राजीव गांधी के हत्यारों की रिहाई पर कांग्रेस ने उठाए सवाल, जयराम रमेश ने फैसले को बताया दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य
Rajiv Gandhi Murder Case: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला लिया है. सुप्रीम कोर्ट ने राजीव गांधी की हत्या (Rajiv Gandhi Murder Case) मामले में आजीवन करावास की सजा काट रहे दोषियों को रिहा करने का आदेश दिया है. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर कांग्रेस (Congress) ने हैरानी जताई है.
हत्यारों की रिहाई का फैसला अस्वीकार्य- कांग्रेस
Statement by Shri @Jairam_Ramesh, AICC Gen. Sec. Incharge Communications on the release of the assassins of Former Prime Minister of India Shri Rajiv Gandhi. pic.twitter.com/fM1LQIe2ub
— Congress (@INCIndia) November 11, 2022
कांग्रेस (Congress) ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों (Rajiv Gandhi Murder Case) को रिहा करने का फैसला पूरी तरह से अस्वीकार्य और गलत है. कांग्रेस सांसद जयराम रमेश (JaiRam Ramesh) ने कहा कि- यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि उच्चतम न्यायालय ने देश की भावना के अनुरूप कार्य नहीं किया.
जयराम रमेश (JaiRam Ramesh) ने कहा कि कांग्रेस (Congress) इस फैसले की आलोचना करती है और इसे पूरी तरह से अक्षम्य मानती है. जयराम रमेश ने यह भी कहा, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि उच्चतम न्यायालय ने इस मुद्दे पर भारत की भावना के अनुरूप कदम नहीं उठाया.
इन 6 दोषियों की हुई रिहाई
BREAKING| #SupremeCourt orders the premature release of Rajiv Gandhi assassination convicts Nalini Srihar and R.P. Ravichandran.
Court says the order passed in the case of Perarivalan is applicable to them.#SuprmeCourtOfIndia pic.twitter.com/KrVojjWHli
— Live Law (@LiveLawIndia) November 11, 2022
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने आज 11 नवंबर शुक्रवार को राजीव गांधी की हत्या में आजीवन करावास की सजा काट रहे आरोपियों को रिहा करने का आदेश दिया है. सुप्रीम कोर्ट के इस निर्देश के बाद पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या (Rajiv Gandhi Murder Case) में शामिल नलिनी, रविचंद्रन, रॉबर्ट पायस, जयकुमार, एस राजा और श्रीहरन को रिहा कर दिया गया. जिसपर कांग्रेस (Congress) ने नाराजगी जताई है.
आपको बता दें कि 21 मई 1991 को राजीव गांधी तमिलनाडु में रैली को संबोधन करने पहुंचे थे. जहां श्रीपेरंबुदूर में एक आत्मघाती हमलावर महिला ने उनकी हत्या (Rajiv Gandhi Murder Case) कर दी थी , जिसकी पहचान धनु के रूप में एक चुनावी रैली में हुई थी. इस मामले में पेरारिवलन समेत 7 लोगों को दोषी पाया गया था.