जानें कौन है कैलासा देश की प्रतिनिधि विजयप्रिया नित्यानंद?, जिन्होंने भारत के खिलाफ उगला जहर हिंदू धर्म को लेकर कही ये बात
कैलासा: स्वघोषित हिंदू राष्ट्र कैलासा की राजनयिक विजयप्रिया नित्यानंदा (Vijayapriya Nithyananda) इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई हैं. दरअसल हालही में विजयप्रिया नित्यानंदा (Vijayapriya Nithyananda) ने संयुक्त राष्ट्र की बैठक में भारत के खिलाफ बयान दिया था.
बैठक में उन्होंने यह दावा किया था कि भारत ने उनके गुरु नित्यानंद (Nityananda) को प्रताड़िता किया है. बता दें कि ये वही नित्यनांद है, जिसपर साल 2019 में रेप और बच्चों के अपहरण के केस भारत ने भगोड़ा घोषित किया है.
यूएन में कैलासा का किया प्रतिनिधित्व
𝐎𝐟𝐟𝐢𝐜𝐢𝐚𝐥 𝐕𝐢𝐬𝐢𝐭 𝐛𝐲 𝐊𝐀𝐈𝐋𝐀𝐒𝐀'𝐬 𝐃𝐞𝐥𝐞𝐠𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐭𝐨 𝐭𝐡𝐞 𝐔𝐧𝐢𝐭𝐞𝐝 𝐍𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧𝐬 𝐢𝐧 𝐆𝐞𝐧𝐞𝐯𝐚 𝐨𝐧 𝐅𝐞𝐛𝐫𝐮𝐚𝐫𝐲 𝟐𝟐𝐧𝐝 𝐚𝐧𝐝 𝟐𝟒𝐭𝐡, 𝟐𝟎𝟐𝟑: 𝐀𝐧 𝐀𝐜𝐜𝐨𝐮𝐧𝐭 𝐛𝐲 𝐊𝐀𝐈𝐋𝐀𝐒𝐀'𝐬 𝐏𝐞𝐫𝐦𝐚𝐧𝐞𝐧𝐭 𝐀𝐦𝐛𝐚𝐬𝐬𝐚𝐝𝐨𝐫 pic.twitter.com/Sz0CPPgj7p
— KAILASA's SPH Nithyananda (@SriNithyananda) February 28, 2023
बता दें कि हाल ही में जिनेवा में हुए संयुक्त राष्ट्र की एक सार्वजनिक बैठक में बोल रही एक भगवाधारी महिला की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा हैं. भारत द्वारा भगोड़ा घोषित किए गए तांत्रिक नित्यानंद ने उसकी तस्वीरें पोस्ट की और कहा कि- मा. विजयप्रिया नित्यानंद ने यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा का प्रतिनिधित्व किया. तस्वीरों में विजयप्रिया नित्यानंदा (Vijayapriya Nithyananda) को भगवा रंग की साड़ी पहने देखा जा सकता है, जिसके गले में रुद्राक्ष और माथे पर मांग टीका लगा हुआ है.
कौन है विजयप्रिया नित्यानंदा?
I would like to clarify that I stated that the SPH Bhagavan Nithyananda Paramashivam is persecuted in his birthplace by certain anti-Hindu elements.
The United States of KAILASA holds India in high regard and respects India as its Gurupeedam.
Thank you
Ma Vijayapriya Nithyananda pic.twitter.com/s5TYGJtSnM— KAILASA's SPH Nithyananda (@SriNithyananda) March 2, 2023
विजयप्रिया नित्यानंदा (Vijayapriya Nithyananda) की पहचान संयुक्त राष्ट्र में कैलासा राज्य के स्थायी राजदूत के रूप हुई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह अमेरिका में रहती हैं, उन्होंने 2014 में कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ मैनिटोबा से माइक्रोबायोलॉजी की पढ़ाई की है. नित्यानंद द्वारा बनाए गए आभाषी हिंदू देश कैलाश में विजयप्रिया एक राजनयिक का दर्जा प्राप्त है. विजयप्रिया के दाहिने हाथ पर नित्यानंद का टैटू भी बना हुआ है, जैसा कि तस्वीरों और वीडियो में देखा जा सकता है.
विजयप्रिया ने यूएन में अपने बयान में कहा कि-भारत ने उनके गुरु नित्यानंद को प्रताड़ित किया है. हालांकि बाद में, विजयप्रिया नित्यानंदा (Vijayapriya Nithyananda) ने एक स्पष्टीकरण जारी किया और कहा कि संयुक्त राज्य कैलास भारत को उच्च सम्मान देता है. हम भारत सरकार से इन हिंदू विरोधी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं जो एसपीएच और कैलासा के खिलाफ हमला करना और हिंसा को उकसाना जारी रखते हैं.
नित्यानंद ने बनाया आभाषी हिंदू राष्ट्र
USK at UN Geneva: Inputs on the Achievement of Sustainability
Participation of the United States of KAILASA in a discussion on the General Comment on Economic, Social and Cultural Rights and Sustainable Development at the United Nations in Geneva
The Economic, Social, and… pic.twitter.com/pNoAkWOas8
— KAILASA's SPH Nithyananda (@SriNithyananda) February 25, 2023
दरअसल भारत से भगोड़ा घोषित होने के बाद खुद को भगवान बताने वाला विवादास्पद धर्मगुरु नित्यानंद ने अपना एक अलग ही देश बना लिया है. जिसे, उसने रिपब्लिक ऑफ कैलासा का नाम दिया है. इसे दुनिया का सबसे बड़ा हिंदू राष्ट्र कहते हुए नित्यानंद ने अपील कि है की जो लोग भी हिंदू धर्म की बेखौफ प्रैक्टिस करना चाहें, वे यहां आ सकते हैं.
इतना ही नहीं, देश की आधिकारिक वेबसाइट बन गई, जिसमें वहां के झंडे और बाकी तामझाम के बारे में बताया गया है. बाकि देशो की तरह कैलासा ने भी अपनी करेंसी बनाई है जिसे कैलासियन डॉलर कहते हैं.नित्यानंद ने कहा है कि उसने दूसरे देशों के साथ करार भी कर रखा है ताकि financial लेनदेन चलता रहे. कैलासा में अपना स्वतंत्र शासन होने का दावा किया जा रहा है.
इसमें गृह मंत्रालय , रक्षा मंत्रालय और आवास, मानव संसाधन और शिक्षा जैसे दूसरे मंत्रालय भी है. कैलासा की प्रतिनिधि विजयप्रिया नित्यानंदा (Vijayapriya Nithyananda) ने नित्यानंद को ‘हिंदू धर्म में सबसे सर्वोच्च गुरू’ बताया. इसके साथ ही उन्होंने UN की मीटिंग में नित्यानंद को सुरक्षा देने की मांग की.
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