“हमे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता” पुतिन और जिनपिंग के G-20 से किनारा करने पर बोले एस जयशंकर

G-20 Summit : भारत की अध्यक्षता में होने वाले इस साल के जी 20 समिट से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने दूरी बनाने का फैसला किया है. पुतिन की जगह समिट में रूस का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव करेंगे, तो वहीं चीन की तरफ से प्रधानमंत्री ली कियांग भारत आएंगे.
इसको लेकर अब भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने अपना बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है जब जी-20 में कोई राष्ट्राध्यक्ष उपस्थित नहीं हो पाया हो. इससे पहले भी ऐसा कई बार हो चूका है.
हमे फर्क नहीं पड़ता- एस जयशंकर
जी 20 समिट के शुरू होने से पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मीडिया के साथ बातचीत मे कहा कि पहले भी कई सारे राष्ट्रपति और प्रधानमन्त्री रहे हैं, जो अलग-अलग समय पर किसी कारण से समिट में हिस्सा नहीं ले पाए हैं. इससे कोई फर्क भी नहीं पड़ता है. मायने तो यह रखता है कि आखिरी उस देश का पक्ष क्या है और इसको लेकर उनकी स्थिति क्या है. और यह उस बात से साफ़ हो जाता है कि आप इसके लिए किसे अपने प्रतिनिधि के रूप में भेजते हैं. जयशंकर ने कहा, मुझे लगता है कि इस समिट को लेकर सभी काफी गंभीर हैं.
रूस-युक्रेन युद्ध को लेकर दी प्रतिक्रिया
बातचीत के दौरान न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने जयशंकर से रूस-युक्रेन युद्ध को लेकर भी सवाल पुछा. दरअसल रूस के विदेश मंत्री का कहना है कि यूक्रेन संकट पर उनके विचार को G20 के भाषण में शामिल किया जाए. ऐसे में सवाल यह था कि क्या समिट के शुरू होने से पहले शक्ति प्रदर्शन शुरू हो गया है? इसका जवाब देते हुए विदेश मंत्री ने कहा,
इसे आप इस तरह से दर्शा सकते हो लेकिन मेरे लिए कोई भी अपनी राष्ट्रीय स्थिति को सामने रखने की कोशिश करेगा. यदि आप चाहें तो अपनी बातचीत की स्थिति को अधिकतम करने की कोशिश करेंगे. मुझे लगता है कि मीडिया को इस चीज इंतज़ार करना चाहिए कि आखिरी बातचीत के दौरान वास्तव में क्या होता है. इसे पहले से ही इस आधार पर नहीं आंकना चाहिए कि एक अवसर पर क्या कहा जा सकता है और एक अवसर पर जो कहा गया था उसकी मीडिया व्याख्या क्या हो सकती है.”
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