May 3, 2024

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Joshimath landslide: जोशीमठ में हो रहे भूमि धंसाव से पलायन को मजबूर 600 परिवार, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को दिया ये निर्देश

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Joshimath landslide 600 families in danger

Joshimath Landslide: उत्तराखंड के जोशीमठ में घरों और सड़कों पर आ रही दरारें (Joshimath Landslide) लोगों के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है. अब तक जोशीमठ में रह रहे करीब 600 परिवारों से अधिक घरों समेत मंदिरों और सड़के में दरारे (Joshimath Landslide) उत्पन्न हो गई है.

जिसे देखते हुए कि राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने संज्ञान में लेते हुए तत्काल प्रभाव से वहां 600 परिवारों को वहां से सुरक्षित स्थान पर निकालने का आदेश दिया है.

सीएम धामी ने अधिकारियों को दिया ये आदेश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने आज 7 जनवरी शनिवार को जोशीमठ में भूं धंसाव (Joshimath Landslide) को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए आधिकारियों के साथ अहम बैठक की. बैठक में उन्होंने जोशीमठ में रह रहे करीब 600 परिवारों को शुक्रवार को तत्काल वहां से निकालने का आदेश दिया.

ये सभी परिवार शहर के दरार और जोखिम भरे घरों में रह रहे हैं. सीएम ने बैठक में अधिकारियों के साथ जोशीमठ की मौजूदा स्थिति की समीक्षा करने के बाद कहा कि- ‘लोगों की जान बचाना हमारी पहली प्राथमिकता है’.

प्रभावित इलाकों का दौरा कर सकते हैं सीएम

सीएम पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) आज (शनिवार) को जोशीमठ का दौरा कर प्रभावित लोगों से मुलाकात कर हालात (Joshimath Landslide) का जायजा ले सकते हैं.

उन्होंने कहा कि- जोशीमठ के हालात पर नजर बनाए रखने के लिए गढ़वाल के आयुक्त सुशील कुमार और आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव रंजीत कुमार सिन्हा विशेषज्ञों की एक टीम के साथ स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों से प्रभावित लोगों के लिए पुनर्वास कार्य को तेज गति से करने का निर्देश दिया.

लोगों को सता रहा है इस बात का डर

आपको बता दें कि उत्तराखंड का जोशीमठ एक आध्यात्मिक शहर हैं. यहीं पर ही आदि शंकराचार्य को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. हालांकि इन दिनों यह शहर अपने क्षेत्रों में बड़ें पैमाने पर मकानों, सड़को और मंदिरों में आ रही दरारों (Joshimath Landslide) की वजह से चर्चा में हैं.

ऐसे में वहां रह रहे लोगों को यह डर है कि अगर जोशीमठ में धसान जैसी घटना घटती है तो वह अपने साथ इनको भी ले डूबेगी. लोगों का कहना है कि लगभग एक साल से ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं लेकिन पिछले 15 दिनों से अचानक भू-धंसाव की घटना ज्यादा ही बढ़ गई है.

घर छोड़ने पर मजबूर हुए लोग

जोशीमठ में हो रहे भूमि धंसान (Joshimath Landslide) को लेकर लोगों ने वहां हो रहे निमार्ण कार्यों के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया था. जिसे देखते हुए फिलहाल वहां किसी भी तरह के निर्माण कार्यों पर रोक लगा दिया गया है. धंसाव को लेकर शहर में दहशत का माहौल है. लोगों का कहना है कि घरों में आई दरारों के नीच से पानी बहने की आवाजें आ रही हैं.

लोगों को डर है कि यदि कही पानी इस शहर को बहाता है तो इसके साथ वह भी बह जाएंगे. दहशत में कई लोग अपने घरों को छोड़ चुके हैं. वहीं, प्रशासन द्वारा भी लोगों को नगर निगम भवनों, गुरुद्वारों और स्कूलों में शिफ्ट किया जा रहा हैं.

 

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