अरविंद केजरीवाल ने वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम का वीडियो शेयर कर पीएम मोदी पर कसा तंज, कहा- जनता की सुविधाओं को रेवड़ी बताना उनका अपमान
नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra modi) के फ्री रेवड़ी कल्चर बयान को लेकर उनपर हमला बोला है. केजरीवाल ने ट्विटर हैंडल पर वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम का एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि- अमीर देशों में शिक्षा फ्री है, लेकिन हमारे देश में फ्री शिक्षा को यहां के नेता फ्री की रेवड़ी बताते हैं. अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा कि- वे देश इसलिए अमीर हैं क्योंकी इनके बच्चों को फ्री शिक्षा देते हैं.
हर बच्चे को फ्री में देनी होगी अच्छी शिक्षा
ये वीडियो देखिए…
अमीर देशों में शिक्षा फ्री है। मुझे बहुत दुःख होता है कि हमारे देश में फ्री शिक्षा को ये नेता फ्री की रेवड़ी कहते हैं
ये देश अमीर इसलिए बने क्योंकि ये फ्री शिक्षा देते हैं। अगर हर भारतीय को अमीर बनाना है तो भारत के हर बच्चे को अच्छी शिक्षा फ्री देनी ही होगी। pic.twitter.com/iAincN3phy
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 25, 2022
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने ट्वीट करते हुए कहा कि- अमीर देशों में शिक्षा फ्री है. मुझे बहुत दुःख होता है कि हमारे देश में फ्री शिक्षा को ये नेता फ्री की रेवड़ी कहते हैं अगर हर भारतीय को अमीर बनाना है तो भारत के हर बच्चे को अच्छी शिक्षा फ्री में देनी ही होगी. बता दें कि इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra modi) ने दिल्ली सरकार द्वारा दिल्ली में फ्री की शिक्षा, यात्रा और बिजली की बिल को फ्री की रेवड़ी बताया था. जिसपर केजरीवाल ने वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम का वीडियो साझा करते हुए उनपर तंज कसा है.
पीएम मोदी ने की थी आलोचना
गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra modi) एक संबोधन के दौरान जनता को मुफ्त की सुविधा दिए जाने के कल्चर की आलोचना की थी. पीएम ने अपने संबोधन में कहा था कि- जब टैक्स पेयर यह देखता है कि उसके द्वारा पे किए टैक्स से मुफ्त की रेवड़ियां बांटी जा रही हैं, तो उसे दुख होता है. उन्होंने कहा कि- कई कर दाताओं ने मुझे इसपर चिट्ठी लिखी थी. जिसपर अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने पलटवार करते हुए पीएम के फ्री की रेवड़ी बयान को जनता का अपमान बताया था.
जनता के हक को रेवड़ी बताना उनका अपमान- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा था कि- देश में इस समय बढ़ती महंगाई से लोग परेशान हैं. ऐसे में उन्हें मुफ्त शिक्षा, मुफ्त इलाज, मुफ्त दवाइयां, बिजली क्यो नहीं मिलनी चाहिए? फ्री की ये सभी सुविधाएं रेवड़ी नहीं बलकि यह उनका हक है. केजरीवाल ने आगे कहा था कि- जनता के वोट से चुनाव जीतने वाले नेताओं को फ्री में इतनी सुविधाएं मिलती हैं. अमीरों के बैंक के कर्जे माफ कर दिए जाते हैं. वहीं, जब जनता को उनका हक दिया जाता है तो इसे लोग मुफ्त की रेवड़ी बताकर जनता का अपमान करते हैं.
भारत की शिक्षा नीति को मिला था 4.0 अंक
बता दें कि वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) ने एक रिपोर्ट जारी की थी. जिसका शिर्षक एजेकुशेन 4.0 रिपोर्ट था. जिसमें भारत के शिक्षा नीति को 4.0 बताया गया था. विश्व आर्थिक मंच की ओर से जारी किए गए रिपोर्ट में कहा गया था कि- भारत में माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक के 6 करोड़ से अधिक छात्र हैं, लेकिन 85 प्रतिशत स्कूलों ने अभी तक अपने पाठ्यक्रम के हिस्से के रूप में व्यावसायिक पाठ्यक्रमों को लागू नहीं किया है. जिसपर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
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