ईरान ने आतंकी संगठन जैश अल-अदल के ठिकानों पर की एयरस्ट्राइक, पाकिस्तान बोला परिणाम अच्छा नहीं होगा
Jaish Al-Adl: ईरान ने मंगलवार 16 जनवरी को पाकिस्तान में आतंकी संगठन जैश अल-अदल (Jaish Al-Adl) के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की है। एयरस्ट्राइक के बाद से दुनियाभर में इस संगठन की चर्चा हो रही है। इसी बीच पता चला है कि भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को ईरान से अगवा करने के पीछे किसका हाथ था। जैश अल-अदल ने मार्च 2016 में कुलभूषण जाधव को ईरान के चाबहार से अगवा कर लिया था। जाधव के अपहरण के बाद से ही यह आतंकी संगठन भारतीय खुफिया एजेंसियों की नजर में था।
भारतीय जासूस बता कर कैद किया
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बता दें जब से इस संगठन ने कुलभूषण जाधव का अपहरण किया तो भारतीय खुफिया एजेंसियों इस आतंकी संगठन के तलाश में लग गई थी। लेकिन कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी। भारतीय एजेंसियों ने बताया कि जाधव के अपहरण के बाद जैश अल-अदल ने उसे पाकिस्तान के आंतकी संगठन आईएसआई को सौंप दिया था। इसके बाद पाकिस्तान ने जाधव पर भारतीय जासूस होने का आरोप लगाकर उसे कैद कर लिया था। इस मामले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच काफी तनाव बढ़ गया।
पाकिस्तान ने ईरान को दी धमकी
अब खबर है कि बलूचिस्तान में जैश अल-अदल के ठिकानों पर ईरान के मिसाइल और ड्रोन से हमले किया गया है। जिसके बाद हमले को लेकर पाकिस्तान ने दावा किया है कि इस हमले में दो पाकिस्तानी बच्चों की मौत भी हो गई है। पाकिस्तान ने इस हमले को लेकर ईरान की बहुत निंदा की है और ईरान को चेतावनी तक दे डाली है कि उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘’पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन ‘पूरी तरह से अस्वीकार्य’ है और उसे गंभीर परिणामों का खामियाजा चुकाना होगा।”
जैश-अल-अद्ल संगठन सिरदर्द है
जैश-अल-अद्ल यानी कि “न्याय की सेना” 2012 में स्थापित एक सुन्नी आतंकवादी समूह है जो बड़े पैमाने पर पाकिस्तान में ऑपरेट होता है। पाकिस्तान के सिस्तान-बलूचिस्तान से ऑपरेट करना वाला ये आतंकी संगठन ईरान और पाकिस्तान की सीमा पर काफी एक्टिव रहता है। यही वजह है कि ये संगठन दोनों ही सरकारों के लिए सिरदर्द बना हुआ है।
ईरान ने आतंकी संगठन से ऐसे लिया बदला
अमेरिका और ईरान दोनों ने ही इस संगठन को आतंकी घोषित किया है। इस सुन्नी संगठन में 500 से 600 आतंकी हैं। ईरान के मंत्री अहमद वाहिदी के मुताबिक, पिछले महीने, दक्षिणपूर्वी प्रांत सिस्तान-बलूचिस्तान के एक पुलिस स्टेशन पर रात को हुए हमले में कम से कम 11 ईरानी पुलिस अधिकारी मारे गए थे। ईरान ने इस घटना के लिए जैश-अल-अद्ल को दोषी ठहराया था और इसका बदला ईरान ने जैश अल-अदल (Jaish Al-Adl) के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक कर लिया है।
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