गुजरात में भी पंजाब वाली दांव चलेंगे Arvind Kejriwal, नंबर जारी कर गुजरात का सीएम कौन होगा? मांगा सुझाव
Arvind Kejriwal: गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी ने बड़ी घोषणा की है. दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने गुजरात के लोगों से गुजरात का सीएम कौन होगा? इसके लिए सुझाव मांगा है. इसके साथ ही अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने एक नंबर भी जारी किया जिससे लोग इस नंबर पर अपना सुझाव दे सकें.
इसुदान गढ़वी या गोपाल इटालिया हो सकते हैं उम्मीदवार
गौरतलब है कि इससे पहले पंजाब में भी अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने यही दांव चला था. जहां आम आदम पार्टी को जीत हासिल हुई थी. वहीं, पंजाब की जनता ने भगवंत मान सिंह को अपना मुख्यमंत्री चुना था. केजरीवाल एक बार फिर यही दांव गुजरात में चलाना चाहते हैं. खबरों के मुताबिक गुजरात में आप दो सीएम के चेहरे को आगे रखकर वोट हासिल करना चाहेगी. जिसमें इसुदान गढ़वी और गोपाल इटालिया हो सकते हैं. फिलहाल आने वाले कुछ दिनों में यह तय होगा की गुजरात की जनता बतौर आप का मुख्यमंत्री किस नेता को वोट करती है.
केजरीवाल कर चुके हैं 93 सीट जीतने का दावा
पिछले कुछ महीनों से अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) चुनाव को लेकर गुजरात में काफी दौरा किया है. इस दौरान उन्होंने कई जगहों पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि गुजरात में इस बार चुनाव में 90 से 93 सीट मिल रही है. बता दें कि केजरीवाल के अनुसार उनकी पार्टी गुजरात में बहुमत हासिल कर रही है. दरअसल गुजरात विधानसभा में कुल 182 सीट है. वहीं, किसी भी पार्टी को बहुमत हासिल करने के लिए 92 सीट की जरूरत होती है. बता दें कि गुजरात चुनाव को लेकर आप ने अब तक कुल 86 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है.
सरकार बनने पर करेंगे ये काम
आपको बता दें कि इससे पहले अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) गुजरात के लिए पहले ही कई घोषणा कर चुके हैं. उन्होंने कहा है कि यदि प्रदेश में उनकी सरकार बनती है तो वह राज्य में प्रति माह 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली, 3,000 रुपये का बेरोजगारी भत्ता, दस लाख सरकारी नौकरियां, सभी को मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा और सरकारी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा और महिलाओं के लिए 1,000 रुपये का भत्ता शामिल है.
इसके साथ ही केजरीवाल ने कहा है कि सरकार बनने पर वह संविदा पर काम कर रहे लोगों को पक्की नौकरी (सरकारी) देंगे. इसके साथ ही वह राज्य में पूरानी पेंशन स्कीम भी लागू करेंगे.