Arvind Kejriwal: पूछताछ में केजरीवाल ने लिया आतिशी और सौरभ भारद्वाज, कर रहे गुमराह करने की कोशिश!
Arvind Kejriwal: अरविंद केजरावाल को दिल्ली की शराब नीति घोटाले में आरोपी मानते हुए ED की रिमांड पर भेजा था। आज इस मामले में केजरावाल की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी भी हुई। कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए उन्हें 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है लेकिन अरविंद केजरीवाल ने जज के सामने अपनी गिरफ्तारी पर आपत्ति जताई है। वहींं दूसरी तरफ ED ने कहा कि CM ने पूछताछ में आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज का नाम लिया है।
केजरीवाल ने आतिशी-सौरभ का नाम लिया
ASG का कहना है कि ”केजरीवाल जांच को गुमराह कर रहे हैं।’‘ सौरभ भारद्वाज और आतिशी दोनों ही कोर्ट में आज मौजूद थे। सौरभ और आतिशी का नाम लेना इस मामले को अलग मोड़ दे सकता है। ED ने बताया कि 4 दिन की रिमांड के दौरान केजरीवाल ने सौरभ और आतिशी का नाम लिया था। ED ने आगे कहा कि केजरीवाल ने बताया है कि विजय नायर उन्हें नहीं, बल्कि आतिशी और सौरभ को रिपोर्ट करता था। यह सुनने के बाद जज ने कोर्ट में मौजूद आतिशी से सवाल किया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। बता दें कि कोर्ट में पहजी बार आतिशी-सौरभ का नाम लिया गया है।
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केजरीवाल पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे
दरअसल आज ED की तरफ से कोर्ट में ASG राजू वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए थे। उन्होंने जजा कावेरी बावेजा से कहा कि ‘’केजरीवाल जांच और पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं। वे सवालों का जवाब भी गोल-मोल दे रहे हैं। अभी उनका रिमांड नहीं चाहिए, लेकिन पूछताछ में 2 नाम उनके मुंह पर आए, इसलिए उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिए है।
विजय नायर से आतिशी और सौरभ का लिंक
ASG राजू ने दलील दी कि विजय नायर शराब घोटाले के दूसरे पक्ष साउथ लॉबी और दिल्ली सरकार के बीच मध्यस्थता करता था, जबकि केजरीवाल का कहना है कि ‘’वह उन्हें रिपोर्ट नहीं करता था। आतिशी और सौरभ भारद्वाज से उसका लिंक है। वह उनको रिपोर्ट करता है।’’
के. कविता को समन नहीं करेंगे
के. कविता की जमानत और अंतरिम जमानत याचिका पर राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई है। वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि ‘’हम दोनों जमानत एक साथ मांग रहे हैं। ईडी ने अपना जवाब दाखिल कर दिया है’’। के कविता की जमानत पर सिंघवी ने कहा कि ‘’एएसजी की ओर से कोर्ट में कहा गया था कि के कविता को समन नहीं किया जाएगा। फिर वे आए और गिरफ्तार कर लिया। जब भी समन भेजा गया वह गई’’। सिंघवी ने आगे कहा कि ”ईडी कानून से परे है, देश से परे है। कोर्ट ने पूछा कि 26 सितंबर को SC में क्या हुआ था’’? सिंघवी ने कहा कि मामला अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया था’’।
ऐसा कोई आदेश नहीं दिए गए
ईडी ने सिंघवी को जवाब देते हुए कहा ‘’ऐसा कोई आदेश नहीं था”। सिंघवी ने कहा कि ‘’यह कहिए कि एएसजी ने अदालत को कोई हलफनामा नहीं दिया, हर कोई वहां मौजूद था’’। उन्होंने कहा कि ‘’अभियोजन एजेंसी ‘उत्पीड़न करने वाली एजेंसी’ की तरह काम कर रही है। यहां कोई निष्पक्षता नहीं है। कोर्ट ने सुनवाई 4 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दी है”।
बैठा हूं दिल में ये राज छिपाए
बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि- ‘’पूरा विपक्ष आरोपी केजरीवाल को बचाने का प्रयास कर रहा है। न्यायालय ने भावनात्मक नहीं, तथ्यात्मक आधार पर निर्णय लिया है’’। सुधांशु त्रिवेदी ने केजरीवाल पर हमला बोला- ‘’वो अपने घोटाला गुरू लालू यादव से भी आगे निकल गए हैं’’। सुधांशु ने केजरीवाल के आतिशी और सौरभ भारद्वाज के नाम लेने पर कहा- ‘’बैठा हूं दिल में ये राज छिपाए, जरा सा होंठ खुले तो जाने कितनों के दिल डगमगाए’’।
समन नजरअंदाज करने पर हुई गिरफ्तारी
गौरतलब है कि दिल्ली शराब घोटाले की जांच करते हुए ED ने पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सांसद संजय को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है। 21 मार्च को 9 समन भेजने के बाद भी पूछताछ के लिए ED के सामने पेश नहीं होने पर ED ने दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया था।
15 अप्रैल तक कस्टडी में रहेंगे केजरीवाल
22 मार्च को ED ने केजरीवाल को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश करके 6 दिन के रिमांड में लिया। 28 मार्च को फिर कोर्ट में पेश करके 1 अप्रैल तक रिमांड पर लिया। कुल 10 दिनों की रिमांड अवधि खत्म होने पर आज फिर ED ने केजरीवाल को कोर्ट में पेश किया, लेकिन उन पर सहयोग नहीं करने के आरोप लगाए हैं। उसके बाद ही कोर्ट ने केजरीवाल को 15 अप्रैल तक कस्टडी में भेज है।
जेल नंबर 2 में रहेंगे दिल्ली के सीएम
केरीवाल को न्यायिका हिरासत के दौरान तिहाड़ जेल में रखा जाएगा। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ के जेल नंबर 2 में रखा जाएगा। केजरीवाल यहां अकेले ही रहेंगे। तिहाड़ जेल ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात किए हैं। 24 घंटे सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी।
मुख्यमंत्री पद चलाने की सुविधा नहीं
तिहाड़ जेल के पूर्व पीआरओ सुनील कुमार गुप्ता ने कहा, ‘’16 जेलें हैं और उनमें से किसी में भी ऐसी कोई सुविधा नहीं है, जहां से मुख्यमंत्री पद चलाया जा सके। सरकार चलाने का मतलब सिर्फ फाइलों पर हस्ताक्षर करना नहीं है। सरकार चलाने के लिए कैबिनेट की बैठकें बुलाई जाती हैं। एलजी के साथ बैठकें या टेलीफोन पर बातचीत होती है। जेल में टेलीफोन की सुविधा नहीं है। जनता अपनी शिकायतों के निवारण के लिए एक सीएम से मिलने आती है। जेल में सीएम कार्यालय बनाना असंभव है। जेल में कैदी हर दिन 5 मिनट के लिए अपने परिवार से बात कर सकते हैं और यह सब रिकॉर्ड किया जाता है।”