Manipur Violence: मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, गोलीबारी में हुई 3 कुकी नागरिकों की मौत
Manipur Violence: मणिपुर (Manipur) में हिंसा थमने का नाम ही नही ले रही है। केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने मणिपुर (Manipur) हिंसा की जाँच शुरू कर दी है। जांच के लिए 53 लोगों कि टीम बनाई गयी है, जिसमें 23 महिला अफसरों को शामिल किया गया है। कुछ दिन पहले मणिपुर(Manipur) में हुई हिंसा में पुलिस के साथ नागरिकों की हुई झड़प में काफी लोग घायल हुए थे और कुछ लोगों की मौत भी हुई थी।
लम्बे समय तक चली हिंसा कुछ दिनों के लिए थम गई। लेकिन एक बार फिर से शुक्रवार की सुबह हिंसा भड़की। सुबह लगभग 5.30 बजे उखरुल जिले के लिटन पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले थवई कुकी गांव में संदिग्ध मैतेई (Meitei) सशस्त्र बदमाशों और कुकी (Kuki) स्वयंसेवकों के बीच गोलीबारी हुई। इसमें तीन कुकी नागरिकों के मारे जाने की खबर आई है। बीएसएफ (BSSF) सहित सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेरकर तलाशी शुरू कर दी है।
क्यों भड़की हिंसा?
मैतेई उपद्रवियों ने सबसे पहले गांव के ड्यूटी पोस्ट पर हमला किया, जहां स्वयंसेवक गांव की सुरक्षा के लिए ड्यूटी कर रहे थे। इस गोलीबारी में तीन स्वयंसेवको के मारे जाने की खबर आई है। मारे जाने वाले स्वयंसेवको की पहचान जामखोगिन हाओकिप (26), थांगखोकाई हाओकिप (35) और होलेनसोन बाइते (24) के रूप में हुई है।
घटना स्थल मैतेई आबादी क्षेत्र से काफी दूर स्थित है। निकटतम मैतेई निवास यिंगांगपोकपी में है जो घटना स्थल से 10 किलोमीटर से अधिक दूर है। घटना के बाद बीएसएफ सहित अन्य सुरक्षाबल मौके पर पहुंच गए हैं। सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र को घेरकर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
सीबीआई ने शुरू की जांच
वहीं केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने मणिपुर हिंसा की जांच शुरू कर दी है। इसके लिए 53 अफसरों की टीम बनाई गई है, जिसमें 29 महिला अफसरों को शामिल किया गया है। सीबीआई की टीम में तीन डीआईजी लवली कटियार, निर्मला देवी और मोहित गुप्ता और सुपरीटेंडेंट ऑफ पुलिस राजवीर सिंह भी शामिल हैं।