उत्तराखंड एक बार फिर खतरे में: नदियां रौद्र रूप में, तो भूस्खलन ने लीं कई जानें, PM ने ली राज्य के हालात की जानकारी
Uttarakhand: उत्तराखंड (Uttarakhand) में लगातार हो रही बारिश (Heavy Rainfall) के चलते इलाके की सारी नदियां उफान (Rivers overflow) पर हैं और कई पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन (Landslide) से भी लोगों की जानें जा रही हैं। वहाँ पहाड़ से लेकर मैदान तक कुदरत का कहर इस कदर बरप रहा है कि भारी बारिश के चलते पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन (Landslide) और पहाड़ी से पत्थर गिरने, स्लिप और कई जगह बरसाती गदेरों के सक्रिय होने के कारण सड़कें अवरुद्ध हो रही हैं। मौसम विभाग (Weather Bureau) ने आज भी प्रदेशभर में भारी बारिश का रेड अलर्ट (Red Alert) जारी किया है।
गंगोत्री-बद्रीनाथ हाईवे पर हुए भूस्खलन से लोगों की गई जान
उत्तराखंड (Uttarakhand) में हो रही तबाही में भूस्खलन (Landslide) ने कई जिंदगियां ले लीं। उत्तरकाशी में पांच, रुद्रप्रयाग में एक और विकासनगर में दो लोगों की भूस्खलन (Landslide) के चलते मौत हो गई। उधर, मैदानी इलाके बारिश के बाद जलमग्न हो गए हैं। मौसम विभाग (Weather Bureau) की ओर से कुमाऊं के जनपदों में भारी बारिश होने की चेतावनी दी है। बुधवार को भी प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा बीते 24 घंटे में कुल गंगोत्री-यमुनोत्री और बदरीनाथ-केदारनाथ हाईवे समेत 302 सड़कें बंद हुई हैं।
देर रात गंगोत्री हाईवे (Gangotri Highway) बंद होने के कारण यात्रियों के वाहन गंगनानी के समीप खड़े थे। तभी अचानक भूस्खलन हो गया और पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा एक टेम्पो ट्रेवल्स सहित तीन वाहनों पर गिर गया। मलबे में तीन वाहन दब गए। जिसमें एक महिला समेत चार लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा बदरीनाथ हाईवे (Badrinath Highway) पर कंचन गंगा में पहाड़ी से मलबा व बोल्डर गिरने से सड़क बह गई। जिससे हाईवे बंद हो गया है। कई घंटे की मशक्कत के बाद हाईवे खोला गया और यात्रियों को निकाला गया।
जोशीमठ-हरिद्वार और राजधानी में जीवन अस्त-व्यस्त
चीन सीमा क्षेत्र के जोशीमठ-मलारी हाईवे (Joshimath-Malari Highway) पर जुम्मा में पुल बह गया। जिस कारण सीमा क्षेत्र में स्थानीय लोगों के साथ ही सेना के जवानों की आवाजाही भी रुक गई है। साथ ही नीति घाटी का देश दुनिया से संपर्क टूट गया है। इसके अलावा कालसी क्षेत्र के कोटा-डिमोऊ में तुनिया के पास सड़क पर बोल्डर आने से वाहन उसकी चपेट में आ गया। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई।
हरिद्वार (Haridwar) में लगातार हो रही बारिश से अब गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने लगा है। गंगा चेतावनी रेखा से महज 20 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। डीएम ने गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए नदी तट के आस-पास रहने वाले लोगों को सतर्क रहने के निर्देश जारी किए हैं। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून (Capital City Dehradun) शहर में दोपहर बाद हुई भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। बारिश के कारण कई क्षेत्रों में सड़कें और चौक-चौराहे तालाब जैसे नजर आए। प्रेमनगर क्षेत्र में भारी मात्रा में पहाड़ी से पानी सड़क पर आ गया। जिससे लोगों में अफरा तफरी मच गई है।
पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री से जाने राज्य के हालात
उत्तराखंड (Uttarakhand) में हो रही तबाही को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) से बातचीत कर प्रदेश में हालात का जायजा लिया और हर संभव मदद का भरोसा दिया। प्रधानमंत्री (PM) ने धामी को फोन कर राज्य में भारी बारिश से उत्पन्न हालात के बारे में जानकारी ली।
इस संबंध में मुख्यमंत्री (CM) ने ट्वीट कर कहा, ‘‘प्रधानमंत्री जी को प्रदेश में जान-माल व फसलों की क्षति, सड़कों की स्थिति, चार धाम यात्रा तथा कांवड़ यात्रा के संचालन के बारे में विस्तृत जानकारी दी।’’ उन्होंने कहा कि बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री (PM) ने उन्हें केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया है।
मुख्यमंत्री ने लिया था व्यवस्थाओं का जायजा
प्रदेश (Uttarakhand) भर में जारी भारी बारिश के बीच मुख्यमंत्री (CM) ने स्वयं राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और प्रशासन को चौकस रहने के निर्देश दिए। बारिश के कारण गंगा सहित सभी प्रमुख नदियां और उनकी सहायक नदियां उफान पर आ गयी हैं, जिसके मद्देनजर हरिद्वार और नैनीताल के जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
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