यूपी में माफियाओं को मिट्टी में मिलाने का काम तेज, STF ने खूंखार गैंगस्टर अनिल दुजाना को एनकाउंटर में किया ढेर
योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के राज में उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) के द्वारा माफियाओं को मिटटी में मिलाने का काम अपने चरम पर है. इसी कड़ी में यूपी एसटीएफ (UP STF) की टीम ने मेरठ में गुरुवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खूंखार गैंगस्टर अनिल दुजाना (Anil Dujana) को एनकाउंटर में मार गिराया है.
नोएडा के बादलपुर थाना क्षेत्र के दुजाना गांव का रहने वाला अनिल दुजाना (Anil Dujana) पिछले 3 सालों से अयोध्या की जेल में बंद था. और एक हफ्ते पहले ही उसे जमानत मिली थी.
दिल्ली-एनसीआर में खौफ का दूसरा नाम था दुजाना
इसके बाद से वह फरार चल रहा था. बताया गया कि उसके जेल से बाहर आने पर लोगों में दहशत थी. उसने आते ही एक बिल्डर से 50 लाख की फिरौती मांगी थी, जिसके बाद से ही वो STF के निशाने पर था. जानकारी के अनुसार, जहां कुख्यात गैंगस्टर मुठभेड़ में मारा गया है, उस जगह से 32 बोर और अन्य हथियार के 16 खोके बरामद हुए हैं.
एसटीएफ के मुताबिक, दुजाना (Anil Dujana) के खिलाफ 18 मर्डर समेत 62 से ज्यादा केस दर्ज थे. वह गिरोह बनाकर हत्या और लूट की वारदात करता था. 70 और 80 के दशक में दुजाना को दिल्ली-एनसीआर में खौफ का दूसरा नाम माना जाता था.
सुंदर भाटी पर एके-47 से बरसाई थी ताबड़तोड़ गोलियां
आपको बता दें कि वर्ष 2000 से पूर्व अनिल दुजाना (Anil Dujana), सुंदर भाटी के लिए अवैध सरिया का कारोबार का काम सम्भालता था. वह अवैध सरिया के कारोबार से हुई कमाई का कुछ हिस्सा सुंदर माटी को देता था. चूंकि अनिल दुजाना कुख्यात किस्म का अपराधी नहीं था, इसलिए अपराध जगत में अपना वर्चस्व बढ़ाने के लिए इसने सुंदर भाटी के नाम का सहारा लिया और धीरे-धीरे अपराध कर अपना नाम विख्यात करता रहा.
अनिल दुजाना का खौफ तब ज्यादा हो गया, जब उसने गैंगस्टर सुंदर भाटी पर एके-47 से ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थी. आपकों बता दें कि दुजाना उस समय के तत्कालीन प्रधानमन्त्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) को जान से मारने की धमकी तक दे चूका था.
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