May 10, 2024

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Bihar: BJP का हल्लाबोल प्रदर्शन, पुलिस का लाठीचार्ज और भाजपा नेता की मौत, जानें पूरा मामला

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Bihar: बिहार (Bihar) के बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) के नेतृत्व में भाजपा (BJP) ने आज गुरुवार को सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ सड़क से सदन तक पैदल विधानसभा (Legislative Assembly) मार्च किया। गांधी मैदान में सभी भाजपा (BJP) नेता 11 बजे तक एकजुट हो गए थे। यहां से भाजपा कार्यकर्ता 1 बजे के बाद जेपी गोलंबर होते हुए डाकबंगला चौराहा पहुंचे। भाजपा नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मा का दर्जा देने की मांग कर रहे थे।

लेकिन यहां पहले से तैनात हजारों की संख्या में पटना पुलिस बल (Patna Police Force) ने पहले भाजपा नेताओं को पीछे हटने कहा और आक्रोशित भीड़ को आगे बढ़ने से रोका। इसी दौरान दोनों के बीच झड़प की स्थिति बन गई और इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज (Lathicharge) करना शुरू कर दिया, जिसमें एक भाजपा (BJP) नेता की मौत भी हो गई।

पुलिस ने भाजपा नेताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा

 

गांधी मैदान से जैसे ही भाजपा (BJP) नेता विधानसभा की ओर कूज करने लगे, तभी पुलिस ने डाकबंगला के पास उनपर लाठियाँ बरसाना शुरू कर दिया। पुलिस ने नेताओं और कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इस दौरान आंसू गैस के गोले भी दागे गए। पुलिस ने वाटर कैनन का भी प्रयोग किया। लाठी की मार और भगदड़ में गिरने से कई नेताओं के हाथ-पैर टूटे। कई अस्पताल में भर्ती हैं।

इसी दौरान भाजपा के नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा (Vijay Sinha), महाराजगंज सांसद जनार्दन सिग्रीवाल (Janardan Sigriwal) समेत कई नेता चोटिल हो गए। आरोप है कि सांसद सिग्रीवाल (Janardan Sigriwal) को भी पुलिस ने लाठी से पीटा। इसमें वह घायल हो गए। उनके सिर और चेहरे पर चोट आई है। पुलिस ने सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary), रेणु देवी, प्रेम कुमार, संजय सरावगी समेत कई नेताओं को हिरासत में ले लिया और सभी को बस में भरकर ले गई।

पुलिस लाठीचार्ज के दौरान भाजपा नेता की मौत

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राजधानी पटना (Patna) के सड़कों पर मार्च के दौरान पुलिस के लाठीचार्ज (Lathicharge) में कई बीजेपी नेताओं को गंभीर चोटें भी आई हैं। मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस के लाठीचार्ज से जहानाबाद (Jehanabad) के बीजेपी महामंत्री विजय सिंह (Vijay Singh) गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस द्वारा उनके सिर पर लाठी मारा गया, जिसमें वह बुरी तरह घायल हो गए।

इसके बाद उनको आनन-फानन तारा अस्पताल ले जाया गया था, जहां डॉक्टर ने जवाब दे दिया। इसके बाद पीएमसीएच अस्पताल (PMCH Hosital) में उन्होंने दम तोड़ दिया। इस सूचना के बाद विजय सिंह (Vijay Singh) के गांव में मातम छा गया है तथा नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और उनकी सरकार बीजेपी के निशाने पर आ गई है.

कौन हैं बीजेपी नेता विजय कुमार सिंह?

