CM Yogi ने समाप्त किया अंग्रेजों के जेल मैनुअल का काला अध्याय, अब कैदियों को मिलेंगी ये सुविधाएं

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) सरकार ने जेल मैनुअल में बदलाव करने का फैसला किया हैं. इससे जेल में बंद कैदियों की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के साथ ही उनका कौशल विकास भी हो पाएगा. इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने अंग्रेजों के जमाने के जेल मैनुअल के कई काले अध्यायों को समाप्त करते हुए नया जेल मैनुअल लाया है. कैबिनेट की हुई अहम बैठक में ये अहम फैसला लिया गया है.
जेल में जन्में बच्चे को होगा नामकरण
योगी सरकार (CM Yogi Adityanath) की कैबिनेट द्वारा जो प्रस्ताव पास किये गए हैं, उससे कैदियों के जीवन में शिक्षा और उनके कौशल विकास को बढ़ाने में मदद होगी. इसके साथ ही उनके जीवन में कई बदलाव आएंगे. इसके लिए निजी संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाएगा. नए जेल मैनुअल के मुताबिक प्रदेश की जेलों को 4 श्रेणियों में बांटा गया है.
इसके तहत अब से महिला बंदियों को जेल में मंगल सूत्र पहनने की अनुमति मिलेगी. कारागार में जन्मे बच्चों का जेल में ही नामकरण संस्कार होगा. इसके अलावा मां या पिता के साथ साथ जेल में रहने वाले बच्चों के लिए चिल्ड्रन पार्क भी बनेगा. जेल में बंदियों को खीर, गुड़ और खजूर भी मिलेगा. कुख्यात बंदियों के लिए उच्च सुरक्षा कारागार भी चिन्हित किया गया है.
प्रशिक्षण के बाद मिलेगा प्रमाणपत्र
कारागारों में बंदियों को कुशल बनाने हेतु विभिन्न कौशल विकास कार्यक्रम जैसे निर्माण कार्य, राजगीरी, बढ़ई, प्लम्बरिंग, बिजली कार्य, दर्जी, रेडीमेड कपड़े, चमड़ा, कृषि, उद्यान, डेयरी, मुर्गी पालन, फूल उत्पादन, डीजल इंजन, विद्युत पम्प व ट्रैक्टर की मरम्मत, कंप्यूटर संचालन आदि की व्यवस्था का प्रावधान है. कौशल विकास प्रशिक्षण के बाद बंदियों को प्रमाण पत्र भी मिलेगा. जिसका आगे चलकर वो अपने रोजगार के लिए भी उपयोग कर सकेंगे.
व्यावसायिक प्रशिक्षण समिति का होगा गठन
जेल से रिहाई होने के बाद कैदियों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो इसके लिएयोगी (CM Yogi Adityanath) सरकार व्यावसायिक प्रशिक्षण समिति का गठन करेगी. डीजी जेल की अध्यक्षता में कारागार मुख्यालय पर कौशल विकास क्रार्यक्रम और व्यावसायिक प्रशिक्षण समिति का गठन होगा. इसके साथ ही कारगार में उद्योग और बंदियों की सहकारी समितियों की स्थापना कराई जाएगी.