Mahendra Singh Dhoni

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) की गिनती विश्व क्रिकेट के महान कप्तानों में की जाती है. हो भी क्यों ना, आखिर उन्होंने अपनी कप्तानी करियर के दौरान टीम इंडिया के लिए इतनी अपार सफलताएं जो दिलाई है. आज का दिन यानी कि 23 जून धोनी (Mahendra Singh Dhoni) की कप्तानी करियर के अलावा भारतीय क्रिकेट के लिए भी एक बेहद ही ख़ास महत्व रखता हैं. दरअसल आज ही के दिन साल 2013 में टीम इंडिया ने मेजबान इंग्लैंड को हराकर चैंपियन ट्रॉफी के हिताब पर दूसरा बार कब्जा जमाया था.

ऐसा करने वाले पहले कप्तान बने थे धोनी

Mahendra Singh Dhoni

टीम इंडिया को चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब दिलाने के साथ ही महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) एक ख़ास रिकॉर्ड को अपने नाम कर लिया था. उनके लिए यह आईसीसी का तीसरा खिताब था. इसी के साथ वो आईसीसी की तीनो ट्रॉफी जीतने वाले दुनिया के पहले कप्तान बने थे. यह कारनामा उन्होंने कप्तानी संभालने के केवल 7 साल के अंदर में कर दिखाया था. इससे पहले भारतीय टीम ने उनकी कप्तानी में साल 2007 के टी20 वर्ल्ड कप और 2011 की वनडे वर्ल्ड कप की ट्रॉफी अपने नाम की थी.

इशांत शर्मा बने थे जीत के सबसे बड़े हीरो

Mahendra Singh Dhoni

50 ओवर के फॉर्मेट में खेले गए इस टूर्नामेंट का फ़ाइनल मुकाबला बारिश के चलते केवल 20 ओवर का ही संभव हो पाया था. टॉस हारकर पहके बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया केवल 129 रनों का स्कोर ही खड़ा कर पायी थी. विराट कोहली ने टीम के लिए सर्वाधिक 48 रन बनाए थे. जवाब में मेजबान इंग्लैंड ने भी अपने शुरूआती 4 विकेट 46 रनो के स्कोर पर ही गवां दिए थे. हालाँकि उसके बाद इयोन मॉर्गन और रवि बोपारा ने मिलकर इंग्लैंड को लगभग जीत के करीब लाकर खड़ा कर दिया था.

लेकिन उसके बाद परिस्थिति के अनुसार खिलाड़ियों को उपयोग करने की खासियत के लिए जाने जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) ने 18वें ओवर में पूरे मैच में महंगे साबित हुए इशांत शर्मा को गेंदबाजी की जिम्मेदारी सौंपी. उनका यही फैसला टीम के लिए मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ और इशांत ने एक ही ओवर में दोनों सेट बल्लेबाज, मॉर्गन और बोपारा को आउट कर टीम को 5 रनो से रोमांचक जीत दिलवा दी.

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