नेताजी Subhash Chandra Bose की 126वीं जंयती आज, परमवीर चक्र विजेताओं के नाम से जाना जाएगा अंडमान निकोबार के 21 अनाम द्वीप
Subhash Chandra Bose 126th Birth Anniversary: आज 23 जनवरी का दिन नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhash Chandra Bose) की जयंती के उपलक्ष्य में ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाया जाता है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhash Chandra Bose) की 126 वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके योगदान को याद किया.
इसके साथ ही पीएम मोदी आज अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में उन्हें समर्पित स्मारक के एक मॉडल का वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए उद्घाटन किया. जिसे परमवीर चक्र विजेताओं के नाम से जाना जाएगा. जिसका नाम 2018 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप रखा गया था.
नरेंद्र मोदी ने कही ये बात
Naming of 21 islands of Andaman & Nicobar Islands after Param Vir Chakra awardees fills heart of every Indian with pride. https://t.co/tKPawExxMT
— Narendra Modi (@narendramodi) January 23, 2023
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने ट्वीट करते हुए कहा कि- आज पराक्रम दिवस पर, मैं नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhash Chandra Bose) को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और भारत के इतिहास में उनके अद्वितीय योगदान को याद करता हूं. उन्हें औपनिवेशिक शासन के प्रति उनके उग्र प्रतिरोध के लिए याद किया जाएगा.
उन्होंने कहा- उनके विचारों से गहराई से प्रभावित होकर हम भारत के लिए उनके विजन को साकार करने के लिए काम कर रहे हैं. पराक्रम दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी अंडमान-निकोबार के 21 सबसे बड़े अनाम द्वीपों का नामकरण 21 परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर किया.
जयंती पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन
आज पराक्रम दिवस पर मां भारती की वीर संतानों के सम्मान में एक विशेष कार्यक्रम होगा. इसमें एक संग्रहालय, एक केबल कार रोपवे, एक लेज़र-एंड-साउंड शो, विरासत से जुड़ी कुछ ऐतिहासिक इमारतें प्रदर्शित की जाएंगी और बच्चों के लिए एक थीम-आधारित पार्क होगा.
वहीं, दूसरी ओर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhash Chandra Bose) की 126वीं जयंती के अवसर पर अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में तिरंगा फहराएंगे. जिसके लिए वह रविवार की देर रात पोर्ट ब्लेयर पहुंचे थे. अधिकारियों ने बताया कि नेताजी ने 30 दिसंबर 1943 को यहां जिमखाना मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराया था और शाह आज उसी स्थान पर झंडा फहराएंगे.
राहुल गांधी ने दी नेताजी को श्रद्धांजलि
क़दम क़दम बढ़ाए जा
ख़ुशी के गीत गाए जा
ये ज़िंदगी है क़ौम की
तू क़ौम पे लुटाए जाMy humble tributes to the great freedom fighter, Netaji Subhas Chandra Bose, whose courage and patriotism still inspires every Indian to protect and preserve the freedom of our great country.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 23, 2023
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भी सुभास चंद्र बोस (Subhash Chandra Bose) की जंयती पर उन्हें याद किया है. उन्होंने कहा कि- नेताजी का साहस और देशभक्ति आज भी हर भारतीय को देश की आजादी की रक्षा व उसके संरक्षण के लिए प्रेरित करती है.
राहुल ने ट्वीट करते हुए कहा कि- ‘‘क़दम क़दम बढ़ाए जा, ख़ुशी के गीत गाए जा, ये ज़िंदगी है क़ौम की, तू क़ौम पे लुटाए जा….महान स्वतंत्रता सेनानी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि, जिनका साहस और देशभक्ति आज भी हर भारतीय को हमारे महान देश की स्वतंत्रता की रक्षा व संरक्षण के लिए प्रेरित करती है.’’
नेताजी की मौत आज भी एक रहस्य
आपको बता दें कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhash Chandra Bose) ने सेकेंड वर्ल्ड वॉर के समय अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने के लिए जापान के सहयोग से आजाद हिन्द फौज का गठन किया था. उनका मानना था कि सबसे बड़ा अपराध अन्याय को सहना और गलत के साथ समझौता करना होता है. उनका यह विचार आज भी लोगो को प्रेरित करने का काम करता हैं.
सरकारी दस्तावेजों के अनुसार, नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु 18 अगस्त 1945 को विमान हादसे में हुई थी. जापान जाते समय उनका विमान क्रेश हो गया था. लेकिन नेताजी का शव नहीं मिला. इसलिए उनकी मौत आज भी एक बड़ा रहस्य बना हुआ है.