Kejriwal: ED के बाद केजरीवाल पर भारी पड़ेगी CBI, केजरीवाल के वकील मनु सिंघवी ने गिफ्तारी को बताया गलत!
Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की शराब घोटाले मामले में गिरफ्तारी भी हो चुकी है। गिरफ्तारी के मामले में दिल्ली हाईकोर्ट में आज बुधवार 27 मार्च को सुनवाई जारी है। वहीं इस बीच केजरीवाल को लेकर एक खबर यह आ रही है कि ED के बाद अब CBI भी केजरीवाल की कस्टडी की मांग करेगी। साथ ही ED केजरीवाल की हिरासत अवधि बढ़ाने की मांग करेगी। इसे लेकर शाम 4.30 बजे कोर्ट का फैसला आएगा। कहा जा है कि ED चाहती है कि CBI फिलहाल कुछ दिन केजरीवाल से पूछताछ करें।
ED चाहती है CBI का हस्ताक्षेप
ED के मुताबिक राउज एवेन्यू कोर्ट की विशेष अदालत में गुरुवार 28 मार्च को ED की रिमांड बढ़ाने पर बहस से पहले ही CBI की अर्जी मेंशन की जाएगी। ऐसा भी हो सकता की ED अभी केजरीवाल की रिमांड अवधि बढ़ाने पर जोर न दें। क्योंकि ED भी शायद यही चाहती है कि CBI कुछ दिन केजरीवाल से पूछताछ करे। इसके बाद ही ED रिमांड अवधि बढ़ाने की मांग कर सकती है। बता दें कि ईडी के पास कुल 14 दिनों की रिमांड का अधिकार है। कोर्ट ने ईडी को केजरीवाल की 22 मार्च की रात से 28 मार्च तक यानी छह दिनों की रिमांड दी थी। इस तरह अभी ईडी के पास आठ दिन बचे हैं।
मैं भाग नहीं रहा हूं
ED का कहना है कि ‘’केजरीवाल से उनकी भूमिका के संबंध में पूछताछ की जानी चाहिए।’’ इस पर केजरीवाल ने कहा कि ‘’मैं कहता हूं कि अगर आप चुनाव से दो महीने पहले मेरी भूमिका के लिए मेरी जांच करना चाहते हैं, तो क्या सीधे तौर पर गिरफ्तारी की जरूरत थी? ऐसा क्या है जो आप मेरी गिरफ्तारी के बिना नहीं कर सकते थे? मैं भाग नहीं रहा हूं। लेकिन मैं सवाल कर रहा हूं कि गिरफ्तारी में ऐसा क्या है जो आप मेरी गिरफ्तारी के बिना नहीं कर सकते थे? मैं भाग नहीं रहा हूं। लेकिन मैं सवाल कर रहा हूं कि गिरफ्तारी की क्या जरूरत थी?’’
गिरफ्तारी की जरूरत ही नहीं थी
इस मामले में केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने अदालत के सामने कहा कि ‘’मैने पहले भी कहा था कि वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए मुझसे पूछताछ कर सकते हैं। लेकिन नहीं की गई। अब गिरफ्तार करने के बाद कहते हैं कि सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं। जबकि इस मामले मे गिरफ्तारी की जरूरत ही नहीं थी।”
शराब घोटाले में गिरफ्तार हुए थे केजरीवाल
दरअसल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ED ने लगभग दो घंटे की पूछताछ के बाद 21 मार्च को उनके आधिकारिक आवास से गिरफ्तार किया था। दिल्ली शराब घोटाले में उन्हें राउज एवेन्यू कोर्ट ने 28 मार्च तक ED की हिरासत में भेज दिया था। अपनी गिरफ्तारी के बाद भी अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया है। केजरीवाल के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देने परआम आदमी पार्टी के नेताओं का कहना है कि वह दिल्ली के मुख्यमंत्री बने रहेंगे और जरूरत पड़ने पर जेल से सरकार चलाएंगे।
यह था पूरा मामला
बता दें कि 22 मार्च 2021 को मनीष सिसोदिया ने नई शराब नीति का ऐलान किया था। फिर 17 नवंबर 2021 को नई शराब नीति यानी एक्साइज पॉलिसी 2021-22 लागू कर दी गई। नई शराब नीति आने के बाद सरकार शराब के कारोबार से बाहर आ गई और शराब की दुकानें निजी हाथों में चली गई। वहीं नई नीति लाने के पीछे सरकार का तर्क था कि इससे माफिया राज खत्म होगा और सरकार के रेवेन्यू में बढ़ोतरी होगी। लेकिन नई नीति शुरू से ही विवादों में रही। जब बवाल ज्यादा बढ़ गया, तब 28 जुलाई 2022 को सरकार ने नई शराब नीति रद्द कर फिर पुरानी पॉलिसी लागू कर दी थी।
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