Summer 2024: देश पर मंडरा रहा गर्माी का खतरा, पारा तोड़ेगा सारे रिकॉर्ड, तापमान छीनेगा-सुख-चैन
Summer 2024: इस साल की गर्मी पिछले साल 2023 का रिकॉर्ड भी तोड़ने वाली है। 2024 की गर्मी आपके पसीने छूटा के ही मानेगी। लू, बढ़ता पारा कम होने का नाम नहीं लेगा। घर से निकालने के बारे में हजार दफा सोचना पड़ेगा। हर महीने गर्मी रिकॉर्ड तोड़ेगी। पंखे भी गर्म हवा फेकेंगे। लोग तरस जाएंगे बाहर ठण्डी हवा खाने के लिए। रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में हुंगा-टोंगा ज्वालामुखी फटने की वजह से गर्मी ने अपनी रफ्तार और तेज कर दी थी।2023 में अल-नीनो के कारण इतनी गर्मी, देखने को मिली और 2024 यानी इस साल सूरज ज्यादा गर्म रहने वाले साईकिल में चल रहा है। इस वजह से तूफान, बाढ़, सूखा आदि जैसी स्थिती पैदा हो रही है।
कैसे बताएं तापमान बढ़ेगा या घटेगा?
खबरों की माने तो मौसम विभाग भी हैरान कुछ कह नहीं सकता। वैज्ञानिकों का कहना है कि तापमान बढ़ेगा या घटेगा इसका अंदाजा वह लगा ही नहीं पा रहे हैं। कई दफा ऐसा हो गया है की पता ही नहीं चल पाता धरती कैसे रूख बदलेगी। इसे वैज्ञानिक दृष्टि से El Nino कहते हैं। चलिए जानते हैं अल नीनो क्या है? यह कैसे काम करता है?
El Nino किसे कहते हैं?
अल नीनो में ENSO क्लाइमेट साइकिल का एक हिस्सा है। इसे भूमध्य रेखा (Equator Line) पर पूर्व की दिशा में चलने वाली गर्म हवाएं कहते हैं। यह प्रशांत महासागर की सतह को गर्म करती हैं। यह गर्म पानी फिर अमेरिका से एशिया की तरफ बढ़ता है। वहीं जैसे-जैसे गर्म पानी तेजी से आगे बढ़ता है, गर्मी फिर उतनी ही दोगुनी तेजी से बढ़ती जाती है। उसकी जगह नीचे से ठंडा पानी आ जाता है। फिर वो गर्म होकर आगे बढ़ता है।
अल-नीनो और इंसान की गर्मी से बढ़ेगा पारा
अल-नीनो का हीट मैकेनिज्म पूरी दुनिया के मौसम को बदलने की ताकत रखता है। इसकी वजह से ही समुद्री सतह का तापमान बढ़ता है और वायुमंडलीय तापमान भी बढ़ता है। फिर समंदर अपनी गर्मी वायुमंडल में छोड़ता है। इस कारण से मौसम में बदलाव होता है जिससे अचानक चरम मौसमी आपदाएं आती हैं। फिलहाल जो अल-नीनो चल रहा है उसकी शुरूआत 2023 में हुई थी। जो इस साल अधिकतम स्तर पर रहेगा।
इसलिए दुनियाभर में भयानक गर्मी पड़ेगी। इंसानों द्वारा पैदा की जा रही कार्बन डाईऑक्साइड और अन्य ग्रीनहाउस गैस भी अल-नीनो के साथ मिल जाती हैं जो जलवायु परिवर्तन और तापमान बढ़ाने में मदद करती हैं, जिस वजह से गर्मी और बढ़ जाती है। यही कारण है इस साल सबसे ज्यादा गर्मी ज्यादा पड़ेगा।
देश पर मंडरा रहा गर्माी का खतरा
इस साल गर्मी का वजह से सूखे की नौबत आ सकती है। अल-नीनो भारत के मौसम पर बड़ा असर डालेगा जिससे मॉनसून कमजोर होने का खतरा बना रहता है। अल-नीनो के कारण बारिश कम और सूखे की नौबत आती है। खेती इससे ज्यादा प्रभावित होती है। इससे देश की अर्थव्यवस्था कमजोर हो सकती है। सरकार को कोई ठोस कदम उठाना होगा। वरना बहुत नुकसान हो सकता है।
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