CBI को मिलने वाला है ये नया निदेशक, इस वजह से आए थे सुर्खियों में
New CBI Director: कर्नाटक में हुए विधानसभा और उसके परिणामों की वजह से पिछले कई दिनों से देश भर में चर्चा में रहा कर्नाटक एक बार फिर सुर्खियों में है। क्योंकि केंद्रीय जांच ब्यूरो को अपना अगला निदेशक(New CBI Director) मिल चुका है। कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक प्रवीण सूद(Praveen Sood) सीबीआई के अगले निदेशक होंगे। प्रवीण सूद साल 1986 बैच के कर्नाटक कैडर के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी हैं। इसी साल 25 मई 2023 को वर्तमान निदेशक सुबोध कुमार जायसवाल का कार्यकाल पूरा होगा जिसके बाद प्रवीण सूद अपना पदभार संभालेंगे।
आखिरी वक्त में लिस्ट में आया नाम
सीबीआई निदेशक पद(New CBI Director) की इस दौड़ में मध्य प्रदेश के डीजीपी सुधीर सक्सेना भी थे पर मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी और भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के पैनल ने प्रवीण सूद(Praveen Sood) को चुना। सुत्रों की माने तो प्रवीण सूद का नाम उस लिस्ट में नहीं था जिसे सीबीआई चीफ के(New CBI Director) लिए शाॉर्टलिस्ट किया गया था उनका नाम आखिरी वक्त में शामिल किया गया जिसको लेकर विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने एक असहमति नोट भी पेश किया था।
कई सम्मानों से नवाजा जा चुका है।
मूल रुप से हिमाचल प्रदेश के रहने वाले प्रवीण सूद(Praveen Sood) ने साल 1989 में मैसूर से ASP के रुप में अपने कैरियर की शुरुआत की। उन्होंने साल 1999 में तीन साल के माॉरीशस सरकार के पुलिस सलाहकार के रुप में कार्य किया जिसमें उन्होंने यूरोपीय और अमेरिकी पुलिस के साथ मिलकर काम किया था। उन्हें साल 1996 में सेवा में उत्कृष्टता के लिए मुख्यमंत्री स्वर्ण पदक, सराहनीय सेवा के लिए साल 2002 में पुलिस पदक और विशिष्ट सेवा के लिए साल 2011 में राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा साल 2011 में ही उन्हें ‘यातायात प्रबंधन के लिए प्रौद्योगिकी के सबसे नवीन उपयोग’ के लिए राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस गोल्ड अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
उन्होंने आईआईटी दिल्ली से इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है। साल 2003 में उन्होंने भारतीय प्रबंधन संस्थान, बैंगलुरु और मैक्सवेल स्कूल ऑफ गवर्नेंस, न्यूयॉर्क से पब्लिक पॉलिसी और प्रबंधन में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के लिए स्टडी ब्रेक लिया था। प्रवीण सूद को साल 2020 के जनवरी में कर्नाटक में DGP के रुप में नई जिम्मेदारी दी गई। कर्नाटक के डीजीपी बनने से पहले प्रवीण सूद ने गृह विभाग के प्रमुख सचिव, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, प्रशासन का काम किया है। वे अगले साल मई में सेवानिवृत्त होने वाले थे। हालाँकि, सीबीआई चीफ(New CBI Director) बनने के बाद वे कम-से-कम मई 2025 तक इस पद पर बने रहेंगे।
कई महिला सुरक्षा ऐप लांच में निभाई है महत्वपूर्ण भूमिका
बेंगलुरु शहर के पुलिस कमीश्नर के रूप में उन्होंने नागरिकों के लिए ‘आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली’ ‘नम्मा 100’ लॉन्च की थी। यह 24X7 बहुभाषी अधिकारियों द्वारा प्रबंधित 100 लाइनें प्रदान करता है, और पूरे बेंगलुरु शहर में फैले 276 आपातकालीन प्रतिक्रिया वाहनों (होयसला) को सहयोग करता है। लगभग 22 साल की कम उम्र में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा पास कर IPS बने प्रवीण सूद ने महिला पुलिस द्वारा प्रबंधित ‘सुरक्षा’ ऐप और ‘पिंक होयसला’ लॉन्च करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यह ऐप संकट में घिरे महिलाओं और बच्चों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
कांग्रेस नेता के आरोपों के बाद आए थे सुर्खियों में
DGP प्रवीण सूद इस साल मार्च में सुर्खियों में आए थे। कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार ने उन पर राज्य में भाजपा सरकार की संरक्षण देने का आरोप लगाया था। शिवकुमार ने आरोप लगाया था कि डीजीपी कॉन्ग्रेस नेताओं के खिलाफ मामले दर्ज कर रहे हैं। शिवकुमार ने सूद की गिरफ्तारी की माँग की थी।
दरअसल, केंद्र की मोदी सरकार वर्तमान सीबीआई निदेशक सुबोध जायसवाल के कार्यकाल को बढ़ाने के बारे में कोई फैसला नहीं किया है। उनका कार्यकाल अगले 10 दिनों में यानी 25 मई को खत्म हो रहा है। सुबोध जायसवाल CBI चीफ बनने से पहले महाराष्ट्र सरकार में डीजीपी थे।