया।

साल 2012 में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को श्री राजपूत करणी सेना का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था, लेकिन बाद में कालवी और गोगामेड़ी के बीच विवाद हो गया। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने 2017 में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के नाम से एक अलग संगठन बनाया था।

गोगामेड़ी ने बोला था पैसे नहीं देंगे

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लॉरेंस बिश्नोई का साथी गोदारा अपने गुर्गों से बड़े कारोबारियों से लाखों की वसूली करवाता है। चुरु में एक प्रॉपर्टी डीलर से पचास लाख रुपये की मांग की गई थी। बार-बार की धमिकयों के बाद प्रॉपर्टी डीलर एक परिचित के जरीए गोगामेड़ी के संपर्क में आया था। गोगामेड़ी ने डीलर से कह दिया था कि वह गोदारा गैंग को किसी भी हालत में पैसे नहीं दे। इस तरह गोगामेड़ी की दखल के बाद रोहित गोदारा ने गोगामेड़ी को ठिकाने लगाने की जिम्मेदारी वीरेंद्र चारण को दे दी थी।

वीरेंद्र चरण ने गोगामेड़ी की हत्या के लिए शूटर्स और हथियारों का इंतजाम किया था। एक साल पहले राजू तहत की हत्या के मामले में कुछ लोग पकड़े गए थे, जिन्होंने खुलासा किया था कि गैंग के अगले निशाने पर गोगामेड़ी हैं। इसी बीच हरियाणा के भोंडसी जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर रौनी राजपूत के हत्या में शामिल होने की खाबर सामने आ रही है।

रोहित गोदारा ने खुद ली हत्या की जिम्मेदारी

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के मर्डर की जिम्मेदारी भारत से फरार गैंगस्टर रोहित गोदारा ने ली है। रोहित गोदारा लॉरेन्स बिश्नोई गैंग से जुड़ा है। रोहित गोदारा ने कुछ महीने पहले सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को दुबई के नंबर से कॉल कर धमकी दी थी। 2017 में गोगामेड़ी ने बनाया था अलग संगठन।

रौनी राजपूत का बड़ा हाथ

रोहित गोदारा गैंग का वीरेंद्र चारण बीकानेर का रहने वाला है और वहीं से गैंग के लिए काम करता है। चारण पर एक लाख रुपये का ईनाम रखा हुआ है। एक अधिकारी का कहना है कि सबूतों से पता चला है कि गोगामेड़ी की हत्या चुरु में एक प्रॉपर्टी को लेकर हुए विवाद की वजह से की गई।
रौनी से जयपुर पुलिस हत्या मामले में पूछताछ करेगी। रौनी राजपूत फिलहाल भोंडसी जेल में बंद है और रोहित गोदारा का बेहद करीबी है। सुखदेव हत्याकांड के आरोपी शूटर नितिन फौजी को रोहित गोदारा से मुलाकात कराने में रौनी राजपूत ने ही मुख्य भूमिका निभाई थी।

साजिश के तहत मौत के घाट उतारा

नवीन शेखावत दोनों शूटर्स को सुखदेव से यह कहकर मिलवाने ले गया था की इन दोनों के स्कूल है। इन्हें स्कूल की मान्यता नहीं मिल रही है। इसके बाद कमरे में जैसे ही रोहित राठौर और नितिन फौजी कमरे में घुसे उन्होंने नवीन और सुखदेव पर फायरिंग शुरू कर दी। अब तक हथियार बरामद नहीं हुए हैं। हत्याकांड में इस्तेमाल मोबाइल फोन बरामद कर लिया गया है।

एक नहीं कई चेहरे हैं, हत्या के पीछे

सेना से निकाले जाने के बाद आर्थिक तंगी से जूझ रहे नितिन फौजी का रोहित गोदारा और दुबई में रह रहे वीरेंद्र चारण ने फायदा उठाया। रौनी राजपूत जेल से ऑपरेशन सुखदेव हत्याकांड में रोहित गोदारा के साथ लगातार बात कर रहा था। रौनी के खिलाफ करीब दो दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। वहीं उधम ने हत्याकांड में लॉजिस्टिक सपोर्टर के तौर पर भूमिका निभाई थी। उधम के ऊपर पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं। उधम पर आरोप है कि वह रोहित गोदारा का सहयोगी है। उधम फिलहाल जमानत पर था और इस हत्या में शामिल हुआ। इस ऑपरेशन में हथियार सप्लाई करने वाला समीर फिलहाल फरार है।

शूटरों को भगाने वाला शातिर गिरफ्तार

बता दें कि गोगामेड़ी की जयपुर में बीते मंगलवार को उनके घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस की हत्यारों को लेकर तलाश हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और मध्यप्रदेश तक चल रही है। हालांकि, राजस्थान पुलिस ने गुरुवार को अर्जुन माली नाम के युवक को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि इसी ने दोनों शूटरों को जयपुर से भागने में मदद की थी।

 

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