लता मंगेशकर जी की पहली पुण्यतिथि आज, करोड़ों दिलों पर राज करने वाली स्वर कोकिला ने अकेले ही गुजार दी ताउम्र पूरी जिंदगी
Lata Mangeshkar Death Anniversary: स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) जी की आज पहली पुण्यतिथि है. बीते साल आज ही के दिन 6 फरवरी 2022 को लता मंगेशकर जी ने 92 वर्ष की आयु में इस दुनिया को अलविदा कह दिया था.
गौरतलब है कि पिछले कोविड काल के दौरान वह कोरोना से संक्रमित हो गई थीं, जिसके बाद उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जिसके बाद दुनिया ने लता मंगेशकर के रूप में भारत ने एक अनमोल रत्न खो (Lata Mangeshkar Death Anniversary) दिया था. आज उनकी पुण्यतिथि पर हम आपसे इस आर्टिकल के माध्यम से उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ रोचक बातों को साझा करने जा रहे हैं.
विरासत में मिली थी संगीत की कला
लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) जी का जन्म 28 सितंबर 1929 को मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में हुआ था. लता मंगेशकर के पिता दीनानाथ मंगेशकर मराठी थिएटर अभिनेता, निर्देशक थे. संगीत की कला लता मंगेशकर को विरासत में मिली थी. लता जी के पिता रंगमंच के कलाकार के साथ-साथ मशहूर गायक भी थे.
लता मंगेशकर का नाम पहले हेमा था, लेकिन उनके जन्म के पांच साल बाद उनका नाम बदलकर लता रख दिया गया. लता मंगेशकर को गायकी से दुनिया भर में प्रसिद्धि मिली. आपको बता दें कि लता दी ने पांच साल की उम्र में काम करना शुरू कर दिया था.
करोड़ों लोगों के दिलों पर किया राज
मशूहर गायिका लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का म्यूजिक इंडस्ट्री में योगदान अतुलनीय था. जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता है. अपने 78 साल के करियर में लता मंगेशकर ने एक हजार से ज्यादा हिंदी फिल्मों और 36 क्षेत्रीय फिल्मों में गाना गाया. कुल मिलाकर वो 5,000 से अधिक गानों में अपना आवाज दे चुकी हैं.
लता जी को कई सारे पुरस्कारों से नवाजा गया था. वे तीन बार नेशनल अवॉर्ड विनर रही थीं। इसके अलावा दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड और भारत रत्न से भी उन्हें नवाजा गया. संगीत के जरिए उन्होंने करोड़ो लोगों के दिलों पर राज किया.
लता दी ने क्यों नहीं की शादी?
बता दें कि मशूहर गायिका लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) शोहरत और नाम होने के बाद भी पूरी जिंदगी उन्होंने अकेले ही निकाल दी. उनको लेकर आज भी लोगों के में एक सवाल रहता है कि लता जी ने जिंदगी में शादी क्यों नहीं की. इस बात का खुलासा लता दीदी ने खुद एक इंटरव्यू में किया था.
उन्होंने कहा था कि- “सब कुछ भगवान की इच्छा के अनुसार होता है. जीवन में जो भी होता है, वह अच्छे के लिए होता है और जो नहीं होता, वह भी अच्छे के लिए ही होता है.” उस समय इंटरव्यू देते वह करीब अपने जीवन के 82वें वर्ष में थीं. उन्होंने आगे कहा, “अगर यह सवाल मुझसे चार-पांच दशक पहले पूछा जाता, तो शायद आपको कुछ और जवाब मिलता. लेकिन आज मेरे पास ऐसे विचारों के लिए कोई जगह नहीं है.”
जिंदगी में महसूस होता था खालीपन
एक इंटरव्यू के दौरान जब उनसे यह सवाल किया गया कि क्या कभी जीवन में अकेलापन महसूस होता है, खालीपन अखरता है. तो इसके जवाब में लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) जी ने बताया था कि कभी-कभी वह खालीपन महसूस करती हैं.
उनका कहना था कि- “मेरे सारे दोस्त चले गए. नरगिस और मीना कुमार मेरी करीबी दोस्त थीं. हम उनके निधन तक रेगुलर तौर पर टच में रहते थे. एक अन्य दोस्त मेरे देव आनंद भी रहे, जिनके संपर्क में लगातार रही.” उन्होंने इसके साथ यह भी बताया था कि बाद की पीढ़ी में अनु मलिक अक्सर उन्हें बुलाते रहे. आमिर खान, शंकर महादेवन, हरिहरन और सोनू निगम भी उनके करीब और संपर्क में रहें.
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