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विधानसभा मार्च (Vidhansabha March) के दौरान जिस 40 वर्षीय भाजपा नेता की पुलिस की लाठीचार्ज से मौत हुई है, वह जहानाबाद जिले (Jehanabad district) के बीजेपी महामंत्री थे। वह 2013 से 2016 तक बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष थे और 2023 में ही उन्हें जिला महामंत्री बनाया गया था। नेता की मौत के बाद भाजपा में खासा नाराजगी देखने को मिल रही है। राष्ट्रीय बीजेपी अध्यक्ष और सुशील मोदी ने ट्वीट कर मौजूदा राज्य सरकार पर हमला बोला है।

यह नीतीश सरकार की बौखलाहट का नतीजा: नड्डा

पटना (Bihar) में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज पर BJP के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने ट्वीट कर कहा, ”भाजपा कार्यकर्ताओं पर पटना में हुई लाठीचार्ज राज्य सरकार की विफलता और बौखलाहट का नतीजा है। महागठबंधन की सरकार भ्रष्टाचार के किले को बचाने के लिए लोकतंत्र पर हमला कर रही है। जिस व्यक्ति पर चार्जशीट दायर हुई है, उसको बचाने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री (Nitish Kumar) अपनी नैतिकता तक भूल गए हैं।”

नीतीश सरकार ने बीजेपी कार्यकर्ता की ली आहुति: केन्द्रीय मंत्री

बीजेपी नेता सुशील मोदी (Sushil Modi) ने कहा, पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसके बाद विजय सिंह (Vijay Singh) गिर गए। तबीयत बिगड़ गई, उन्हें अस्पताल लेकर गए, लेकिन बचाया नहीं जा सका। बिहार बीजेपी के अध्यक्ष ने कहा, “लोकतंत्र की हत्या हो रही है. नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने हमारे कार्यकर्ताओं की हत्या की है। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) जी पर IPC की धारा 302 का मुकदमा चलाने का काम करेंगे. आप लाठी चलाएं या फिर गोली, भाजपा का कार्यकर्ता नहीं रुकेंगे।”

इसके बाद केन्द्रीय मंत्री नित्यानंद राय (Nityanand Rai) ने कहा कि जनता के बीच जाकर बताएंगे कि जनता के हक की लड़ाई लड़ने पर किस प्रकार उनके कर्मठ सहयोगी विजय सिंह की सरकार ने आहुति ले ली। इस लाठीचार्ज में हमारे दर्जनों विधायक और सांसद गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं।

इन मुद्दों को लेकर सड़क पर उतरी थी भाजपा

इससे पहले गुरुवार को सदन में जोरदार हंगामा देखने को मिला है. शिक्षकों की नियुक्ति का मुद्दा उठाए जाने पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी तकरार हो गई। इसमें डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejasvi Yadav) की बर्खास्तगी की मांग जोर पकड़ गई। बीजेपी के सदस्यों ने वेल में पहुंचकर सरकार को घेरा और प्रदर्शन किया, जिसके बाद बीजेपी के दो विधायकों को विधानसभा से मार्शल आउट कर दिया गया।

दोनों ने स्पीकर पर सत्ता पक्ष के लिए एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया. बाद में बीजेपी के तमाम विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) के नेतृत्व में विधानसभा से वॉक आउट कर दिया और सड़कों पर उतर आए। उनकी मांगे थी:

  • नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देना
  • 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने के वादा का क्या हुआ
  • चार्जशीटेड डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का इस्तीफा

इससे पहले सदन में चलीं थी कुर्सियाँ

भाजपा विधायक पिछले तीन दिनों से लगातार डिप्टी सीएम (Tejaswi Yadav) के इस्तीफे की मांग को लेकर हंगामा करते हुए विधान परिषद में भाजपा के एमएलसी नई शिक्षक नियमावली का मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान मंगलवार को सदन (Bihar) में कुर्सियाँ भी चलीं थी।

सोमवार और मंगलवार मिलाकर विधानसभा की कार्यवाही महज 31 मिनट ही चल पाई। इसके बाद भाजपा हंगामा देखकर स्पीकर अवध बिहारी चौधरी (Awadh Bihari Chaudhary) ने सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया था। इधर, बुधवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले भाजपा विधायकों ने फिर से तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) के इस्तीफे की मांग की।

 

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