Rajasthan में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अटकलें तेज, 6 नए मंत्री होंगे शामिल, बाबा बालकनाथ को भी मिलेगी सीट!
Rajasthan: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने जहां उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की। वहीं अब इसके तहत केंद्र की बीजेपी सरकार राजस्थान में ध्यान केंदित करते हुए यहां 6 नए मंत्री पद का ऐलान कर सकती है। वैसे वर्तमान समय में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा हैं और फिलहाल यहां कुल 24 मंत्री हैं। भजनलाल शर्मा 4 दफा दिल्ली का दौरा कर चुके हैं उसके बाद उन्होंने राज्यपाल कलराज मिश्र से भी मुलाकात की जिसके बाद से ही नए मंत्री बनने की खबर को हवा मिल गई है। सुनने में आ रहा है कि बाबा बालकनाथ को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
शिष्टाचार के नाते हुई भेंट
बता दें कि वैसे तो भजनलाल शर्मा का राज्यपाल से मिलना महज एक शिष्टाचार के नाते हुई भेंट बताया जा रहा है। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनावों की अधिसूचना लागू होने से पहले मंत्रिमंडल के विस्तार के लिए वक्त देने के लिए सीएम ने राज्यपाल से अनुरोध किया है। बनने वाले मंत्रियों के नाम सामने भी आने लगे हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री @cpjoshiBJP के निर्देशानुसार भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री @mpbhagirathbjp द्वारा संगठन को सशक्त बनाने हेतु किसान मोर्चा जिलाध्यक्षों की निम्नवत घोषणा की जाती है। pic.twitter.com/tzfrLjldKg
— BJP Rajasthan (@BJP4Rajasthan) March 5, 2024
यादव वोट बैंक वाली राजनीति
दरअसल राजस्थान में सबसे ज्यादा यादव वोट बैंक हैं । बाबा बालकनाथ या राजेन्द्र यादव में से किसी एक को कैबिनेट में जगह मिल सकती है। वहीं अलवर से सांसद रह चुके बाबा बालकनाथ को इस बार पार्टी ने तिजारा विधानसभा से चुनाव लड़वाया था।
अल्पसंख्यक और सिन्धी समाज
अल्पसंख्यक समाज के प्रतिनिधि के रूप में गंगानगर के सादुलशहर के विधायक गुरुवीर सिंह बराड़ का नाम सामने आ रहा है। सुरेन्द्रपाल सिंह को टीटी के विधायक नहीं होने के बाद भी उन्हें मंत्री बनाया गया था, लेकिन वे इसके बाद हुए विधानसभा चुनाव हार गये थे और उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। वहीं सिन्धी समाज से निम्बाहेडा के विधायक श्रीचंद कृपलानी का नाम सामने आ रहा है। कृपलानी वसुंधरा राजे सरकार में साल 2013 से 2018 तक मंत्री रह चुके हैं।
राजपूत समाज को लुभाने की कोशिश
अगर मेवाड़ सीट से बात करें तो नाथद्वारा के विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ को भी कैबिनेट में शामिल किए जाने की चर्चा है। मेवाड़ में आने वाला उदयपुर क्षेत्र वैसे भी बीजेपी का मजबूत गढ़ है। इसके जरिये बीजेपी अपने मजबूत राजपूत समाज के वोट बैंक को खुश कर सकती है।
जातीय, क्षेत्रीय और राजनीतिक समीकरण
गौरतलब है कि जब राजस्थान में विधानसभा चुनावों के बाद नई सरकार का गठन हुआ था तो मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्रियों के नामों ने सबको चौंका दिया था। अब कहा जा रहा है कि बीजेपी चौंकाने की बजाय इस बार जातीय, क्षेत्रीय और राजनीतिक समीकरणों को देखते हुए नए मंत्रियों के नामों का ऐलान करेगी।
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