Maharashtra News: महाराष्ट्र में CAA को लेकर सियासत गर्म, यह सिर्फ एक चुनावी हथकंडा है, चुनावी बॉन्ड और पेटीएम में क्या हुआ?
Maharashtra News: लोकसभा चुनाव से पहले नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) लाने के वादे को केंद्र सरकार ने पूरा कर दिया है। इसके लागू होेते ही देश में सियासत तेज हो गई है। सत्ता पक्ष ने तो इसका जोरदार स्वागत किया है लेकिन विपक्ष को इसके देश में लागू होने से तकलीफ हो रही है। वहीं महाराष्ट्र में भी इस कानून की जमकर आलोचना की गई। उद्धव ठाकरे ने केंद्र की भाजपा सरकार पर हमला बोला है।
चुनावी हथकंडा तैयार किया
उद्धव ठाकरे ने मंगलवार 12 मार्च को कहा कि “देश में नया कानून CAA लाया गया है। जो हिंदू, सिख, पारसी और जैन देश के बाहर डरे हुए हैं, उन्हें हमारे देश में लाया जाएगा। उन्हें जरूर लाया जाए, लेकिन यह सिर्फ एक चुनावी हथकंडा है।”
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लोगों में डर का माहौल
ठाकरे ने आगे कहा, ”जब मैं CM था, तो भाजपा देश में CAA और NRC का भूत लेकर आई थी। उस समय लोगों के मन में डर पैदा हो गया था, खासकर असम के लोगों के मन में। इस कानून के खिलाफ कोर्ट में कई याचिकाएं भी दर्ज हैं। अभी कोर्ट का फैसला नहीं आया है, लेकिन उन्होंने CAA का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।”
कश्मीरी पंडितों को वापस लाओ, फिर सीएए लाओ
इसके साथ ही शिवसेना (UBT) सुप्रीमो ने बीजेपी और केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, ”धर्मों के बीच भेदभाव पैदा कर झगड़े और दंगे कराना चाहते हैं। आने वाले चुनाव में एक तरफ बीजेपी है जो धर्मों के बीच नफरत पैदा कर रही है और दूसरी तरफ देशभक्त इंडिया गठबंधन है। यह चुनाव देशभक्त बनाम नफरत करने वालों के बीच होने जा रहा है। अगर आप विदेशों से हिंदुओं को हमारे यहां लाना चाहते हैं तो पहले कश्मीरी पंडितों को वापस लाओ और फिर सीएए लाओ।”
चुनावी बॉन्ड और पेटीएम में क्या हुआ?
NCP सांसद सुप्रिया सुले ने सरकार के इस फैसले की निंदा करते हुए कहा कि, ”अगले हफ्ते जो कुछ भी होने वाला है, जाहिर तौर पर उसका संबंध लोकसभा चुनाव से होगा। उन्होंने अब तक इसे लागू क्यों नहीं किया? देश जानना चाहता है कि चुनावी बॉन्ड और पेटीएम में क्या हुआ, सच्चाई क्या है और इसके पीछे कौन है?”
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