कांग्रेस ने ऑफर किया मांझी को सीएम पद, बिहार में मची खलबली, जीतन राम मांझी बिहार के लिए क्यों जरुरी?
Bihar Politics: बिहार की राजनीति में हमेशा हलचल देखने को मिलती है। लगा था कि नीतीश के एनडीए (NDA) में शामिल हो जाने से बिहार की सियासत में कुछ तो नरमी देखने को मिलेगी। वहीं नीतीश के 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही बिहार की राजनीति और गरमा गई है। इन सब के बीच बिहार में नीतीश के आलावा आज कल जीतन राम मांझी भी सुर्खियों में हैं। बता दें कि जीतन राम मांझी ने ‘हम’ के लिए 2 मंत्री पद की मांग कर रहे हैं। इसी के तहत कांग्रेस ने होशियारी दिखाते हुए जीतन राम मांझी को सीएम पद का ऑफर दे दिया है।
मांझी को मिला सीएम पद का ऑफर
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने जीतन राम मांझी को को ऑफर देते हुए कहा ”अगर मांझी हमारे साथ आ जाए तो हम उन्हें सीएम बनवा देंगे। इस बयान के बाद से ही सबकी निगाहें बिहार की राजनीति पर आ कर टिक गई हैं लोग अलग-अलग कयास लगा रहे हैं।”
जीतन राम मांझी की मांग
आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने एक बयान दिया है जिसमें उन्होंने कहा है कि ”अभी किसी भी बात को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है। तेजस्वी यादव तो वैसे भी चौंकाने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने तो साफ कहा है कि अभी खेला बाकी है।” बता दें कि महागठबंधन से अलग होने के बाद सीएम नीतीश कुमार एनडीए में शामिल हो गए हैं। इस नई सरकार में बीजेपी की ओर से दो डिप्टी सीएम बने हैं। जिसमें हम’ अध्यक्ष संतोष सुमन ने मंत्री पद की शपथ ली। इसके साथ ही निर्दलीय विधायक सुमित सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली। वहीं, अब मंत्रिमंडल विस्तार से पहले जीतन राम मांझी दो मंत्री पद की मांग कर रहे हैं।
Also Read: एक बार फिर केजरीवाल ने ठुकराया ED का नोटिस, आतिशी पर भी लटक सकती है तलवार!
मांझी क्यों हैं इतने जरुरी?
हम प्रमुख जीतन राम मांझी अभी बिहार की सियासत के दोनों खेमों, एनडीए और महागठबंधन, दोनों के लिए महत्वपूर्ण बने हुए हैं। वह आरजेडी और एनडीए दोनों के लिए बेहद खास हैं। दरअसल, जीतनराम की पार्टी HAM के 4 विधायक हैं, अगर आरजेडी उन्हें अपने पाले में ले लेती है, तो महागठबंधन 118 सीटों का आकंड़ा छू लेगा।
ऐसे में आरजेडी के 79, कांग्रेस के 19 और लेफ्ट के 16 विधायक भी शामिल हैं। अगर AIMIM का एक और एक निर्दलीय विधायक महागठबंधन के साथ जाते हैं तो ये आंकड़ा 120 तक पहुंच जाएगा। हालांकि वो बात अलग है सरकार बनाने के लिए 2 विधायकों की जरूरत तब भी पड़ेगी।
मांझी चौंकाने वाले इंसान हैं
ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि जीतन राम मांझी अगर गठबंधन की तरफ से मिले सीएम पद के ऑफर को सिवाकर कर लें तो मांझी का दांव सरकार के लिए भारी पड़ सकता है। जीतन राम मांझी पर गठबंधन और एनडीए दोनों की नजर है। फिलहाल मांझी कह रहे हैं कि ”हम एनडीए के साथ ही रहेंगे।” लेकिन यह कहना भी गलत नहीं होगा कि मांझी बिहार की सियासत मे हमेशा चौंकाने के लिए जाने जाते हैं।