Hyderabad News: हैदराबाद में रामलला की शोभायात्रा पर लगी रोक, टी राजा सिंह ने Congress समेत AIMIM को लिया लपेटे में
Hyderabad News: रामनवमी का पर्व रामलला का जन्म उत्सव कल पूरे भारत में बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया। राम नगरी अयोध्या में तो एक अलग ही नजारा देखने को मिला। प्रभु राम के ललाट पर सूर्य तिलक कराया गया। हर नगर में रोनक देखने के मिली। लेकिन कुछ जगह पर भगवान राम को सियासत के तराजू में तोला गया। हैदराबाद और बंगाल में रामलला की शुभा यात्रा निकालने की अनुमति नहीं दी गई। जिसे लेकर अब सियासत में गरमा-गरमी देखने को मिल रही है। बीजेपी ने विपक्ष को खूब खरी-खोटी सुनाई है। राम मन्दिर का निर्मण जब से हुआ और जिस दिन से रामलला अपने घर में विराजमान हुए तब से राजनीति का खेल शुरु हो गया है।
रामलला पर सियासत तेज
कुछ राजनीतिक पार्टी प्रभु को लेकर अलग-अगल तरह की राजनीति करने में लगी हैं। विपक्ष की बात करें तो कांग्रेस नेता सिर्फ और सिर्फ इसलिए रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा में शामिल नहीं हुए क्योंकि उन्होंने अपने दिए बयान से साबित कर दिया की भाजपा सरकार ने भगवान राम के मंदिर बनने में अहम भूमिका निभाई है। श्री राम केंद्र की भाजपा सरकार की वजह से अयोध्या में स्थापित हुए यानी रामलला सिर्फ बीजेपी के हैं हमारे नहीं हम किया करने जाएंगे वहां। रामलला को विस्थापित करना ढोंग है सिर्फ वोट के लिए की गई एक साजिश है।
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टी राजा ने कसा तंज
हैदराबाद में शोभायात्रा की अनुमति नहीं दिए जाने पर भारतीय जनता पार्टी के विधायक टी राजा सिंह ने तंज कसते हुए कहा है कि, ”एआईएमआईएम’ (AIMIM) और कांग्रेस ने साथ मिलकर यह सब प्लानिंग की है। हैदराबाद में राम की शोभायात्रा को रोकना पूर्व नियोजित है”। टी राजा ने कहा कि ”कांग्रेस सरकार ने डरकर हमारी शोभायात्रा को रोक दिया है। जब केसीआर सरकार थी तो हमारी शोभायात्रा रोक देते थे हम उस समय नहीं रुके। हम आज भी नहीं रुकेंगे”। टी राजा ने आगे कहा कि ”कांग्रेस हिंदू विरोधी पार्टी है। जो हिंदुओं से टकराएगा वह मिट्टी में मिल जाएगा”। इन सब पर हैदराबाद पुलिस ने सफाई देते हुए कहा है कि ”सुरक्षा कारणों के तहत भगवान राम की शोभायात्रा को अनुमति देने से इनकार कर किया है”।
माधवी लता देंगी ओवैसी को टक्कर
हैदराबाद AIMIM का गढ़ माना जाता है। यहां 1984 से ओवैसी परिवार का राज चलता है। असदुद्दीन ओवैसी के पिता सुल्तान सलाहुद्दीन पहली बार इस सीट से 1984 में लोकसभा का चुनाव जीते थे। वह 20 साल तक इस सीट से सांसद रहे। उसके बाद से ही इस सीट का नेतृत्व असदुद्दीन ओवैसी कर रहे हैं। असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए माधवी लता को उनके खिलाफ चुनावी मैदान नें उतारा है।
हिंदुओं को भड़काना की चाह
माधवी लता ने भी हैदराबाद में शोभायात्रा की अनुमति न देने पर ओवैसी को लपेटा है, बयान जारी करते हुए कहा है कि, ”आदर्श आचार संहिता के समय ही रमजान आया था ना, क्या नमाज पढ़ने से रोक दिया था? रामनवमी को क्यों रोक देते हैं। हम उस रहे हैं? रामनवमी यात्रा हिंदुओं के लिए अहम है।” उन्होंने आगे कहा कि, ”वह चुनाव का बहाना देकर रामनवमी यात्रा को रोकना चाहते हैं। हम चुप नहीं बैठेंगे। यह लोग हिंदुओं को दर्द देना चाह रहे हैं। यह लोग हिंदुओं को भड़काना चाह रहे हैं”।
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