केशव प्रसाद मौर्य का बड़ा दावा, कहा- नेता जी के निधन के बाद मैनपुरी सीट पर खिलेगा कमल, अखिलेश यादव के सामने यह दो चुनौती
उत्तर प्रदेश: सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के निधन के बाद मैनपुरी से लोकसभा की सीट अब खाली हो गई है. जिसके बाद अब आने वाले कुछ दिनों में वहां पर लोकसभा सीट के लिए उप चुनाव होगा. जिसको लेकर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने बयान दिया है. मौर्य ने कहा कि- मैनपुरी सीट सांसद मुलाम सिंह यादव यूपी के बड़े नेता थे. उनके निधन के बाद अब मैनपुरी लोकसभा सीट पर बीजेपी का कमल खिलेगा.
मैनपुरी में खिलेगा कमल- केशव मौर्य
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने कहा कि- ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नेताजी का काफी सम्मान करते थे. इस बात का अन्दाजा इस बात से लगाया जा सकता है वह 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में नेताजी के क्षेत्र में प्रचार करने तक नहीं गए थे.’
बता दें कि साल 2019 में मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) ने मैनपुरी सीट से चुनाव लड़ा था. जहां उन्हें बड़ी जीत मिली थी. हालांकि उनके निधन के बाद अब बीजेपी की नजर उनकी लोकसभा क्षेत्र मैनपुरी पर नजर है. हालांकि बीजेपी यहां से किसे मैदान पर उतारेगी इसको लेकर अभी तक कोई खबर सामने नही आई है.
शिवपाल या धर्मेंद्र को मिल सकता है टिकट
वहीं, मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के निधन से यादव परिवार अभी शोक में हैं. हालांकि मैनपुरी सीट के उपचुनाव को लेकर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की मुश्किले बढ़ सकती है. क्योंकी नेताजी के निधन के बाद अब यादव परिवार को एक साथ करने की जिम्मेदारी अखिलेश यादव के कंधे पर होगी. वहीं, सपा से मैनपुरी सीट के लिए दो उम्मीदवार दिखाई दे रहे हैं.
एक शिवपाल यादव हैं तो वहीं, दूसरी ओर अखिलेश के करीबी धर्मेंद्र यादव (Dharmendra Yadav) भी उपचुनाव लड़ना चाहेंगे. बता दें कि हाल ही में मीडिया से बातचीत करने के दौरान शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) ने कहा था कि- यदि पार्टी उन्हें टिकट देती है तो वह चुनाव लडेंगे. वहीं, टिकट नहीं मिलने की स्थिती में वह अपनी पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी से चुनाव लडेंगे.
10 अक्टूबर को हुआ था मुलायम सिंह यादव का निधन
गौरतलब है कि समाजवादी पाटी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का 10 अक्टूबर को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया था. वह लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे. मुलायम सिंह तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और एक बार देश के रक्षा मंत्री रह चुके थे.
उनके निधन की खबर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ट्वीट कर दी थी. जिसके बाद उनके शव को उनके पैतृक आवास सैफई लाया गया. जहां अगले दिन 11 अक्टूबर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. पूर्व सीएम और उनके बेटे अखिलेश यादव ने उन्हें मुखाग्नि दी. अंतिम संस्कार में देश के राजनीतिक, फिल्मी और उद्योग जगत की नामी हस्तियां पहुंची थी.
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